Skip to main content

विद्यालय व अभिभावक बच्चों को बचपन से ही अच्छे संस्कार दें : डा. जगदीश गाँधी, संस्थापक, सी.एम.एस.

विद्यालय व अभिभावक बच्चों को बचपन से ही अच्छे संस्कार दें : डा. जगदीश गाँधी, संस्थापक, सी.एम.एस.

लखनऊ, 17 दिसम्बर। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, राजाजीपुरम तृतीय कैम्पस द्वारा ‘एनुअल पैरेन्ट्स एण्ड ग्रैण्डपैरेन्ट्स डे समारोह’ का भव्य आयोजन आज सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में सम्पन्न हुआ। सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने दीप प्रज्वलित कर समारोह का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर अपने उद्बोधन में डा. गाँधी ने कहा कि इस तरह के सांस्कृतिक एवं शैक्षिक समारोह बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु बेहद महत्वपूर्ण हैं। यह समारोह सिर्फ बच्चों के लिए ही नहीं अपितु बड़ों के लिए भी प्रेरणादायी है, जिससे हम सभी एक स्वस्थ, समृद्ध व खुशहाल समाज के नव-निर्माण में योगदान दे सकें।

इस भव्य समारोह में रंग-बिरंगी पोशाकों में हँसते-गाते नन्हें-मुन्हें बच्चों ने जीवन का उल्लास बिखरते हुए एक से बढ़कर एक शानदार शैक्षिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति से अभिभावकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर सी.एम.एस. छात्रों ने दादा-दादी गीत, जम्पिंग जैक्स, समूह गान, म्यूजिकल टेल, कव्वाली आदि शानदार प्रस्तुतियों से अभिभावकों का दिल जीत लिया और सभी ने छात्रों की प्रतिभा की दिल खोलकर प्रशंसा की। इससे पहले, समारोह का शुभारम्भ स्कूल प्रार्थना से हुआ तथापि सर्वधर्म प्रार्थना, विश्व एकता प्रार्थना एवं वर्ल्ड पार्लियामेन्ट की शानदार प्रस्तुतियों को भी खूब तालियाँ मिली। सी.एम.एस. राजाजीपुरम तृतीय कैम्पस की प्रधानाचार्या सुश्री कोमल वलेचा ने इस अवसर पर कहा कि प्रत्येक बालक को अच्छा और स्मार्ट बनाने का विद्यालय का लक्ष्य अभिभावकों के सहयोग से ही पूरा हो सकता है। मैं अभिभावकों द्वारा किये जा रहे सहयोग के प्रति आभारी हूँ। 

Comments

Popular posts from this blog

आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है!

-आध्यात्मिक लेख  आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है! (1) मृत्यु के बाद शरीर मिट्टी में तथा आत्मा ईश्वरीय लोक में चली जाती है :विश्व के सभी महान धर्म हिन्दू, बौद्ध, ईसाई, मुस्लिम, जैन, पारसी, सिख, बहाई हमें बताते हैं कि आत्मा और शरीर में एक अत्यन्त विशेष सम्बन्ध होता है इन दोनों के मिलने से ही मानव की संरचना होती है। आत्मा और शरीर का यह सम्बन्ध केवल एक नाशवान जीवन की अवधि तक ही सीमित रहता है। जब यह समाप्त हो जाता है तो दोनों अपने-अपने उद्गम स्थान को वापस चले जाते हैं, शरीर मिट्टी में मिल जाता है और आत्मा ईश्वर के आध्यात्मिक लोक में। आत्मा आध्यात्मिक लोक से निकली हुई, ईश्वर की छवि से सृजित होकर दिव्य गुणों और स्वर्गिक विशेषताओं को धारण करने की क्षमता लिए हुए शरीर से अलग होने के बाद शाश्वत रूप से प्रगति की ओर बढ़ती रहती है। (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है : (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है :हम आत्मा को एक पक्षी के रूप में तथा मानव शरीर को एक पिजड़े के समान मान सकते है। इस संसार में रहते हुए

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का किया ऐलान जानिए किन मांगों को लेकर चल रहा है प्रदर्शन लखनऊ 2 जनवरी 2024 लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार और कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का भी है किया ऐलान इनकी मांगे इस प्रकार है पुनरीक्षित वेतनमान-5200 से 20200 ग्रेड पे- 1800 2- स्थायीकरण व पदोन्नति (ए.सी.पी. का लाभ), सा वेतन चिकित्सा अवकाश, मृत आश्रित परिवार को सेवा का लाभ।, सी.पी. एफ, खाता खोलना।,  दीपावली बोनस ।

आईसीएआई ने किया वूमेन्स डे का आयोजन

आईसीएआई ने किया वूमेन्स डे का आयोजन  लखनऊ। आईसीएआई ने आज गोमतीनगर स्थित आईसीएआई भवम में इन्टरनेशनल वूमेन्स डे का आयोजन किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलन, मोटो साॅन्ग, राष्ट्रगान व सरस्वती वन्दना के साथ हुआ। शुभारम्भ के अवसर पर शाखा के सभापति सीए. सन्तोष मिश्रा ने सभी मेम्बर्स का स्वागत किया एवं प्रोग्राम की थीम ‘‘एक्सिलेन्स / 360 डिग्री’’ का विस्तृत वर्णन किया। नृत्य, गायन, नाटक मंचन, कविता एवं शायरी का प्रस्तुतीकरण सीए. इन्स्टीट्यूट की महिला मेम्बर्स द्वारा किया गया। इस अवसर पर के.जी.एम.यू की सायकाॅयट्रिक नर्सिंग डिपार्टमेन्ट की अधिकारी  देब्लीना राॅय ने ‘‘मेन्टल हेल्थ आफ वर्किंग वूमेन’’ के विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किये। कार्यक्रम में लखनऊ शाखा के  उपसभापति एवं कोषाध्यक्ष सीए. अनुराग पाण्डेय, सचिव सीए. अन्शुल अग्रवाल, पूर्व सभापति सीए, आशीष कुमार पाठक एवं सीए. आर. एल. बाजपेई सहित शहर के लगभग 150 सीए सदस्यों ने भाग लिय।