इंदिरा आईवीएफ लखनऊ में इम्यूनोलॉजी डिपार्टमेंट का उद्घाटन
लखनऊ। शहर में स्थित इंदिरा आईवीएफ केन्द्र में नए इम्यूनोलॉजी डिपार्टमेंट का उद्घाटन किया गया है, जो दम्पतियों के माता-पिता बनने के मुश्किल सपने को सच करने में और अधिक मददगार साबित होगा । बार-बार गर्भपात, बिना किसी स्पष्ट कारण के निःसंतानता, कई बार आईयूआई का असफल होना और इम्प्लांटेशन और आईवीएफ का भी बार-बार असफल होना आदि समस्याओं का सामना कर रहे दम्पतियों की मदद के लिए इंदिरा आईवीएफ ने पैटर्नल लिम्फोसाइट इम्युनाइज़ेशन (पीएलआई) थैरेपी की शुरुआत की है। लखनऊ में इन्दिरा आईवीएफ के अलावा मरीजों का उपचार करने के लिए इस पद्धति की सुविधा कहीं और उपलब्ध नहीं है।
हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली बाहरी पदार्थों जैसे कोशिकाएं विषाणु, बैक्टेरिया, फंगी और ऐसे ही अन्य पदार्थ, जो शरीर के लिए हानिकारक हो सकते हैं उन्हें पहचान करके बीमारियों से लड़ती हैं। इनसे शरीर में कोई भी बीमारी पैदा न हो इसलिए यह प्रणाली उन्हें खत्म कर देती है। इसी प्रतिरक्षा प्रणाली का अध्ययन इम्यूनोलॉजी में किया जाता है। कुछ मामलों में महिला के शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली गर्भावस्था के लिए एक चुनौती बन सकती है क्योंकि यह पिता के स्पस को या फर्टिलाइज्ड भ्रूण को भी बाहरी पदार्थ मान लेती है और फिर शरीर उन स्पर्म्स या फर्टिलाइज्ड भ्रूण को स्वीकार नहीं करता है। महिला के शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली द्वारा इस प्रकार से अस्वीकृति करना निःसंतानता और गर्भपात का एक बड़ा कारण हो सकता है।
पैटर्नल लिम्फोसाइट इम्युनाइजेशन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें पिता के लिम्फोसाइट्स या सफेद रक्त कोशिकाओं को माता के शरीर में डाला जाता है। इससे माता के शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को संवेदनशील बनाने और भ्रूण को स्वीकार करने की क्षमता को विकसित करने में मदद मिलती है। कई मामलो में पीएलआई इलाज के बाद जन्म के केसेस बढे हुए पाए गए हैं।
इंदिरा आईवीएफ के सीईओ और सह-संस्थापक डॉ क्षितिज मुर्डिया ने इस अवसर पर कहा कि आंकड़ों के अनुसार, भारत में 10 से 15 फीसदी दम्पतियो को माता-पिता बनने में समस्याओं का सामना करना पड़ता है। हाल ही के नेशनल फॅमिली हेल्थ सर्वे में पता चला है कि भारत में पहली बार कुल जननक्षमता दर (टीएफआर) प्रति महिला 2 बच्चों के रिप्लेसमेंट लेवल के नीचे गिर चूका है। इस क्षेत्र के लोगों में हायपरटेन्शन ज्यादा होना, खून में ग्लूकोज लेवल्स का बढ़ना, तंबाकू सेवन में बढ़ोतरी आदि भी इसके कुछ कारण हो सकते हैं। यह सभी बातें प्रजनन क्षमता में बाधा डाल सकती हैं। हमारे लखनऊ सेटर में इम्यूनोलॉजी डिपार्टमेंट का उद्घाटन करके हमें बहुत खुशी हो रही है, क्योंकि इससे न केवल उत्तरप्रदेश बल्कि पूरे पूर्वी इलाके के दम्पतियों को माता-पिता बनने का अपना सपना पूरा करने में मदद मिलेगी।“
पीएलआई इलाज महत्वपूर्ण है इस बात पर प्रकाश डालते हुए इंदिरा आईवीएफ लखनऊ सेंटर हेड डॉ. पवन यादव ने कहा, 'इम्यूनोलॉजी डिपार्टमेंट शुरू करते हुए हमें बहुत खुशी हो रही है। इससे दम्पतियों को सफलता मिलने की संभावना बढ़ गयी है। अनुसंधान में पता चला है जटिलताओं वाले मरीजों में प्रेग्नेंट होने की संभावना 97 प्रतिशत अधिक होती है उदयपुर और बोरिवली (मुंबई) के इंदिरा आईवीएफ सेंटर्स में मरीजों को पीएलआई की मदद मिलती है और अब लखनऊ सेंटर में भारत के उत्तर-पूर्वी इलाकों के दम्पतियों के लिए इस समाधान को उपलब्ध कराया गया है, जिससे वह आर्थिक खर्च और मानसिक तनाव से बच सकेंगे।“
इंदिरा आईवीएफ में चीफ इम्यूनोलॉजिस्ट स्पेशलिस्ट डॉ. प्रिया धुरंधर ने बताया, कई मामलों में प्राकृतिक तरीके से या असिस्टेड रिप्रोडक्टिव तकनीक से भी दम्पतियों को माता-पिता बनने में समस्याओं का सामना करना पड़ता है। मौजूदा बीमारियां, दम्पती की उम्र, क्रोमोसोमल अनोगलिज और भ्रूण के विकास में दिखातें आदि कई कारण हो सकते है लेकिन शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली भी निःसंतानता | की वजह हो सकती है यह बात कई लोगों को पता ही नहीं होती है। इस पहल द्वारा मैं उन दम्पतियों से कहना चाहती हूँ कि जो माता-पिता बनने का सपना छोड़ चुके है, वे आशावादी बने रहें और हमें उनकी मदद करने दें।"
इंदिरा आईवीएफ लखनऊ से डॉ. तान्या ने कहा, " इंदिरा आईवीएफ लखनऊ में हम, देश में हो रहे तकनिकी उन्नति के साथ फर्टिलिटी इलाजों की उपलब्धता और सुगमता को बढ़ाकर वास्तव में परिवर्तन लाने का प्रयास कर रहे हैं। हमें आशा है कि रिप्रोडक्टिव इम्यूनोलॉजी थैरपी, और खासकर पीएलआई के द्वारा हम क्षेत्र के और भी कई ज़्यादा दम्पतियों की सहायता कर पाएंगे।" उद्घाटन समारोह में डॉ. अमृता सिंह, डॉ. आस्था सिंह, डॉ. मनीष, डॉ. अमित उपस्थित रहे।
अपनी आधुनिकतम बुनियादी सेवाओं और सुविधाओं के साथ, इंदिरा आईवीएफ ने अनगिनत दम्पतियों को निःसंतानता की जटिल समस्या से बाहर निकालकर अपना परिवार शुरू करने के सपने को साकार करने में सहायता प्रदान की है। यहां काउन्सलिंग सेवा तथा एग और स्पर्म फ्रीजिंग की सुविधाएं भी यहां उपलब्ध हैं जो फॅमिली प्लानिंग कर रहे कई युवा पुरुषों और महिलाओं के लिए वरदान साबित हुई हैं। इंदिरा आईवीएफ ने अपने 114 सेंटर्स में 1,00,000 से ज्यादा दम्पतियों को सफल गर्भधारण में मदद की है।
- इन्दिरा आईवीएफ के बारे में
इन्दिरा आईवीएफ देशभर में 115 केंद्रों के साथ भारत की सबसे बड़ी इनफर्टिलिटी स्पेश्यालिटी क्लीनिक श्रृंखला है, जहां 2400 से अधिक कुशल लोग अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इन्दिरा आईवीएफ द्वारा एक वर्ष में लगभग 40,000 से अधिक आईवीएफ प्रक्रियाएं की जाती हैं जो देश में सर्वाधिक हैं।
एक जिम्मेदार लीडर के रूप में इन्दिरा आईवीएफ द्वारा निःसंतानता के बारे में कलंक, निषेध, मिथकों और गलत सूचनाओं को दूर करने के लगातार प्रयास किये जाते हैं इन्दिरा आईवीएफ फर्टिलिटी ट्रीटमेंट के लिए प्रतिभा को विकसित करने और निखारने के लिए भी प्रतिबद्ध है। इन्दिरा फर्टिलिटी एकेडमी के माध्यम से इस उद्देश्य को आगे बढ़ाने के लिए समान विचारधारा वाले संगठनों और संस्थानों के साथ सहयोग करता है। इस सेक्टर में इन्दिरा आईवीएफ की क्षमता को देखते हुए अमेरिका की एक प्रमुख वैश्विक इक्विटी फर्म टीए एसोसिएट्स ने 2019 में संगठन में निवेश किया है।
डॉ. अजय मुर्डिया ने 2011 में उदयपुर राजस्थान में इन्दिरा आईवीएफ की शुरूआत की थी।
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