Skip to main content

अन्तर्राष्ट्रीय मुख्य न्यायाधीश सम्मेलन लखनऊ में 18 नवम्बर से

अन्तर्राष्ट्रीय मुख्य न्यायाधीश सम्मेलन लखनऊ में 18 नवम्बर से

  • विभिन्न देशों के 120 से अधिक राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व मुख्य न्यायाधीश प्रतिभाग करेंगे

लखनऊ, 29 सितम्बर। सिटी मोन्टेसरी स्कूल के तत्वावधान में ‘विश्व के मुख्य न्यायाधीशों का 23वाँ अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन’18 से 22 नवम्बर 2022 तक सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में आयोजित किया जा रहा है। इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रतिभाग हेतु विभिन्न देशों के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, संसद के अध्यक्ष, न्यायमंत्री, संसद सदस्य, इण्टरनेशनल कोर्ट के न्यायाधीश एवं विश्व प्रसिद्ध शान्ति संगठनों के प्रमुख समेत 50 देशों के 120 से अधिक मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश व कानूनविद् लखनऊ पधार रहे हैं। यह जानकारी आज यहाँ आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में सिटी मोन्टेसरी स्कूल के संस्थापक, प्रख्यात शिक्षाविद् एवं अन्तर्राष्ट्रीय मुख्य न्यायाधीश सम्मेलन के संयोजक डा. जगदीश गाँधी ने पत्रकारों को दी। इस ऐतिहासिक सम्मेलन की विस्तृत रूपरेखा बताते हुए डा. गाँधी ने कहा कि विभिन्न देशों के न्यायविद व अन्य प्रख्यात हस्तियाँ 16 नवम्बर को दिल्ली पधारेंगे एवं ताजमहल का दीदार करने आगरा जायेंगे। इसके उपरान्त, दिल्ली लौटकर राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की समाधि पर श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे एवं नई दिल्ली स्थित कान्स्टीट्यूशन क्लब में सम्मेलन के प्रथम सत्र को सम्बोधित करेंगे। 18 नवम्बर को विभिन्न देशों के न्यायविद् व अन्य प्रख्यात हस्तियाँ लखनऊ पधारेंगे।इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में जिन 50 देशों के मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश व कानूनविद् आदि प्रतिभाग कर रहे हैं, उनमें अल्बानिया, अंगोला, एंटीगुआ और बारबुडा, ऑस्ट्रेलिया, अज़रबैजान, बेनिन, बोलीविया, ब्राजील, कैमरून, कोमोरोस, कोस्टारिका, कोटे डी आइवर, क्रोएशिया, इक्वाडोर, मिस्र, इस्वातिनी (स्वाज़ीलैंड), फिजी, गुयाना, हैती, इटली, जापान, जॉर्डन, किर्गिज़ रिपब्लिक, लेसोथो, लेबनान, लीबिया, मेडागास्कर, मलावी, मॉरीशस, मॉरिटानिया, मेक्सिको, म्यांमार, नीदरलैंड्स, पेरू, रोमानिया, रूस, साओ टोम और प्रिंसिपे, सर्बिया, सोमालिया, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, दक्षिण सूडान, सूरीनाम, स्विट्ज़रलैंड, तंजानिया, थाईलैंड, अमेरिका, वेनेजुएला, जाम्बिया एवं भारत प्रमुख हैं।

Comments

Popular posts from this blog

आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है!

-आध्यात्मिक लेख  आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है! (1) मृत्यु के बाद शरीर मिट्टी में तथा आत्मा ईश्वरीय लोक में चली जाती है :विश्व के सभी महान धर्म हिन्दू, बौद्ध, ईसाई, मुस्लिम, जैन, पारसी, सिख, बहाई हमें बताते हैं कि आत्मा और शरीर में एक अत्यन्त विशेष सम्बन्ध होता है इन दोनों के मिलने से ही मानव की संरचना होती है। आत्मा और शरीर का यह सम्बन्ध केवल एक नाशवान जीवन की अवधि तक ही सीमित रहता है। जब यह समाप्त हो जाता है तो दोनों अपने-अपने उद्गम स्थान को वापस चले जाते हैं, शरीर मिट्टी में मिल जाता है और आत्मा ईश्वर के आध्यात्मिक लोक में। आत्मा आध्यात्मिक लोक से निकली हुई, ईश्वर की छवि से सृजित होकर दिव्य गुणों और स्वर्गिक विशेषताओं को धारण करने की क्षमता लिए हुए शरीर से अलग होने के बाद शाश्वत रूप से प्रगति की ओर बढ़ती रहती है। (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है : (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है :हम आत्मा को एक पक्षी के रूप में तथा मानव शरीर को एक पिजड़े के समान मान सकते है। इस संसार में रहते हुए

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का किया ऐलान जानिए किन मांगों को लेकर चल रहा है प्रदर्शन लखनऊ 2 जनवरी 2024 लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार और कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का भी है किया ऐलान इनकी मांगे इस प्रकार है पुनरीक्षित वेतनमान-5200 से 20200 ग्रेड पे- 1800 2- स्थायीकरण व पदोन्नति (ए.सी.पी. का लाभ), सा वेतन चिकित्सा अवकाश, मृत आश्रित परिवार को सेवा का लाभ।, सी.पी. एफ, खाता खोलना।,  दीपावली बोनस ।

भगवान चित्रगुप्त व्रत कथा पुस्तक का भव्य विमोचन

भगवान चित्रगुप्त व्रत कथा पुस्तक का भव्य विमोचन लखनऊ, जुलाई 2023, अयोध्या के श्री धर्महरि चित्रगुप्त मंदिर में भगवान चित्रगुप्त व्रत कथा पुस्तक का भव्य विमोचन  किया गया। बलदाऊजी द्वारा संकलित तथा सावी पब्लिकेशन लखनऊ द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक का विमोचन संत शिरोमणी श्री रमेश भाई शुक्ल द्वारा किया गया जिसमे आदरणीय वेद के शोधक श्री जगदानंद झा  जी भी उपस्थित रहै उन्होने चित्रगुप्त भगवान् पर व्यापक चर्चा की।  इस  अवसर पर कई संस्था प्रमुखो ने श्री बलदाऊ जी श्रीवास्तव को शाल पहना कर सम्मानित किया जिसमे जेo बीo चित्रगुप्त मंदिर ट्रस्ट,  के अध्यक्ष श्री दीपक कुमार श्रीवास्तव, महामंत्री अमित श्रीवास्तव कोषाध्यक्ष अनूप श्रीवास्तव ,कयस्थ संध अन्तर्राष्ट्रीय के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिनेश खरे, अ.भा.का.म के प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश कुमार जी एवं चित्रांश महासभा के कार्वाहक अध्यक्ष श्री संजीव वर्मा जी के अतिरिक्त अयोध्या नगर के कई सभासद भी सम्मान मे उपस्थित रहे।  कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के अध्यक्ष दीपक श्रीवास्तव जी ने की एवं समापन महिला अध्यक्ष श्री मती प्रमिला श्रीवास्तव द्वारा किया गया। कार्यक्रम