Skip to main content

पीएनबी के स्टाफ प्रशिक्षण केन्द्र, मे तीन दिवसीय अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन एवं समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया

पीएनबी के स्टाफ प्रशिक्षण केन्द्र, मे तीन दिवसीय अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन एवं समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया

28 फरवरी, 2024 : पंजाब नैशनल बैंक, सार्वजनिक क्षेत्र में देश के अग्रणी बैंक, के स्टाफ प्रशिक्षण केन्द्र, नई दिल्ली में 03 दिवसीय अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन एवं समीक्षा बैठक का भव्य आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम माननीया सुश्री अंशुली आर्या, आई.ए.एस. सचिव (राजभाषा), गृह मंत्रालय, भारत सरकार के मुख्य आतिथ्य एवं बैंक के कार्यपालक निदेशक श्री बिनोद कुमार की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। इस अवसर पर बैंक के मुख्य महाप्रबंधकगण श्री समीर वाजपेयी, श्री संजय वार्ष्णेय, महाप्रबन्धक श्रीमती कुमुद नेगी वार्ष्णेय, श्री देवार्चन साहू सहित अन्य महाप्रबंधकगण विशेष रूप से उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का शुभारंभ श्री विक्रम सिंह, अवर सचिव, संसदीय राजभाषा समिति, गृह मंत्रालय, भारत सरकार, श्रीमती भावना सक्सेना, सहायक निदेशक, राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार, श्रीमती कुमुद नेगी वार्ष्णेय, महाप्रबंधक, श्री देवार्चन साहू, महाप्रबंधक (राजभाषा) एवं श्रीमती मनीषा शर्मा, सहायक महाप्रबंधक (राजभाषा) द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया।

कार्यक्रम के प्रथम दिन श्रीमती भावना सक्सेना, सहायक निदेशक, राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार, श्री विक्रम सिंह, अवर सचिव, संसदीय राजभाषा समिति, गृह मंत्रालय, भारत सरकार श्री नरेन्द्र मेहरा, सहायक निदेशक (कार्यान्वयन), राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार एवं श्री केवल कृष्ण, परामर्शदाता/वरिष्ठ तकनीकी निदेशक, राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार ने राजभाषा संबंधी विषयों पर व्याख्यान दिए। 

कार्यक्रम के दूसरे दिन श्री धर्मबीर, उप निदेशक (राजभाषा) वित्तीय सेवाएं विभाग, वित्त मंत्रालय ने संसदीय राजभाषा समिति एवं राजभाषा नीति-नियम संबंधी अद्यतन दिशानिर्देश पर, श्री अनिल कुमार, उप सचिव, राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार ने राजभाषा तथा सुश्री कुमुद शर्मा, उपाध्यक्ष साहित्य अकादमी एवं विभागाध्यक्ष, हिंदी विभाग दिल्ली विश्वविद्यालय ने राजभाषा हिंदी का वैश्विक परिदृश्य संबंधी महत्त्वपूर्ण विषयों पर व्याख्यान दिए।

कार्यक्रम के अंतिम दिन माननीया सुश्री अंशुली आर्या, आई.ए.एस. सचिव (राजभाषा) एवं  कार्यपालक निदेशक श्री बिनोद कुमार द्वारा कंठस्थ 2.0 एवं हिंदी ई-मेल प्रतियोगिताओं के विजेताओं को शील्ड एवं प्रशस्ति-पत्र प्रदान किए गए। इस अवसर पर बैंक के मोबाइल एप पीएनबी प्राइड के राजभाषा मॉडयूल का शुभारम्भ, पीएनबी की वेबसाईट का संवर्धित अद्यतित वर्जन तथा बैंक की गृह पत्रिका पीएनबी प्रतिभा के “रिटेल, कृषि एवं एमएमएसई विशेषांक” का लोकार्पण किया गया। साथ ही साथ क्षेत्रीय भाषाओं के प्रचार प्रसार हेतु प्रकाशित पत्रिकाओं, आओ गुजराती सीखें, भाषा सहायिका : पंजाबी एवं त्रिभाषी नोटिंग सहायिकाओं का भी विमोचन किया गया।

कार्यपालक निदेशक श्री बिनोद कुमार जी ने राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार से बैंक को 02 ‘राजभाषा कीर्ति’ पुरस्‍कार पंजाब नैशनल बैंक को ‘राजभाषा कीर्ति’ प्रथम पुरस्‍कार एवं पंजाब नैशनल बैंक की गृह पत्रिका पीएनबी प्रतिभा को ‘राजभाषा कीर्ति’ द्वितीय पुरस्‍कार प्राप्त होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए समस्त स्टाफ सदस्यों को हार्दिक बधाई दी तथा अपने अनुभवों एवं विचारों को साझा करते हुए भविष्य में भी इसी प्रकार राजभाषा कार्यान्वयन के नए आयाम स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया। इस कार्यक्रम में राजभाषा अधिकारी श्री सुशांत शर्मा, राजभाषा अधिकारी एवं श्री रतन जगन्नाथ गिरि, वरिष्ठ प्रबंधक-राजभाषा ने अपनी साहित्यिक प्रस्तुति से सभागार में उपस्थित सभी श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।

अंत में महाप्रबंधक श्रीमती कुमुद नेगी वार्ष्णेय ने अपने धन्यवाद प्रस्ताव में राजभाषा के क्षेत्र में प्रगति एवं बैंक की हिंदी के क्षेत्र में उपलब्धियों के बारे में सभी को जानकारी देते हुए कार्यक्रम के सम्पन्न होने की घोषणा की।

*****

Comments

Popular posts from this blog

आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है!

-आध्यात्मिक लेख  आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है! (1) मृत्यु के बाद शरीर मिट्टी में तथा आत्मा ईश्वरीय लोक में चली जाती है :विश्व के सभी महान धर्म हिन्दू, बौद्ध, ईसाई, मुस्लिम, जैन, पारसी, सिख, बहाई हमें बताते हैं कि आत्मा और शरीर में एक अत्यन्त विशेष सम्बन्ध होता है इन दोनों के मिलने से ही मानव की संरचना होती है। आत्मा और शरीर का यह सम्बन्ध केवल एक नाशवान जीवन की अवधि तक ही सीमित रहता है। जब यह समाप्त हो जाता है तो दोनों अपने-अपने उद्गम स्थान को वापस चले जाते हैं, शरीर मिट्टी में मिल जाता है और आत्मा ईश्वर के आध्यात्मिक लोक में। आत्मा आध्यात्मिक लोक से निकली हुई, ईश्वर की छवि से सृजित होकर दिव्य गुणों और स्वर्गिक विशेषताओं को धारण करने की क्षमता लिए हुए शरीर से अलग होने के बाद शाश्वत रूप से प्रगति की ओर बढ़ती रहती है। (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है : (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है :हम आत्मा को एक पक्षी के रूप में तथा मानव शरीर को एक पिजड़े के समान मान सकते है। इस संसार में रहते हुए

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का किया ऐलान जानिए किन मांगों को लेकर चल रहा है प्रदर्शन लखनऊ 2 जनवरी 2024 लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार और कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का भी है किया ऐलान इनकी मांगे इस प्रकार है पुनरीक्षित वेतनमान-5200 से 20200 ग्रेड पे- 1800 2- स्थायीकरण व पदोन्नति (ए.सी.पी. का लाभ), सा वेतन चिकित्सा अवकाश, मृत आश्रित परिवार को सेवा का लाभ।, सी.पी. एफ, खाता खोलना।,  दीपावली बोनस ।

आईसीएआई ने किया वूमेन्स डे का आयोजन

आईसीएआई ने किया वूमेन्स डे का आयोजन  लखनऊ। आईसीएआई ने आज गोमतीनगर स्थित आईसीएआई भवम में इन्टरनेशनल वूमेन्स डे का आयोजन किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलन, मोटो साॅन्ग, राष्ट्रगान व सरस्वती वन्दना के साथ हुआ। शुभारम्भ के अवसर पर शाखा के सभापति सीए. सन्तोष मिश्रा ने सभी मेम्बर्स का स्वागत किया एवं प्रोग्राम की थीम ‘‘एक्सिलेन्स / 360 डिग्री’’ का विस्तृत वर्णन किया। नृत्य, गायन, नाटक मंचन, कविता एवं शायरी का प्रस्तुतीकरण सीए. इन्स्टीट्यूट की महिला मेम्बर्स द्वारा किया गया। इस अवसर पर के.जी.एम.यू की सायकाॅयट्रिक नर्सिंग डिपार्टमेन्ट की अधिकारी  देब्लीना राॅय ने ‘‘मेन्टल हेल्थ आफ वर्किंग वूमेन’’ के विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किये। कार्यक्रम में लखनऊ शाखा के  उपसभापति एवं कोषाध्यक्ष सीए. अनुराग पाण्डेय, सचिव सीए. अन्शुल अग्रवाल, पूर्व सभापति सीए, आशीष कुमार पाठक एवं सीए. आर. एल. बाजपेई सहित शहर के लगभग 150 सीए सदस्यों ने भाग लिय।