लखनऊ, 24 जनवरी। सिटी मोन्टेसरी स्कूल के संस्थापक, प्रख्यात शिक्षाविद् व पूर्व विधायक डा. जगदीश गाँधी आज पूरे राजकीय सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन हो गये। बहाई समाधि स्थल पर डा. जगदीश गाँधी को राजकीय सम्मान दिया गया एवं इसके उपरान्त बहाई धार्मिक रीति-नीति के अनुसार अन्तिम संस्कार हुआ। इस अवसर पर डा. गाँधी की पवित्र आत्मा की शान्ति हेतु सर्वधर्म प्रार्थना का पाठ हुआ, जिसमें हिंदू धर्म से पं. हरि प्रसाद मिश्रा, इस्लाम धर्म से श्री एस. के. आब्दी, सिख धर्म से श्री राजेन्द्र सिंह बग्गा, ईसाई धर्म से फादर राजेश डिसूजा, बौद्ध धर्म से भंते शील रतन, जैन धर्म से श्री शैलेन्द्र जैन एवं बहाई धर्म से श्री अमन मोहाजिर ने प्रार्थना की। डा. जगदीश गाँधी की पत्नी डा. भारती गाँधी, पुत्र श्री विनय गाँधी, पुत्री डा. सुनीता गाँधी, प्रो. गीता गाँधी किंगडन, प्रो. नीता गाँधी फारुही व अन्य परिवारीजनों के साथ ही सी.एम.एस. के सभी कैम्पस की प्रधानाचार्याएं, कार्यकर्ता, शिक्षक व अधिकारीगण डा. जगदीश गाँधी की अन्तिम यात्रा में शामिल हुए और अपनी श्रद्धान्जलि अर्पित की।
अन्तिम संस्कार के उपरान्त सी.एम.एस. गोमती नगर प्रथम कैम्पस के सभागार ‘स्मृति सभा’ का आयोजन हुआ, जहाँ सी.एम.एस. परिवार के साथ ही मूर्धन्य हस्तियों ने भावपूर्ण वातावरण में डा. जगदीश गाँधी से जुड़ी अपनी स्मृतियों को साझा किया। सी.एम.एस. संस्थापिका-निदेशिका डा. भारती गाँधी ने इस अवसर पर कहा कि डा. जगदीश गाँधी सादगी एवं उच्च विचारों की प्रतिमूर्ति थे। दूरगामी सोच, बुलन्द हौसला व अथक परिश्रम में उनकी नियमित दिनचर्या का अंग था। वहीं दूसरी ओर सी.एम.एस. प्रेसीडेन्ट प्रो. गीता गाँधी किंगडन ने डा. जगदीश गाँधी की स्मृति में प्रार्थना की। इसी प्रकार, डा. जगदीश गाँधी के पुत्र श्री विनय गाँधी, पुत्री प्रो. नीता गाँधी फारुही, सी.एम.एस. के क्वालिटी अश्योरेन्स विभाग की हेड व सुपीरियर प्रिन्सिपल सुश्री सुश्मिता घोष समेत सी.एम.एस. प्रधानाचार्याओं, शिक्षकों व कार्यकर्ताओं ने डा. गाँधी से जुडी अपनी यादों व भावनाओं को व्यक्त किया।
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