Skip to main content

आई-क्यू हॉस्पिटल्स के 17 साल पूरे, अब तक 6 लाख से अधिक सफल सर्जरी,

आई-क्यू हॉस्पिटल्स के 17 साल पूरे, अब तक 6 लाख से अधिक सफल सर्जरी, 

  • 7.5 मिलियन मरीजों का बेहतर उपचार

लखनऊ : हाई क्वालिटी आई केयर सर्विस देने वाले आई-क्यू हॉस्पिटल्स ने अपने 17 साल पूरे कर लिए हैं। इस लंबे समय में आई-क्यू हॉस्पिटल ने 75 लाख रोगियों का बेहतर तरीके से इलाज किया है जो कि गर्व की बात है। इतना ही नहीं, इसने 6 लाख से अधिक आईज सर्जरी भी की हैं। ब्रांड अपनी इस उम्मीद के साथ आगे बढ़ रहा है कि वह राष्ट्र की दृष्टि को बदलेगा। यह तथ्य समझते हुए कि नई तकनीकों और इलाजों के साथ बहुत से लोग समय पर सर्जरी और सही निदान के साथ अपनी दृष्टि को पुनः प्राप्त कर सकते हैं, आई-क्यू ने भारत में सभी सामाजिक स्तरों पर इस बड़े क्रांति की शुरुआत की है।

आई-क्यू के चार राज्यों और 29 शहरों में सेंटर चल रहे हैं। इससे साबित होता है कि नेत्र देखभाल के क्षेत्र में यह ब्रांड तेजी से आगे की और बढ़ रहा और बढ़िया सेवाएं दे रहा है। कंपनी का नेट प्रमोटर स्कोर (एनपीएस) 80 है, जिससे पता चलता है कि कंपनी ग्राहक संतुष्टि के प्रति अपने प्रतिबद्धता को प्रमोट करती है, जो उन व्यक्तियों के सकारात्मक अनुभवों को दर्शाती है जिन्होंने आई-क्यू की सेवाओं का लाभ उठाया है।

इसके अलावा, आई-क्यू अपने कर्मचारियों के बीच विविधता को बढ़ावा देने पर गर्व करता है, क्योंकि इसके 40% कर्मचारियों में महिला कर्मचारी शामिल हैं। यह समर्पण समृद्धि और संतुलित कार्यस्थल के प्रति ही नहीं है, बल्कि स्वास्थ्य सेवा उद्योग में महिला उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के विशाल उद्देश्य के साथ भी मेल खाता है।

अस्पताल ने छोटे शहरों में स्वास्थ्य देखभाल मानकों को ऊपर उठाने में भी बड़ी भूमिका निभाई है, जहां गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाओं तक पहुंच सीमित हो सकती है। मुख्य रूप से इन वंचित क्षेत्रों से 9000 से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित करने के बाद, आई-क्यू ने भारत के हजारों परिवारों पर सकारात्मक प्रभाव डाला है। छोटे शहरों में स्वास्थ्य पेशेवरों की शिक्षा और सशक्तिकरण में निवेश करके, आई-क्यू ने केवल महत्वपूर्ण स्वास्थ्य स्थितियों का समाधान किया है बल्कि नीचे से सामाजिक-आर्थिक प्रगति को भी उत्तेजना किया है।

आई-क्यू हॉस्पिटल्स के फाउंडर और सीएमडी डॉ। अजय शर्मा ने कहा, 'तकनीकी प्रगति के प्रति हमारी प्रतिबद्धता ब्लेडलेस फेम्टो कैटरेक्ट, I-LASIK और SiLK जैसी अत्याधुनिक तकनीकों की शुरूआत से स्पष्ट है। ये नवाचार नेत्र देखभाल के क्षेत्र में प्रगति में सबसे आगे रहने के लिए आई-क्यू के समर्पण को उजागर करते हैं। हम न सिर्फ तकनीक पेश कर रहे हैं, बल्कि हम क्षेत्र स्तर पर भी काम कर रहे हैं। इससे पूरे देश में सामाजिक-आर्थिक परिस्थितियों पर प्रभाव पड़ता है। 

आई क्यू के को-फाउंडर और सीईओ रजत गोयल ने कहा, 'आई-क्यू में, हम नेत्र देखभाल में अत्याधुनिक तकनीक की परिवर्तनकारी शक्ति में विश्वास करते हैं। हमारी प्रतिबद्धता अग्रणी नवाचार की है, यह सुनिश्चित करते हुए कि हमारे रोगियों को नवीनतम प्रगति से लाभ मिले। स्टेट-ऑफ-द-आर्ट समाधानों के साथ, हम दृष्टि स्वास्थ्य के लिए एक स्पष्ट, उज्ज्वल भविष्य को प्रकाशित करते हैं। 

आई-क्यू हॉस्पिटल्स आने वाले वर्षों में निरंतर विकास और नवाचार के लिए तत्पर है, जिसका लक्ष्य सुलभ और उन्नत नेत्र देखभाल सेवाओं के माध्यम से समुदायों की भलाई में अपने योगदान को और बढ़ाना है।

Comments

Popular posts from this blog

आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है!

-आध्यात्मिक लेख  आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है! (1) मृत्यु के बाद शरीर मिट्टी में तथा आत्मा ईश्वरीय लोक में चली जाती है :विश्व के सभी महान धर्म हिन्दू, बौद्ध, ईसाई, मुस्लिम, जैन, पारसी, सिख, बहाई हमें बताते हैं कि आत्मा और शरीर में एक अत्यन्त विशेष सम्बन्ध होता है इन दोनों के मिलने से ही मानव की संरचना होती है। आत्मा और शरीर का यह सम्बन्ध केवल एक नाशवान जीवन की अवधि तक ही सीमित रहता है। जब यह समाप्त हो जाता है तो दोनों अपने-अपने उद्गम स्थान को वापस चले जाते हैं, शरीर मिट्टी में मिल जाता है और आत्मा ईश्वर के आध्यात्मिक लोक में। आत्मा आध्यात्मिक लोक से निकली हुई, ईश्वर की छवि से सृजित होकर दिव्य गुणों और स्वर्गिक विशेषताओं को धारण करने की क्षमता लिए हुए शरीर से अलग होने के बाद शाश्वत रूप से प्रगति की ओर बढ़ती रहती है। (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है : (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है :हम आत्मा को एक पक्षी के रूप में तथा मानव शरीर को एक पिजड़े के समान मान सकते है। इस संसार में रहते हुए

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का किया ऐलान जानिए किन मांगों को लेकर चल रहा है प्रदर्शन लखनऊ 2 जनवरी 2024 लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार और कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का भी है किया ऐलान इनकी मांगे इस प्रकार है पुनरीक्षित वेतनमान-5200 से 20200 ग्रेड पे- 1800 2- स्थायीकरण व पदोन्नति (ए.सी.पी. का लाभ), सा वेतन चिकित्सा अवकाश, मृत आश्रित परिवार को सेवा का लाभ।, सी.पी. एफ, खाता खोलना।,  दीपावली बोनस ।

भगवान चित्रगुप्त व्रत कथा पुस्तक का भव्य विमोचन

भगवान चित्रगुप्त व्रत कथा पुस्तक का भव्य विमोचन लखनऊ, जुलाई 2023, अयोध्या के श्री धर्महरि चित्रगुप्त मंदिर में भगवान चित्रगुप्त व्रत कथा पुस्तक का भव्य विमोचन  किया गया। बलदाऊजी द्वारा संकलित तथा सावी पब्लिकेशन लखनऊ द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक का विमोचन संत शिरोमणी श्री रमेश भाई शुक्ल द्वारा किया गया जिसमे आदरणीय वेद के शोधक श्री जगदानंद झा  जी भी उपस्थित रहै उन्होने चित्रगुप्त भगवान् पर व्यापक चर्चा की।  इस  अवसर पर कई संस्था प्रमुखो ने श्री बलदाऊ जी श्रीवास्तव को शाल पहना कर सम्मानित किया जिसमे जेo बीo चित्रगुप्त मंदिर ट्रस्ट,  के अध्यक्ष श्री दीपक कुमार श्रीवास्तव, महामंत्री अमित श्रीवास्तव कोषाध्यक्ष अनूप श्रीवास्तव ,कयस्थ संध अन्तर्राष्ट्रीय के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिनेश खरे, अ.भा.का.म के प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश कुमार जी एवं चित्रांश महासभा के कार्वाहक अध्यक्ष श्री संजीव वर्मा जी के अतिरिक्त अयोध्या नगर के कई सभासद भी सम्मान मे उपस्थित रहे।  कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के अध्यक्ष दीपक श्रीवास्तव जी ने की एवं समापन महिला अध्यक्ष श्री मती प्रमिला श्रीवास्तव द्वारा किया गया। कार्यक्रम