Skip to main content

हमारे भारत देश में भी हिंदी को मिले उचित स्थान- प्रियंका मिश्रा

हमारे भारत देश में भी हिंदी को मिले उचित स्थान- प्रियंका मिश्रा

लखनऊ, दिनांक 12 सितंबर 2023 : लखनऊ के हजरतगंज स्थित इंडियन कॉफी हाउस में सरस्वती हिंदी जगत ने प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया । इस प्रेस वार्ता का मुख्य उद्देश्य हिंदी को समाज में आगे लाना और बताना की हिंदी कितनी ज्यादा जरूरी है। सरस्वती हिंदी जगत की  संस्थापिका प्रियंका मिश्रा ने बताया कि उन्होंने कैसे यह सफर शुरू किया और कैसे विदेशी बच्चों को इससे जोड़ा। उनका कहना था कि वह सिंगापुर में पहले से ही विदेशी बच्चों को पढ़ा रही थी । लॉकडाउन के कारण उन्हें वापस भारत आना पड़ा जहां से उन्होंने अपने घर से इस आर्गेनाइजेशन को शुरू किया उनका साफ तौर पर यही कहना है ।की हिंदी हमारे देश के लिए बेहद जरूरी है और वह हिंदी से बेहद प्यार करती हैं और वह महिलाओं को इसके जरिए रोजगार भी दे रही है और महिलाएं सशक्त हो रही है जैसा हमारे देश के प्रधानमंत्री चाहते थे। इसके साथ ही उन्होंने हिंदी दिवस के अवसर पर सरकार और देशवासियों से कहा कि  हमें अपनी मातृभाषा हिंदी को ज्यादा से ज्यादा बढ़ावा देना चाहिए और आने वाली पीढ़ी को भी हिंदी भाषा  से जोड़ना चाहिए। सरकार को भी हिंदी भाषा को मुख्य धारा में रखने के लिए और भी प्रयास करने चाहिए ताकि जिस प्रकार हमारे देश में पाश्चात्य भाषा और संस्कृति का बढ़ावा हो रहा है कहीं हमारी हिंदी भाषा इन सब में दब के ना रह जाए । इसी उद्देश्य से उनकी संस्था निरंतर हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के लिए कार्यरत है।  प्रेस वार्ता में संस्था की अध्यक्षा प्रियंका मिश्रा,अभिषेक मिश्रा, प्रतिभा मौर्य, महिमा पाठक ,अंजुला अग्रवाल, सारिका अग्रवाल, अर्ची जैन, रूचि अग्रवाल, गरिमा अग्रवाल, तृप्ति शुक्ला आदि मौजूद रही।

Comments

Popular posts from this blog

आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है!

-आध्यात्मिक लेख  आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है! (1) मृत्यु के बाद शरीर मिट्टी में तथा आत्मा ईश्वरीय लोक में चली जाती है :विश्व के सभी महान धर्म हिन्दू, बौद्ध, ईसाई, मुस्लिम, जैन, पारसी, सिख, बहाई हमें बताते हैं कि आत्मा और शरीर में एक अत्यन्त विशेष सम्बन्ध होता है इन दोनों के मिलने से ही मानव की संरचना होती है। आत्मा और शरीर का यह सम्बन्ध केवल एक नाशवान जीवन की अवधि तक ही सीमित रहता है। जब यह समाप्त हो जाता है तो दोनों अपने-अपने उद्गम स्थान को वापस चले जाते हैं, शरीर मिट्टी में मिल जाता है और आत्मा ईश्वर के आध्यात्मिक लोक में। आत्मा आध्यात्मिक लोक से निकली हुई, ईश्वर की छवि से सृजित होकर दिव्य गुणों और स्वर्गिक विशेषताओं को धारण करने की क्षमता लिए हुए शरीर से अलग होने के बाद शाश्वत रूप से प्रगति की ओर बढ़ती रहती है। (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है : (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है :हम आत्मा को एक पक्षी के रूप में तथा मानव शरीर को एक पिजड़े के समान मान सकते है। इस संसार में रहते हुए

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का किया ऐलान जानिए किन मांगों को लेकर चल रहा है प्रदर्शन लखनऊ 2 जनवरी 2024 लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार और कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का भी है किया ऐलान इनकी मांगे इस प्रकार है पुनरीक्षित वेतनमान-5200 से 20200 ग्रेड पे- 1800 2- स्थायीकरण व पदोन्नति (ए.सी.पी. का लाभ), सा वेतन चिकित्सा अवकाश, मृत आश्रित परिवार को सेवा का लाभ।, सी.पी. एफ, खाता खोलना।,  दीपावली बोनस ।

आईसीएआई ने किया वूमेन्स डे का आयोजन

आईसीएआई ने किया वूमेन्स डे का आयोजन  लखनऊ। आईसीएआई ने आज गोमतीनगर स्थित आईसीएआई भवम में इन्टरनेशनल वूमेन्स डे का आयोजन किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलन, मोटो साॅन्ग, राष्ट्रगान व सरस्वती वन्दना के साथ हुआ। शुभारम्भ के अवसर पर शाखा के सभापति सीए. सन्तोष मिश्रा ने सभी मेम्बर्स का स्वागत किया एवं प्रोग्राम की थीम ‘‘एक्सिलेन्स / 360 डिग्री’’ का विस्तृत वर्णन किया। नृत्य, गायन, नाटक मंचन, कविता एवं शायरी का प्रस्तुतीकरण सीए. इन्स्टीट्यूट की महिला मेम्बर्स द्वारा किया गया। इस अवसर पर के.जी.एम.यू की सायकाॅयट्रिक नर्सिंग डिपार्टमेन्ट की अधिकारी  देब्लीना राॅय ने ‘‘मेन्टल हेल्थ आफ वर्किंग वूमेन’’ के विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किये। कार्यक्रम में लखनऊ शाखा के  उपसभापति एवं कोषाध्यक्ष सीए. अनुराग पाण्डेय, सचिव सीए. अन्शुल अग्रवाल, पूर्व सभापति सीए, आशीष कुमार पाठक एवं सीए. आर. एल. बाजपेई सहित शहर के लगभग 150 सीए सदस्यों ने भाग लिय।