मीशो ने उत्तर प्रदेश के 1.3 लाख से ज्यादा छोटे बिज़नेसेज़ को मजबूत किया
- वर्ष 2022 में राज्य से मीशो प्लेटफॉर्म पर ऑनबोर्ड होने वाले सप्लायर्स 77 प्रतिशत बढ़े
लखनऊ। भारत के एकमात्र ट्रू ई-कॉमर्स बाजार, मीशो ने आज बताया कि इसके प्लेटफॉर्म पर उत्तर प्रदेश के 1,30,000 से ज्यादा छोटे बिज़नेस रजिस्टर्ड हैं। मीशो द्वारा उद्योग में पहली बार चलाए जा रहे जीरो कमीशन मॉडल जैसे अभियानों की बदौलत पिछले कुछ सालों में उत्तर प्रदेश से बड़ी संख्या में एमएसएमईज़ ने मीशो पर रजिस्ट्रेशन कराया है। मीशो के डायरेक्टर, फुलफिलमेंट एंड एक्सपीरियंस, सौरभ पांडे ने आज यहां बताया कि साल 2022 में राज्य में मीशो प्लेटफॉर्म से जुड़ने वाले सप्लायर्स 77 प्रतिशत बढ़े, जिनमें से 73 प्रतिशत ने अपने ई-कॉमर्स व्यवसाय की शुरुआत ही मीशो के साथ की। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश से अब तक लगभग 700 विक्रेता करोड़पति और 130,000 से ज्यादा विक्रेता लखपति बन चुके हैं। इस क्षेत्र के सप्लायर्स की पसंदीदा श्रेणियों में महिलाओं की पोषाक, किड्सवियर, होम एंड किचन, कंज़्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स एवं पर्सनल केयर और ब्यूटी हैं। मीशो ने अपनी शुरुआत से ही देश में विशेषतया टियर 2 और टियर 3 शहरों में छोटे एवं मध्यम व्यवसायों (एसएमबी) को मजबूत व उनका सहयोग करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मीशो के लगभग 50 प्रतिशत विक्रेता टियर 2 शहरों जैसे अमृतसर, राजकोट, हुबली, कोझिकोडे, जमशेदपुर, और तिरुप्पुर से हैं। मीशो हाल ही में 1 मिलियन विक्रेताओं की संख्या को पार करने वाली भारत की सबसे तेज ई-कॉमर्स कंपनी भी बन गई, जिसने अपनी शुरुआत से 8 साल से भी कम समय में इतना बड़ा विक्रेता आधार हासिल किया। प्लेटफॉर्म पर रजिस्टर्ड 1.1 मिलियन विक्रेताओं में 80 प्रतिशत से ज्यादा ई-कॉमर्स के क्षेत्र में नए हैं और पहली बार ऑनलाईन बिक्री कर रहे हैं। इंटरनेट कॉमर्स को जनसमूह में हर व्यक्ति तक पहुँचाने के अपने मिशन के साथ मीशो छोटे बिज़नेसेज़ को डिजिटाईज़ करने और विशाल बाजार तक पहुँचने में समर्थ बनाने में मुख्य भूमिका निभा रहा है। यह देश का ‘एकमात्र ट्रू ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस है, जिसके पास एस्सेट-लाईट बिज़नेस मॉडल है, जिसकी विशेषताओं में जीरो प्रतिशत विक्रेता कमीशन - 2022 में मीशो के विक्रेताओं को कमीशन की 3,700 करोड़ रु. की बचत का लाभ मिला, विक्रेताओं की कोई टियरिंग और भेदभाव नहीं, जिससे बिल्कुल निष्पक्ष काम और सभी के लिए एक समान अवसर सुनिश्चित होते हैं और हमारे विक्रेताओं की प्राईवेट लेबल के ब्रांड्स से कोई प्रतिस्पर्धा नहीं, इन्वेंटरी पर आधारित व्यवसाय नहीं। दो सालों में मीशो पर विक्रेताओं का बिज़नेस औसत 82 प्रतिशत बढ़ा। गूगल प्ले स्टोर पर इंटीग्रेटेड ई-कॉमर्स ऐप (विक्रेताओं और उपभोक्ताओं के लिए एक ही ऐप), केवल 13.6 मेगाबाईट के साथ भारत में सबसे हल्का ऐप है। इस वृद्धि के बारे में मीशो के डायरेक्टर, फुलफिलमेंट एंड एक्सपीरियंस, सौरभ पांडे ने कहा, ‘‘यह देखकर बहुत खुशी होती है कि उत्तर प्रदेश से 1.3 लाख से ज्यादा एमएसएमई मीशो पर काफी तेजी से व ृद्धि कर रहे हैं और सैकड़ों व्यवसायी लखपति और करोड़पति बन चुके हैं। उद्यमियों को जीरो कमीशन, आसान बिज़नेस ऑपरेशंस जैसी सुविधाएं प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता ने उनके व्यवसाय में ठोस व सकारात्मक परिवर्तन लाया है। सफलता की यह कहानी व्यवसायों और आजीविका को बढ़ाने में ई-कॉमर्स की परिवर्तनकारी शक्ति का प्रमाण है। हम अपने सैलर्स की सफलता का हिस्सा बनकर गौरवान्वित महसूस करते हैं।’’ मीशो पर ज्वेलरी बेचने वाले लखनऊ स्थित संदीप और ऋषि सिंह ने कहा, ‘‘मीशो से जुड़ते ही हमारा व्यवसाय बढ़ने लगा। इस प्लेटफॉर्म ने हमें सही टूल्स और एक विशाल ग्राहक आधार प्रदान किया, जिससे बिक्री तेजी से बढ़ने लगी। हम अपने व्यवसाय को दिए इस सहयोग के लिए मीशो को धन्यवाद देते हैं।’’ मीशो ने 2022 में अपने प्लेटफॉर्म पर लेन-देन करने वाले 140 मिलियन यूज़र्स सालाना दर्ज किए, जो भारत में इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाली आबादी का एक बड़ा हिस्सा है। मीशो के विशाल यूज़र आधार, अत्याधुनिक टेक्नॉलॉजी और कम लागत के साथ थर्ड-पार्टी लॉजिस्टिक प्रदाताओं द्वारा पूरे भारत में शिपिंग से विक्रेताओं को अपना औसत राजस्व 3 गुना बढ़ाने में मदद मिलती है। 1.1 मिलियन विक्रेताओं और 30 से ज्यादा श्रेणियों में 100 मिलियन एक्टिव प्रोडक्ट लिस्टिंग्स के साथ मीशो पूरे देश में ग्राहकों के लिए सबसे कम मूल्यों में उत्पादों का विस्तृत संग्रह पेश करता है।
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