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इण्टरनेशनल इण्टरफेथ कान्फ्रेन्स :धार्मिक एकता,लिंगभेद,जलवायु परिवर्तन व विकास पर हुई व्यापक चर्चा

इण्टरनेशनल इण्टरफेथ कान्फ्रेन्स :धार्मिक एकता,लिंगभेद,जलवायु परिवर्तन व  विकास पर हुई व्यापक चर्चा

लखनऊ, 15 जुलाई। सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में आयोजित किए जा रहे तीन दिवसीय ‘इण्टरनेशनल इण्टरफेथ कान्फ्रेन्स के दूसरे दिन का उद्घाटन आज डा. दिनेश शर्मा, पूर्व उप-मुख्यमंत्री, उ.प्र. ने दीप प्रज्वलित कर किया जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री सुधांशु त्रिवेदी, राज्यसभा सदस्य एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता, भाजपा एवं श्री प्रभु चावला, वरिष्ठ पत्रकार की उपस्थिति ने समारोह की गरिमा को बढ़ाया। इस अवसर पर अपने संबोधन में डा. दिनेश शर्मा ने कहा कि दुनिया में धर्म का विशिष्ट स्थान है और यह शान्ति व एकता स्थापित करने के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि ऐसे सम्मेलनों का आयोजन अधिक से अधिक होना चाहिए।  उद्घाटन सत्र में बोलते हुए विशिष्ट अतिथि श्री सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि विभिन्न धर्मों में आपसी सद्भाव व भाईचारा ही हमारी संस्कृति रही है। वरिष्ठ पत्रकार प्रभु चावला ने अपने संबोधन में कहा कि विविधता में एकता ही हम भारतीयों की पहचान है, जिसने हमें विश्व का सर्वाधिक सशक्त लोकतंत्र बनाया है। डा. जगदीश गाँधी ने देश-विदेश से पधारी प्रख्यात हस्तियों  का हार्दिक स्वागत अभिनंदन करते हुए कहा कि शिक्षा का उद्देश्व व महत्व तभी है जब समाज में भाईचारे की भावना प्रवाहित हो। सी.एम.एस. प्रेसीडेन्ट प्रो. गीता गाँधी किंगडन ने कहा कि शिक्षा ही वह एकमात्र मार्ग है जिस पर चलकर समाज में व्याप्त बुराइयों को दूर किया जा सकता है।

इसअन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन आज अलग-अलग पैनल डिस्कशन के माध्यम से विभिन्न सामाजिक मुद्दों जैसे धार्मिक समन्वय के आधार पर जलवायु परिवर्तन, सामाजिक न्याय, शिक्षा, लिंगभेद, धार्मिक समन्वय में मीडिया की भूमिका आदि विभिन्न विषयों पर सारगर्भित परिचर्चा सम्पन्न हुई। पैनल डिस्कशन में कई प्रख्यात हस्तियों ने अपने सारगर्भित विचारों से धर्म के नवीन आयामों का उद्घाटित किया। इण्टरनेशनल इन्टरफेथ सम्मेलन के अन्तर्गत विद्वजनों की परिचर्चा का दौर कल 16 जुलाई को भी जारी रहेगा एवं इसके उपरान्त अपरान्हः सत्र में समापन समारोह का आयोजन किया जायेगा। 

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