Skip to main content

लखनऊ में दो दिवसीय नेशनल टैक्स कांफ्रेंस “गोमती ज्ञान प्रवाह” का कल से शुरू

लखनऊ में दो दिवसीय नेशनल टैक्स कांफ्रेंस “गोमती ज्ञान प्रवाह” का कल से शुरू 

LUCKNOW, इनकम टैक्स बार एसोसिएशन (ITBA) लखनऊ व आल इंडिया फेडरेशन ऑफ़ टैक्स प्रैक्टिशनर (AIFTP) मुंबई द्वारा कल से आज लखनऊ के होटल हिल्टन गार्डन इन्, विभूति खंड, गोमती नगर में दो दिवसीय टैक्स कांफ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है l कांफ्रेंस का उद्घाटन माननीय न्यायमूर्ति सुप्रीम कोर्ट श्री राजेश बिंदल जी द्वारा किया जायेगा 

दो दिवसिय इस सेमिनार में 6 टेकनीकल सेशन होंगे है जिनमे आयकर व् जी.एस.टी की तमाम कानूनी पेचेदिगियों/विसंगतियो पे विषय विशेषज्ञों द्वारा चर्चा की जाएगी व उसका एक प्रतिवेदन सरकार को भी भेजा जायेगा ताकि व्यापारी व् टैक्स पेयर्स को आने वाली समस्याओं का समाधान किया जा सके l 

कार्यक्रम में विभिन्न व्यापारिक संघटन, कॉर्पोरेट घराने, टैक्स प्रोफेशनल्स व करदाताओ द्वारा हिस्सा लिया जायेगा l 

मीडिया समिति के चेयरमैन श्री दिलीप यशवर्धन ने बताया कि संस्था द्वारा इस तरह के आयोजन देश के विभिन्न शहरो में लगातार किये जाते है तथा व्यापारियो और करदाताओ को आ रही कानूनी व व्यवाहरिक समस्यओं को सरकार तक पहुचा कर उनका समाधान कराया जाता है l AIFTP और AITB लगभग 75 वर्ष पुरानी संस्थाएं है और इनका मुख्य उद्देश्य टैक्स कानूनों पर चर्चा करके उनकी कमियों को दूर कराना है l इन संस्थाओ के कई सदस्य जज व तमाम संवैधानिक पदों पर चयनित हो चुके है l

Comments

Popular posts from this blog

आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है!

-आध्यात्मिक लेख  आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है! (1) मृत्यु के बाद शरीर मिट्टी में तथा आत्मा ईश्वरीय लोक में चली जाती है :विश्व के सभी महान धर्म हिन्दू, बौद्ध, ईसाई, मुस्लिम, जैन, पारसी, सिख, बहाई हमें बताते हैं कि आत्मा और शरीर में एक अत्यन्त विशेष सम्बन्ध होता है इन दोनों के मिलने से ही मानव की संरचना होती है। आत्मा और शरीर का यह सम्बन्ध केवल एक नाशवान जीवन की अवधि तक ही सीमित रहता है। जब यह समाप्त हो जाता है तो दोनों अपने-अपने उद्गम स्थान को वापस चले जाते हैं, शरीर मिट्टी में मिल जाता है और आत्मा ईश्वर के आध्यात्मिक लोक में। आत्मा आध्यात्मिक लोक से निकली हुई, ईश्वर की छवि से सृजित होकर दिव्य गुणों और स्वर्गिक विशेषताओं को धारण करने की क्षमता लिए हुए शरीर से अलग होने के बाद शाश्वत रूप से प्रगति की ओर बढ़ती रहती है। (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है : (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है :हम आत्मा को एक पक्षी के रूप में तथा मानव शरीर को एक पिजड़े के समान मान सकते है। इस संसार में रहते हुए

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का किया ऐलान जानिए किन मांगों को लेकर चल रहा है प्रदर्शन लखनऊ 2 जनवरी 2024 लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार और कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का भी है किया ऐलान इनकी मांगे इस प्रकार है पुनरीक्षित वेतनमान-5200 से 20200 ग्रेड पे- 1800 2- स्थायीकरण व पदोन्नति (ए.सी.पी. का लाभ), सा वेतन चिकित्सा अवकाश, मृत आश्रित परिवार को सेवा का लाभ।, सी.पी. एफ, खाता खोलना।,  दीपावली बोनस ।

भगवान चित्रगुप्त व्रत कथा पुस्तक का भव्य विमोचन

भगवान चित्रगुप्त व्रत कथा पुस्तक का भव्य विमोचन लखनऊ, जुलाई 2023, अयोध्या के श्री धर्महरि चित्रगुप्त मंदिर में भगवान चित्रगुप्त व्रत कथा पुस्तक का भव्य विमोचन  किया गया। बलदाऊजी द्वारा संकलित तथा सावी पब्लिकेशन लखनऊ द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक का विमोचन संत शिरोमणी श्री रमेश भाई शुक्ल द्वारा किया गया जिसमे आदरणीय वेद के शोधक श्री जगदानंद झा  जी भी उपस्थित रहै उन्होने चित्रगुप्त भगवान् पर व्यापक चर्चा की।  इस  अवसर पर कई संस्था प्रमुखो ने श्री बलदाऊ जी श्रीवास्तव को शाल पहना कर सम्मानित किया जिसमे जेo बीo चित्रगुप्त मंदिर ट्रस्ट,  के अध्यक्ष श्री दीपक कुमार श्रीवास्तव, महामंत्री अमित श्रीवास्तव कोषाध्यक्ष अनूप श्रीवास्तव ,कयस्थ संध अन्तर्राष्ट्रीय के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिनेश खरे, अ.भा.का.म के प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश कुमार जी एवं चित्रांश महासभा के कार्वाहक अध्यक्ष श्री संजीव वर्मा जी के अतिरिक्त अयोध्या नगर के कई सभासद भी सम्मान मे उपस्थित रहे।  कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के अध्यक्ष दीपक श्रीवास्तव जी ने की एवं समापन महिला अध्यक्ष श्री मती प्रमिला श्रीवास्तव द्वारा किया गया। कार्यक्रम