Skip to main content

प0 श्रीराम बाजपेयी जी की कांस्य मूर्ति का हुआ अनावरण

अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मूर्तिकार प्रो0 कृष्ण चन्द्र बाजपेई द्वारा निर्मित प0 श्रीराम बाजपेयी जी की कांस्य मूर्ति का हुआ अनावरण 

हरदोई। अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मूर्तिकार प्रो0 कृष्ण चन्द्र बाजपेई द्वारा निर्मित प0 श्रीराम बाजपेयी जी की कांस्य मूर्ति का अनावरण विश्व चिंतन दिवस के अवसर पर स्काउट गाइड के जिला मुख्य आयुक्त व जिला विद्यालय निरीक्षक श्री बी0 के0 दुबे जी द्वारा किया गया। प्रति वर्ष  विश्व चिंतन दिवस मनाया जाता है। इस दिन स्काउटिंग के जनक वेडेन पावेल व उनकी पत्नी ऑलिव वेडेन पावेल का जन्म दिवस को विश्व चिंतन दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसी अवसर पर भारत मे स्काउटिंग के जनक प0 श्रीराम बाजपेई, की मूर्ति को  हरदोई जिले के स्काउट भवन के प्रांगण में जन सहयोग से स्थापित किया गया। इस अवसर पर अध्यक्ष अभय शंकर गौड़ जी, उपाध्यक्ष सोने लाल मिश्रा जी, जिला कमिश्नर स्काउट अवधेश त्रिपाठी जी, जिला कमिश्नर गाइड गायत्री जी, जिला आयुक्त गीता शुक्ला, सचिव राजेश तिवारी जी, रमेश चन्द्र वर्मा, पंकज वर्मा, अलका गुप्ता,  चेतना शुक्ला, अतुलकान्त कुशवाहा, आशीष सिंह, विपिन त्रिपाठी सहित भारत स्काउट गाइड जिला संस्था हरदोई के समस्त पदाधिकारी  व गणमान्य सदस्यों की उपस्थिति रहे। जिला विद्यालय निरीक्षक बी0 के0 दुबे0 ने अंतरराष्ट्रीय मूर्तिकार प्रो0 कृष्ण चन्द्र बाजपेई द्वारा निर्मित मूर्ति की भूरी भूरी प्रसंशा की।

Comments

Popular posts from this blog

आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है!

-आध्यात्मिक लेख  आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है! (1) मृत्यु के बाद शरीर मिट्टी में तथा आत्मा ईश्वरीय लोक में चली जाती है :विश्व के सभी महान धर्म हिन्दू, बौद्ध, ईसाई, मुस्लिम, जैन, पारसी, सिख, बहाई हमें बताते हैं कि आत्मा और शरीर में एक अत्यन्त विशेष सम्बन्ध होता है इन दोनों के मिलने से ही मानव की संरचना होती है। आत्मा और शरीर का यह सम्बन्ध केवल एक नाशवान जीवन की अवधि तक ही सीमित रहता है। जब यह समाप्त हो जाता है तो दोनों अपने-अपने उद्गम स्थान को वापस चले जाते हैं, शरीर मिट्टी में मिल जाता है और आत्मा ईश्वर के आध्यात्मिक लोक में। आत्मा आध्यात्मिक लोक से निकली हुई, ईश्वर की छवि से सृजित होकर दिव्य गुणों और स्वर्गिक विशेषताओं को धारण करने की क्षमता लिए हुए शरीर से अलग होने के बाद शाश्वत रूप से प्रगति की ओर बढ़ती रहती है। (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है : (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है :हम आत्मा को एक पक्षी के रूप में तथा मानव शरीर को एक पिजड़े के समान मान सकते है। इस संसार में रहते हुए

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का किया ऐलान जानिए किन मांगों को लेकर चल रहा है प्रदर्शन लखनऊ 2 जनवरी 2024 लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार और कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का भी है किया ऐलान इनकी मांगे इस प्रकार है पुनरीक्षित वेतनमान-5200 से 20200 ग्रेड पे- 1800 2- स्थायीकरण व पदोन्नति (ए.सी.पी. का लाभ), सा वेतन चिकित्सा अवकाश, मृत आश्रित परिवार को सेवा का लाभ।, सी.पी. एफ, खाता खोलना।,  दीपावली बोनस ।

भगवान चित्रगुप्त व्रत कथा पुस्तक का भव्य विमोचन

भगवान चित्रगुप्त व्रत कथा पुस्तक का भव्य विमोचन लखनऊ, जुलाई 2023, अयोध्या के श्री धर्महरि चित्रगुप्त मंदिर में भगवान चित्रगुप्त व्रत कथा पुस्तक का भव्य विमोचन  किया गया। बलदाऊजी द्वारा संकलित तथा सावी पब्लिकेशन लखनऊ द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक का विमोचन संत शिरोमणी श्री रमेश भाई शुक्ल द्वारा किया गया जिसमे आदरणीय वेद के शोधक श्री जगदानंद झा  जी भी उपस्थित रहै उन्होने चित्रगुप्त भगवान् पर व्यापक चर्चा की।  इस  अवसर पर कई संस्था प्रमुखो ने श्री बलदाऊ जी श्रीवास्तव को शाल पहना कर सम्मानित किया जिसमे जेo बीo चित्रगुप्त मंदिर ट्रस्ट,  के अध्यक्ष श्री दीपक कुमार श्रीवास्तव, महामंत्री अमित श्रीवास्तव कोषाध्यक्ष अनूप श्रीवास्तव ,कयस्थ संध अन्तर्राष्ट्रीय के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिनेश खरे, अ.भा.का.म के प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश कुमार जी एवं चित्रांश महासभा के कार्वाहक अध्यक्ष श्री संजीव वर्मा जी के अतिरिक्त अयोध्या नगर के कई सभासद भी सम्मान मे उपस्थित रहे।  कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के अध्यक्ष दीपक श्रीवास्तव जी ने की एवं समापन महिला अध्यक्ष श्री मती प्रमिला श्रीवास्तव द्वारा किया गया। कार्यक्रम