Skip to main content

शराब बंदी संघर्ष समिति की कार्यकारिणी का गठन सम्पन्न

शराब बंदी संघर्ष समिति की कार्यकारिणी का गठन सम्पन्न

  • मुर्तजा अली को शराबबंदी संघर्ष समिति का दोबारा चुना गया अध्यक्ष

लखनऊ, शराब बंदी संघर्ष समिति की मीटिंग समिति के कार्यालय में श्री आर बी लाल जी (वरिष्ठ समाजसेवी) की अध्यक्षता में हुई जिसमें सर्वसम्मति से श्री मुर्तजा अली को अध्यक्ष और श्री मिर्जा इशरत बेग को जनरल सेक्रेटरी श्री रोहित अग्रवाल को वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री मिर्जा साद बेग को प्रभारी युवा प्रकोष्ठ चुना गया l मीटिंग में अध्यक्ष श्री मुर्तजा अली ने बताया कि जल्द ही कार्यकारिणी के शपथग्रहण समारोह की तिथि घोषित किया जाएगा, जनरल सेक्रेटरी मिर्जा इशरत बेग ने बताया कि नवनियुक्त कार्यकारिणी के द्वारा शहर में जहां जहां धार्मिक स्थलों और स्कूल कालेज तथा अस्पतालों के पास नियमों के विरुद्ध शराब की दुकानों का संचालन किया जा रहा है उनको चिन्हित किया जा रहा है जिसको अभियान चला कर बंद करवाने का कार्य किया जाएगा जिसकी शुरुआत कपूरथला में मस्जिद के सामने संचालित शराब की दुकानों से किया जा चुका है।

वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री रोहित अग्रवाल ने संगठन को मजबूत करने पर बल दिया। प्रभारी युवा प्रकोष्ठ श्री मिर्जा साद बेग ने बताया कि शहर के सभी स्नातक और स्नातकोत्तर महाविद्यालयों के छात्रो को संगठित किया जा रहा है जिनको समिति में अहम जिम्मेदारियां दे कर संगठन से जोड़ा जाएगा जिसकी शुरुआत नेशनल पी जी कालेज से करी जा चुकी है l

Comments

Popular posts from this blog

आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है!

-आध्यात्मिक लेख  आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है! (1) मृत्यु के बाद शरीर मिट्टी में तथा आत्मा ईश्वरीय लोक में चली जाती है :विश्व के सभी महान धर्म हिन्दू, बौद्ध, ईसाई, मुस्लिम, जैन, पारसी, सिख, बहाई हमें बताते हैं कि आत्मा और शरीर में एक अत्यन्त विशेष सम्बन्ध होता है इन दोनों के मिलने से ही मानव की संरचना होती है। आत्मा और शरीर का यह सम्बन्ध केवल एक नाशवान जीवन की अवधि तक ही सीमित रहता है। जब यह समाप्त हो जाता है तो दोनों अपने-अपने उद्गम स्थान को वापस चले जाते हैं, शरीर मिट्टी में मिल जाता है और आत्मा ईश्वर के आध्यात्मिक लोक में। आत्मा आध्यात्मिक लोक से निकली हुई, ईश्वर की छवि से सृजित होकर दिव्य गुणों और स्वर्गिक विशेषताओं को धारण करने की क्षमता लिए हुए शरीर से अलग होने के बाद शाश्वत रूप से प्रगति की ओर बढ़ती रहती है। (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है : (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है :हम आत्मा को एक पक्षी के रूप में तथा मानव शरीर को एक पिजड़े के समान मान सकते है। इस संसार में रहते हुए

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का किया ऐलान जानिए किन मांगों को लेकर चल रहा है प्रदर्शन लखनऊ 2 जनवरी 2024 लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार और कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का भी है किया ऐलान इनकी मांगे इस प्रकार है पुनरीक्षित वेतनमान-5200 से 20200 ग्रेड पे- 1800 2- स्थायीकरण व पदोन्नति (ए.सी.पी. का लाभ), सा वेतन चिकित्सा अवकाश, मृत आश्रित परिवार को सेवा का लाभ।, सी.पी. एफ, खाता खोलना।,  दीपावली बोनस ।

आईसीएआई ने किया वूमेन्स डे का आयोजन

आईसीएआई ने किया वूमेन्स डे का आयोजन  लखनऊ। आईसीएआई ने आज गोमतीनगर स्थित आईसीएआई भवम में इन्टरनेशनल वूमेन्स डे का आयोजन किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलन, मोटो साॅन्ग, राष्ट्रगान व सरस्वती वन्दना के साथ हुआ। शुभारम्भ के अवसर पर शाखा के सभापति सीए. सन्तोष मिश्रा ने सभी मेम्बर्स का स्वागत किया एवं प्रोग्राम की थीम ‘‘एक्सिलेन्स / 360 डिग्री’’ का विस्तृत वर्णन किया। नृत्य, गायन, नाटक मंचन, कविता एवं शायरी का प्रस्तुतीकरण सीए. इन्स्टीट्यूट की महिला मेम्बर्स द्वारा किया गया। इस अवसर पर के.जी.एम.यू की सायकाॅयट्रिक नर्सिंग डिपार्टमेन्ट की अधिकारी  देब्लीना राॅय ने ‘‘मेन्टल हेल्थ आफ वर्किंग वूमेन’’ के विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किये। कार्यक्रम में लखनऊ शाखा के  उपसभापति एवं कोषाध्यक्ष सीए. अनुराग पाण्डेय, सचिव सीए. अन्शुल अग्रवाल, पूर्व सभापति सीए, आशीष कुमार पाठक एवं सीए. आर. एल. बाजपेई सहित शहर के लगभग 150 सीए सदस्यों ने भाग लिय।