Skip to main content

स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी से पीड़ित अनमय को इलाज के लिए 16 करोड़ की आवश्यकता

स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी से पीड़ित अनमय को इलाज के लिए 16 करोड़ की आवश्यकता

  • अनमय के इलाज के लिए 16 करोड़ कीमत के इंजेक्शन से ही सम्भव 
  • क्षत्रिय परिवार फाउंडेशन ने 21 लाख का चेक बतौर योगदान अनमय के माता-पिता को सौंपा

लखनऊ, 15 सितंबर:  सात महीने की उम्र में अनमय सिंह ऐसी बीमारी से जूझ रहा है, जिसका इलाज दुनिया के सबसे महंगे इलाज में से एक है। अनमय दुर्लभ व जानलेवा बीमारी स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी से अपने जीवन के लिए संघर्ष कर रहा है और इसका इलाज सिर्फ एक इंजेक्शन से ही सम्भव है, जिसकी कीमत ₹16 करोड़ है। अनमय के इलाज में अब समाज के मदद की भी दरकार है। बुधवार को इस अपील के साथ अनमय के माता-पिता श्रीमती अंकिता सिंह व श्री सुमित सिंह ने गौरीगंज, अमेठी के माननीय विधायक व क्षत्रिय परिवार फाउंडेशन के डायरेक्टर श्री राकेश प्रताप सिंह जी के सहयोग से प्रेस क्लब लखनऊ में मीडिया के सामने अनमय के इलाज व उसके लिए आवश्यक धनराशि के सम्बंध में अपनी बात रखी। इस अवसर पर क्षत्रिय परिवार फाउंडेशन ने ₹21 लाख का योगदान देते हुए चेक अनमय के माता-पिता को सौंपा। इस अवसर पर क्षत्रिय परिवार फाउंडेशन की तरफ से अनमय के इलाज के लिए शुरू हुई इस मुहिम में शामिल प्रमुख सदस्य श्री धर्मेंद्र कुमार सिंह, श्री दिनेश प्रताप सिंह, श्री अमरेंद्र सिंह, श्री देवेंद्र सिंह, श्री शक्ति सिंह व श्री अमित सिंह भी उपस्थित थे।

इस अवर पर मीडिया से मुखातिब हुए गौरीगंज, अमेठी के माननीय विधायक श्री राकेश प्रताप सिंह ने कहा, "स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी जैसी अत्यंत विलक्षण और गम्भीर बीमारी से जूझ रहे नन्हे शिशु अन्मय सिंह को आपकी आवश्यकता है, आगे बढ़ें और दिल खोलकर मदद करें। अनमय के इलाज हेतु चिकित्सकों के द्वारा ₹16 करोड़ के इंजेक्शन  की आवश्यकता बताई गई है, यह राशि सुनने में जितनी बड़ी है, उससे कहीं बहुत मुश्किल इसका इंतजाम कर पाना है। किसी भी साधारण परिवार के लिए इस राशि की व्यवस्था कर पाना असंभव सा है। परंतु जिस तरह कड़ी से कड़ी जुड़ रही है और समाज के सभी लोग अन्मय की मदद को आगे आ रहे हैं, उससे अन्मय के इलाज की उम्मीद साकार होकर मूर्तरूप लेती जा रही है। अन्मय सिंह के इलाज में सहायता के लिए हमारी संस्था क्षत्रिय परिवार फाउंडेशन द्वारा ₹21,00,000 ( इक्कीस लाख रूपये) का योगदान दिया गया है। आप सभी से आग्रह है अन्मय की मदद के लिए आगे आएं, आपका छोटा सा सहयोग अन्मय की जीवन रक्षा में वरदान साबित हो सकता है।"

अनमय की माता जी श्रीमती अंकिता सिंह ने बताया, " अनमय के जन्म के बाद हम सभी बहुत खुश थे और उसके उज्ज्वल व स्वस्थ भविष्य की कामना कर रहे थे। लेकिन कुछ दिनों बाद अचनाक उसके हाव-भाव मे ऐसा परिवर्तन आया जो सामान्य शिशुओं में नहीं होता। डॉक्टर्स से सम्पर्क करने पर उन्होंने कहा कि कुछ बच्चों में विकास कुछ देरी से होता है, प्रतीक्षा कर लेनी चाहिए। हालात न सुधरने पर देश भर के विशेषज्ञ डॉक्टरों को दिखाया गया तो दिल तोड़ने वाली खबर की पुष्टि हुई। अनमय स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी एसएमए-I से पीड़ित है। अनमय को डॉ प्रवीण सुमन द्वारा इलाज के लिए दिल्ली स्थित सर गंगाराम अस्पताल में रेफर किया गया है, जहां उसका इलाज डॉ एस दुबे, डॉ एस कोहली व डॉ रत्ना डी पुरी के कुशल निर्देशन में चल रहा है।"

श्रीमती अंकिता सिंह ने बताया, "जिन बच्चों में स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी बीमारी के लक्षण पाए जाते हैं, वे धीरे-धीरे इतने लाचार हो जाते हैं कि उन्हें सांस तक लेने के लिए वेंटिलेटर की जरूरत पड़ जाती है। लंबे समय तक बच्चों को वेंटिलेटर पर रखना भी किसी बड़े खतरे से कम नहीं है। इससे ट्यूब में संक्रमण फैलने का खतरा होता है औए बच्चे की हालत और बिगड़ सकती है।"

उन्होंने सभी से भावुक अपील करते हुए कहा, "आप सब के सहयोग व आशीर्वाद से अनमय स्वस्थ होकर एक सामान्य जीवन व्यतीत कर सकता है। आपका सहयोग व आशीर्वाद एक मां के लिए उसके जीवन का अनमोल तोहफा होगा।"

अनमय के पिता श्री सुमित सिंह ने बताया, "इस बीमारी के इलाज के लिए एक खास इंजेक्शन की जरूरत पड़ती है, जिसे अमेरिका के वैज्ञानिकों ने ईजाद किया है और इसे अमेरिका से मंगाना पड़ता है। लेकिन सबसे बड़ी चुनौती है इस इंजेक्शन की कीमत जो लगभग 16 करोड़ रुपये है। इस इंजेक्शन के लगने से मांसपेशियों को कमजोर कर उन्हें हिलने-डुलने और सांस लेने में समस्या पैदा करने वाला जीन निष्क्रिय हो जाता है। यह नर्व्स के लिए जरूरी प्रोटीन का उत्पादन शुरू कर देता है और बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास सामान्य रूप से होने लगता है।"

उन्होंने अपील करते हुए कहा, "हमने अपनी सामर्थ्य के हिसाब से जितना संभव था, उतनी धनराशि एकत्र की। लेकिन ₹16 करोड़ रुपये की सम्पूर्ण राशि एकत्र कर पाना हमारे जैसे साधारण परिवार के लिए लगभग असंभव है। हमें क्षत्रिय परिवार फाउंडेशन व इसके डायरेक्टर अमेठी के माननीय विधायक श्री राकेश प्रताप सिंह जी का अमूल्य सहयोग मिला है, हम समाज के हर वर्ग से अपील करते हैं कि आपके द्वारा दिया गया छोटा से छोटा सहयोग अनमय के जीवन के लिए वरदान साबित होगा, आगे आएं और अनमय को स्वस्थ और सामान्य जीवन व्यतीत करने का आशीर्वाद व सहयोग दें।"

Comments

Popular posts from this blog

आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है!

-आध्यात्मिक लेख  आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है! (1) मृत्यु के बाद शरीर मिट्टी में तथा आत्मा ईश्वरीय लोक में चली जाती है :विश्व के सभी महान धर्म हिन्दू, बौद्ध, ईसाई, मुस्लिम, जैन, पारसी, सिख, बहाई हमें बताते हैं कि आत्मा और शरीर में एक अत्यन्त विशेष सम्बन्ध होता है इन दोनों के मिलने से ही मानव की संरचना होती है। आत्मा और शरीर का यह सम्बन्ध केवल एक नाशवान जीवन की अवधि तक ही सीमित रहता है। जब यह समाप्त हो जाता है तो दोनों अपने-अपने उद्गम स्थान को वापस चले जाते हैं, शरीर मिट्टी में मिल जाता है और आत्मा ईश्वर के आध्यात्मिक लोक में। आत्मा आध्यात्मिक लोक से निकली हुई, ईश्वर की छवि से सृजित होकर दिव्य गुणों और स्वर्गिक विशेषताओं को धारण करने की क्षमता लिए हुए शरीर से अलग होने के बाद शाश्वत रूप से प्रगति की ओर बढ़ती रहती है। (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है : (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है :हम आत्मा को एक पक्षी के रूप में तथा मानव शरीर को एक पिजड़े के समान मान सकते है। इस संसार में रहते हुए

भगवान चित्रगुप्त व्रत कथा पुस्तक का भव्य विमोचन

भगवान चित्रगुप्त व्रत कथा पुस्तक का भव्य विमोचन लखनऊ, जुलाई 2023, अयोध्या के श्री धर्महरि चित्रगुप्त मंदिर में भगवान चित्रगुप्त व्रत कथा पुस्तक का भव्य विमोचन  किया गया। बलदाऊजी द्वारा संकलित तथा सावी पब्लिकेशन लखनऊ द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक का विमोचन संत शिरोमणी श्री रमेश भाई शुक्ल द्वारा किया गया जिसमे आदरणीय वेद के शोधक श्री जगदानंद झा  जी भी उपस्थित रहै उन्होने चित्रगुप्त भगवान् पर व्यापक चर्चा की।  इस  अवसर पर कई संस्था प्रमुखो ने श्री बलदाऊ जी श्रीवास्तव को शाल पहना कर सम्मानित किया जिसमे जेo बीo चित्रगुप्त मंदिर ट्रस्ट,  के अध्यक्ष श्री दीपक कुमार श्रीवास्तव, महामंत्री अमित श्रीवास्तव कोषाध्यक्ष अनूप श्रीवास्तव ,कयस्थ संध अन्तर्राष्ट्रीय के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिनेश खरे, अ.भा.का.म के प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश कुमार जी एवं चित्रांश महासभा के कार्वाहक अध्यक्ष श्री संजीव वर्मा जी के अतिरिक्त अयोध्या नगर के कई सभासद भी सम्मान मे उपस्थित रहे।  कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के अध्यक्ष दीपक श्रीवास्तव जी ने की एवं समापन महिला अध्यक्ष श्री मती प्रमिला श्रीवास्तव द्वारा किया गया। कार्यक्रम

गन्ने वाली गली बाज़ार (अमीनाबाद ) व्यापार मंडल का हुवा गठन

गन्ने वाली गली बाज़ार (अमीनाबाद ) व्यापार मंडल का हुवा गठन आज लखनऊ युवा व्यापार मंडल नगर अध्यक्ष मनीष गुप्ता एवं महामंत्री प्रियांक गुप्ता द्वारा लखनऊ अमीनाबाद स्थित प्राचीन  गन्ने वाली गली बाजार  व्यापार मंडल का गठन किया गया। समस्त व्यापारीयो ने एक जुट हो गन्ने वाली गली व्यापार मंडल के अध्यक्ष के रूप मे मोहित केसवानी, महामंत्री पद पर अंकुर गुप्ता, एवं कोषाध्यक्ष विजय त्रिपाठी तथा वरिष्ठ उपाध्यक्ष मोहम्मद तौहीद, उपाध्यक्ष मोहम्मद जलील, इरशाद एवं संगठन मंत्री पद पर सौरभ सोनकर,सनी जयसवाल, एवं मंत्री पद पर मो राजू, अमित अग्रवाल,सर्वेश साहू सक्रिय सदस्य के रूप मे मोहम्मद सलमान,शदाब,चन्दन, अभिनव गुप्ता, रिशु सोनकर,सौरना सोनकर,अंकित सोनकर का चयन किया। स्थानीय कारोबारियों के अनुसार साठ के दशक मे गन्ने वाली गली मे गन्ने  की बड़ी बाज़ार लगती थी दूर दूर से गन्ना व्यापारी गन्ने की खरीद फरोक्त करने यहा आते थे। तभी से इसका नाम गन्ने वाली गली पड़ा। वर्तमान मे कॉस्मेटिक, चूड़ी, गिफ्ट, अकोरियम, सीसा, जर्नल स्टोर की होलनसेल दुकाने है।  नगर युवा अध्यक्ष मनीष गुप्ता ने सभी नवनियुक्त पदाधिकारियों को व्यापार मं