- प्रसपा ने मनाई जनेश्वर जयंती
- रघुनन्दन काका, परमानंद, संगीता, प्रो.अल्पना को जनेश्वर सम्मान,
- रामराज्य व समाजवाद के पैरोकार थे जनेश्वरजी- दीपक मिश्र
- सपा ने भुलाई जनेश्वर की सीख -दीपक मिश्र,
LUCKNOW, 6 AUG. 2022, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी ( लोहिया ) ने छोटे लोहिया के नाम से प्रसिद्ध प्रख्यात समाजवादी चिंतक कई बार केंद्रीय मंत्री रहे जनेश्वर मिश्र की जयंती मनाई । इस अवसर पर जनेश्वर मिश्र के सहयोगी रहे वरिष्ठ समाजवादी नेता रघुनंदन सिंह काका, परमानंद तिवारी, पूर्व मंत्री संगीता यादव व प्रोफ़ेसर अल्पना बाजपेई को जनेश्वर मिश्र 2022 सम्मान से विभूषित किया गया । प्रसपा कार्यालय में आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए छोटे लोहिया के शिष्य व मुख्य प्रवक्ता दीपक मिश्र ने कहा कि जनेश्वर जी समतामूलक समाजवादी समाज के प्रबल पैरोकार थे । उन्होंने राम मनोहर लोहिया द्वारा प्रतिपादित विचारों को आगे बढ़ाया और लोहिया के सिद्धांतों को मूर्त रूप देने के लिए सदैव प्रयासरत रहे । जनेश्वर जी रामराज को आदर्श समाजवादी व्यवस्था व वस्तुतः जन-राज मानते थे , इसीलिए वे लोहिया द्वारा परिकल्पित रामायण मेला में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते थे । रामराज व समाजवाद दोनों विषमता के खिलाफ हैं । तुलसी ने लिखा है "रामप्रताप विषमता खोई " । आज जिस तरीके से आर्थिक विषमता और सामाजिक असंतोष बढ़ रहा है जनेश्वरजी की याद आना स्वभाविक है। छोटे लोहिया के शिष्य श्री मिश्र ने कहा कि वे सामूहिक नेतृत्व व विकेंद्रीकरण के प्रबल पक्षधर थे । वर्तमान सपा जनेश्वर जी की सीख व समाजवाद को भूल चुकी है । जनेश्वर जी द्वारा बताए गए रास्ते पर शिवपाल सिंह जी के नेतृत्व में प्रसपा पूरी प्रतिबद्धता व प्रगतिशीलता के साथ चलेगी और जनतांत्रिक समाजवाद को मजबूत करेगी । जनेश्वर जी के सहयोगी रवि प्रकाश वर्मा ने कहा कि जनेश्वर जी ने कमजोरों के सवाल पर लड़ना सिखाया । कई बार केंद्रीय मंत्री रहने के बावजूद वे सत्ता और संपत्ति के मोह से परे रहे । सिद्धान्त व सरकार में उन्होंने हमेशा सिद्धान्त का वरण किया । संगोष्ठी को सोशलिस्ट फाउंडेशन के अध्यक्ष ओंकार सिंह, प्रसपा महासचिव बीनू शुक्ला, हरिशंकर यादव, ब्रजेश मिश्र, गयासुल हक, शांति यादव, मोनू पाठक, सुधीर मिश्र, कमलेश सिंह समेत कई वक्ताओं ने संबोधित किया ।
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