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पॉलिटिकल-गैंगस्टर ड्रामा सीरीज 'रंगबाज़

पॉलिटिकल-गैंगस्टर ड्रामा सीरीज 'रंगबाज़

  • डर की राजनीति' के प्रोमोशन के लिए लखनऊ पहुंचे विनीत कुमार सिंह और आकांक्षा सिंह 
  • लखनऊ में ही हुई है सीरीज की शूटिंग, 29 जुलाई 2022 से ZEE5 पर होगा प्रीमियर

लखनऊ , जुलाई 2022: भारत का सबसे बड़ा घरेलू वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म ZEE5 अपनी बेस्ट फ्रेंचाइजी, रंगबाज के एक और सीजन के साथ वापसी कर रहा है। यह ZEE5 के शानदार गैंगस्टर ड्रामा का तीसरा सीजन है। इससे पहले, दो अलग-अलग पर्सनालिटीज पर आधारित दो सीजन बन चुके हैं जो बेहद सफल रहे थे। चाहे स्टोरीलाइन हो, इंटेंस ड्रामा हो या फिर बेहतरीन कास्ट, रंगबाज़ दर्शकों को इंप्रेस करने में हमेशा सफल रहा है। इसका एक अलग ही फैन बेस है। और अब अपने तीसरे सीज़न, रंगबाज़ - डर की राजनीति के साथ, ZEE5 मनोरंजन को एक पायदान ऊपर ले जाने के लिए तैयार है!

सचिन पाठक द्वारा निर्देशित और सिद्धार्थ मिश्रा द्वारा लिखित, 'रंगबाज़: डर की राजनीति' को नवदीप सिंह (एनएच 10 और मनोरमा सिक्स फीट अंडर फेम) लीड कर रहे हैं। सीरीज का प्रीमियर 29 जुलाई को होने वाला है। विनीत कुमार सिंह, आकांक्षा सिंह, राजेश तैलंग, गीतांजलि कुलकर्णी, प्रशांत नारायणन, विजय मौर्य, सुधन्वा देशपांडे, सोहम मजूमदार और अशोक पाठक जैसे कलाकार इसमें प्रमुख भूमिकाओं में हैं। सोशल मीडिया पर इसका ट्रेलर रिलीज होने के बाद इंटरनेट पर हलचल मच गई और साहेब के किरदार में सभी ने विनीत कुमार सिंह की भूमिका की तारीफ की।

'रंगबाज़ - डर की राजनीति' की कहानी विनीत कुमार सिंह के किरदार, हारून शाह अली बेग (जिसे साहेब के नाम से भी जाना जाता है) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो रॉबिन हुड स्टाइल में एक गैंगस्टर से बना राजनेता है। यह सीजन उसके बिहार के एक छोटे से कस्बे से सबसे ताकतवर लोगों में शामिल होने तक उसके उदय को दर्शाता है। जैसा कि ट्रेलर में दिखाया गया है कि साहेब 11 साल बाद जेल से रिहा होता है, जहां वह हत्या, अपहरण और जबरन वसूली जैसे 32 से अधिक आपराधिक मामलों के जेल में सजा काट रहा था। बहुत लोग उससे प्यार करते हैं, कुछ लोग नफरत भी करते हैं लेकिन सभी लोग उससे डरते हैं।  हारून शाह अली बेग अब चुनाव लड़ने और जीतने के एक मात्र मकसद के साथ अपने क्षेत्र में वापस आ गया है। और उसने यह साफ कर दिया है कि वह जो चाहता है उसे पाने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है, भले ही इसके लिए उसे वीभत्स हिंसा और हत्याओं का सहारा लेना पड़े। 

बिहार बेस्ड इस शो की ज्यादातर शूटिंग लखनऊ में हुई है। सेंटेनियल कॉलेज से लेकर, सीतापुर छावनी तक और क्रिश्चियन कॉलेज से मोती महल, शिवगढ़ पैलेस और जहांगीराबाद हवेली तक,  इसका लखनऊ में 2 महीने लंबा शूटिंग शेड्यूल था। अब 29 जुलाई को इसके होने वाले प्रीमियर के साथ, विनीत कुमार सिंह और आकांक्षा सिंह शहर में 'रंगबाज़ - डर की राजनीति' को प्रमोट करने के लिए वापस आ गए हैं।

विनीत कुमार सिंह ने कहा, " 'रंगबाज़-डर की राजनीति' को प्रमोट करने के लिए लखनऊ में वापस आकर अच्छा लग रहा है क्योंकि सीरीज का अधिकांश हिस्सा यहीं शूट किया गया है। मैं उत्तर प्रदेश से ही हूं और घर वापस आना हमेशा स्पेशल होता है। ढाई महीने के शूटिंग शेड्यूल के दौरान, लखनऊ हमारा घर बन गया। मुझे इस जगह, यहां के लोगों, यहां के भोजन और नवाबजादी से प्यार हो गया। रंगबाज़ फ्रैंचाइज़ी की विरासत को जिंदा रखने के लिए हमने बहुत मेहनत और समर्पण लगाया है। उम्मीद है कि लखनऊ के लोग इस शो को अपना प्यार देंगे ।”

आकांक्षा सिंह ने कहा, "पर्सनली, मैं लखनऊ के लोगों के साथ जुड़ाव महसूस करती हूं क्योंकि इससे पहले भी मैंने शहर में कई बार शूटिंग की है। लखनऊ के लोग हमें बहुत प्यार देते हैं और घर जैसा महसूस कराते हैं। सीरीज बनाने में शहर की भूमिका बहुत अहम होती है और इसलिए, अपनी मेहनत को प्रमोट करने के लिए यहां वापस आना अच्छा लगा।"


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