Skip to main content

इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ एनवायरनमेंटल बॉटनिस्ट्स (आईएसईबी) ने अपना 27वां स्थापना दिवस मनाया

इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ एनवायरनमेंटल बॉटनिस्ट्स (आईएसईबी) ने अपना 27वां स्थापना दिवस मनाया

इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ एनवायरनमेंटल बॉटनिस्ट्स (आईएसईबी) ने आज दिनांक 15 मार्च, 2022 को अपना 27वां स्थापना दिवस मनाया | इस अवसर पर सीएसआईआर-सीडीआरआई, लखनऊ ने पूर्व निदेशक डॉ. वी पी कम्बोज मुख्य अतिथि के तौर पर जबकि बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर यूनिवर्सिटी, लखनऊ के अकादमिक अफेयर्स विभाग के डीन प्रो. आर. पी. सिंह विशिष्ट अतिथि के रूप मौजूद थे |


समारोह में अतिथियों का स्वागत करते हुए संस्थान के निदेशक एवं आईएसईबी सोसाइटी के अध्यक्ष, प्रो. एसके बारिक, ने बताया कि यह सोसाइटी की अपनी स्थापना के बाद से ही  सक्रिय रूप से हमारे पर्यावरण के संरक्षण में पौधों की भूमिका में अनुसंधान, शिक्षा और जागरूकता को बढ़ावा देने में लगा हुयी है इसके साथ साथ यह सोसाइटी इंटरनेशनल यूनियन ऑफ बायोलॉजिकल साइंसेज (आईयूबीएस), पेरिस का वैज्ञानिक सदस्य भी है। प्रो. बारिक ने आगे बताया कि आईएसईबी हर साल उन शोधकर्ताओं/वैज्ञानिकों को आईएसईबी फेलोशिप और यंग साइंटिस्ट मेडल भी प्रदान करता है जिन्होंने पर्यावरण और संबद्ध विज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण शोध योगदान दिया है। वर्ष 2020 के लिए आईएसईबी फैलोशिप 10 विज्ञानियों को प्रदान की गई थी, जबकि युवा वैज्ञानिक अवार्ड तीन युवा शोधार्थियों को प्रदान किया गया था।

  • डॉ. राम चंद्र, प्रोफेसर, पर्यावरण सूक्ष्म जीव विज्ञान विभाग, बीबीएयू, लखनऊ
  • डॉ. तपन कुमार मंडल, प्रधान वैज्ञानिक, राष्ट्रीय पादप जैव प्रौद्योगिकी संस्थान, आईएआरआई, पूसा  
  • डॉ. पंकज कुमार श्रीवास्तव, प्रधान वैज्ञानिक और प्रमुख, पर्यावरण प्रौद्योगिकी प्रभाग, सीएसआईआर-एनबीआरआई, लखनऊ 
  • डॉ रितु त्रिवेदी, वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक, सीएसआईआर-केंद्रीय औषधि अनुसंधान संस्थान, लखनऊ
  • डॉ. मुकुंद देव बेहरा, एसोसिएट प्रोफेसर, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर
  • डॉ. ओ.पी. धनखेर, प्रोफेसर, यूनिवर्सिटी ऑफ मैसाचुसेट्स एमहर्स्ट, यूएसए।
  • डॉ. अली अल-केब्लावी, प्रोफेसर, शारजाह विश्वविद्यालय, संयुक्त अरब अमीरात और निदेशक,  बीज बैंक एवं हर्बेरियम, शारजाह अनुसंधान अकादमी 
  • डॉ. सुधाकर श्रीवास्तव, सहायक प्रोफेसर, पर्यावरण और सतत विकास संस्थान, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी।
  • प्रो. पीयूष पांडे, प्रमुख, माइक्रोबायोलॉजी विभाग, असम (केंद्रीय) विश्वविद्यालय, भारत
  • डॉ. दिनेश मोहन, प्रोफेसर, पर्यावरण विज्ञान स्कूल, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
  • युवा वैज्ञानिक अवार्ड
  • डॉ. आदित्य आभा सिंह, सहायक प्रोफेसर, वनस्पति विज्ञान विश्वविद्यालय विभाग, बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर, बिहार।
  • डॉ. अपूर्व राय, टीम लीडर KPMG (Klynveld Pet Marwick and Goerdeler) India 
  •  डॉ. आशुतोष कुमार सिंह, पोस्टडॉक्टोरल फेलो, कैस ज़िशुआंगबन्ना ट्रॉपिकल बॉटनिकल गार्डन (XTBG), युन्नान, चीन

इस अवसर पर समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. वी.पी. काम्बोज ने प्रथम स्थापना दिवस पर पर्यावरण और जीवन की गुणवत्ता पर व्याख्यान दिया, जबकि विशिष्ट अतिथि डॉ. आर.पी. सिंह ने कार्बन स्रोतों का कार्बन सिंक में परिवर्तन: बंजर भूमि में नए पारिस्थितिकी तंत्र का विकास पर व्याख्यान दिया।


अंत में आईएसईबी के मुख्य वैज्ञानिक एवं संयुक्त सचिव डॉ. विवेक पांडेय ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।

Comments

Popular posts from this blog

आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है!

-आध्यात्मिक लेख  आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है! (1) मृत्यु के बाद शरीर मिट्टी में तथा आत्मा ईश्वरीय लोक में चली जाती है :विश्व के सभी महान धर्म हिन्दू, बौद्ध, ईसाई, मुस्लिम, जैन, पारसी, सिख, बहाई हमें बताते हैं कि आत्मा और शरीर में एक अत्यन्त विशेष सम्बन्ध होता है इन दोनों के मिलने से ही मानव की संरचना होती है। आत्मा और शरीर का यह सम्बन्ध केवल एक नाशवान जीवन की अवधि तक ही सीमित रहता है। जब यह समाप्त हो जाता है तो दोनों अपने-अपने उद्गम स्थान को वापस चले जाते हैं, शरीर मिट्टी में मिल जाता है और आत्मा ईश्वर के आध्यात्मिक लोक में। आत्मा आध्यात्मिक लोक से निकली हुई, ईश्वर की छवि से सृजित होकर दिव्य गुणों और स्वर्गिक विशेषताओं को धारण करने की क्षमता लिए हुए शरीर से अलग होने के बाद शाश्वत रूप से प्रगति की ओर बढ़ती रहती है। (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है : (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है :हम आत्मा को एक पक्षी के रूप में तथा मानव शरीर को एक पिजड़े के समान मान सकते है। इस संसार में रहते हुए

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का किया ऐलान जानिए किन मांगों को लेकर चल रहा है प्रदर्शन लखनऊ 2 जनवरी 2024 लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार और कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का भी है किया ऐलान इनकी मांगे इस प्रकार है पुनरीक्षित वेतनमान-5200 से 20200 ग्रेड पे- 1800 2- स्थायीकरण व पदोन्नति (ए.सी.पी. का लाभ), सा वेतन चिकित्सा अवकाश, मृत आश्रित परिवार को सेवा का लाभ।, सी.पी. एफ, खाता खोलना।,  दीपावली बोनस ।

आईसीएआई ने किया वूमेन्स डे का आयोजन

आईसीएआई ने किया वूमेन्स डे का आयोजन  लखनऊ। आईसीएआई ने आज गोमतीनगर स्थित आईसीएआई भवम में इन्टरनेशनल वूमेन्स डे का आयोजन किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलन, मोटो साॅन्ग, राष्ट्रगान व सरस्वती वन्दना के साथ हुआ। शुभारम्भ के अवसर पर शाखा के सभापति सीए. सन्तोष मिश्रा ने सभी मेम्बर्स का स्वागत किया एवं प्रोग्राम की थीम ‘‘एक्सिलेन्स / 360 डिग्री’’ का विस्तृत वर्णन किया। नृत्य, गायन, नाटक मंचन, कविता एवं शायरी का प्रस्तुतीकरण सीए. इन्स्टीट्यूट की महिला मेम्बर्स द्वारा किया गया। इस अवसर पर के.जी.एम.यू की सायकाॅयट्रिक नर्सिंग डिपार्टमेन्ट की अधिकारी  देब्लीना राॅय ने ‘‘मेन्टल हेल्थ आफ वर्किंग वूमेन’’ के विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किये। कार्यक्रम में लखनऊ शाखा के  उपसभापति एवं कोषाध्यक्ष सीए. अनुराग पाण्डेय, सचिव सीए. अन्शुल अग्रवाल, पूर्व सभापति सीए, आशीष कुमार पाठक एवं सीए. आर. एल. बाजपेई सहित शहर के लगभग 150 सीए सदस्यों ने भाग लिय।