Skip to main content

प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ‘लाइफटाइम एचीवमेन्ट अवार्ड’ से सम्मानित

प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ‘लाइफटाइम एचीवमेन्ट अवार्ड’ से सम्मानित

लखनऊ, 6 जनवरी। सिटी मोन्टेसरी स्कूल के संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी को शिक्षा के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान हेतु ‘लाइफ टाइम अचीवमेन्ट अवार्ड’ से सम्मानित किया गया है। देश की प्रतिष्ठित शैक्षिक पत्रिका ‘स्कून्यूज’ के तत्वावधान में वाराणसी में आयोजित एक भव्य सम्मान समारोह ‘ग्रेट इण्डियन लर्निंग अवार्ड्स’ में डा. जगदीश गाँधी को इस प्रतिष्ठित सम्मान से नवाजा गया। इस अवसर पर स्कून्यूज के संस्थापक व सी.ई.ओ. श्री रवि संतलानी ने डा. जगदीश गाँधी के सम्मान में कहा कि ‘डा. गाँधी के विचार, दृष्टिकोण, समर्पण व लगन  भारतीय शिक्षा पद्धति के पथ-प्रदर्शक हैं, जिनका अनुकरण किया जाना चाहिए।’ सम्मान समारोह में डा. जगदीश गाँधी की ओर से सी.एम.एस. के चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफीसर श्री रोशन गाँधी ने यह सम्मान ग्रहण किया। डा. गाँधी अकेले ऐसे भारतीय शिक्षाविद् हैं जिन्हें अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री एवं क्वीन्स यूनिवर्सिटी, बेलफास्ट की चांसलर हिलेरी क्लिंटन ने डाक्टरेट की मानद उपाधि से नवाजा है। इसके अलावा, डा. गाँधी को डाक्टरेट की पाँच मानद उपाधियों से भी नवाजा जा चुका है।

‘लाइफटाइम एचीवमेन्ट अवार्ड’ से नवाजे जाने पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि इस सम्मान का सम्पूर्ण श्रेय सी.एम.एस. प्रधानाचार्याओं व शिक्षकों को जाता है, जिनके अथक परिश्रम व लगन की बदौलत ही सी.एम.एस. ने शैक्षिक क्षेत्र में अनेकों कीर्तिमान स्थापित किये हैं। ज्ञात हो की  डॉ. जगदीश गाँधी के अथक परिश्रम, लगन व मार्गदर्शन का परिणाम है कि 5 बच्चों से शुरू हुए सिटी मोन्टेसरी स्कूल में आज 55,000 से अधिक छात्र क्वालिटी एजूकेशन प्राप्त कर रहे हैं। सी.एम.एस. को वर्ष 2002 में ‘यूनेस्को शान्ति शिक्षा पुरस्कार’ से नवाजा गया। इसके अलावा, सी.एम.एस. संयुक्त राष्ट्र संघ का आफिसियल एन.जी.ओ. भी है।

Comments

Popular posts from this blog

आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है!

-आध्यात्मिक लेख  आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है! (1) मृत्यु के बाद शरीर मिट्टी में तथा आत्मा ईश्वरीय लोक में चली जाती है :विश्व के सभी महान धर्म हिन्दू, बौद्ध, ईसाई, मुस्लिम, जैन, पारसी, सिख, बहाई हमें बताते हैं कि आत्मा और शरीर में एक अत्यन्त विशेष सम्बन्ध होता है इन दोनों के मिलने से ही मानव की संरचना होती है। आत्मा और शरीर का यह सम्बन्ध केवल एक नाशवान जीवन की अवधि तक ही सीमित रहता है। जब यह समाप्त हो जाता है तो दोनों अपने-अपने उद्गम स्थान को वापस चले जाते हैं, शरीर मिट्टी में मिल जाता है और आत्मा ईश्वर के आध्यात्मिक लोक में। आत्मा आध्यात्मिक लोक से निकली हुई, ईश्वर की छवि से सृजित होकर दिव्य गुणों और स्वर्गिक विशेषताओं को धारण करने की क्षमता लिए हुए शरीर से अलग होने के बाद शाश्वत रूप से प्रगति की ओर बढ़ती रहती है। (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है : (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है :हम आत्मा को एक पक्षी के रूप में तथा मानव शरीर को एक पिजड़े के समान मान सकते है। इस संसार में रहते हुए

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का किया ऐलान जानिए किन मांगों को लेकर चल रहा है प्रदर्शन लखनऊ 2 जनवरी 2024 लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार और कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का भी है किया ऐलान इनकी मांगे इस प्रकार है पुनरीक्षित वेतनमान-5200 से 20200 ग्रेड पे- 1800 2- स्थायीकरण व पदोन्नति (ए.सी.पी. का लाभ), सा वेतन चिकित्सा अवकाश, मृत आश्रित परिवार को सेवा का लाभ।, सी.पी. एफ, खाता खोलना।,  दीपावली बोनस ।

भगवान चित्रगुप्त व्रत कथा पुस्तक का भव्य विमोचन

भगवान चित्रगुप्त व्रत कथा पुस्तक का भव्य विमोचन लखनऊ, जुलाई 2023, अयोध्या के श्री धर्महरि चित्रगुप्त मंदिर में भगवान चित्रगुप्त व्रत कथा पुस्तक का भव्य विमोचन  किया गया। बलदाऊजी द्वारा संकलित तथा सावी पब्लिकेशन लखनऊ द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक का विमोचन संत शिरोमणी श्री रमेश भाई शुक्ल द्वारा किया गया जिसमे आदरणीय वेद के शोधक श्री जगदानंद झा  जी भी उपस्थित रहै उन्होने चित्रगुप्त भगवान् पर व्यापक चर्चा की।  इस  अवसर पर कई संस्था प्रमुखो ने श्री बलदाऊ जी श्रीवास्तव को शाल पहना कर सम्मानित किया जिसमे जेo बीo चित्रगुप्त मंदिर ट्रस्ट,  के अध्यक्ष श्री दीपक कुमार श्रीवास्तव, महामंत्री अमित श्रीवास्तव कोषाध्यक्ष अनूप श्रीवास्तव ,कयस्थ संध अन्तर्राष्ट्रीय के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिनेश खरे, अ.भा.का.म के प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश कुमार जी एवं चित्रांश महासभा के कार्वाहक अध्यक्ष श्री संजीव वर्मा जी के अतिरिक्त अयोध्या नगर के कई सभासद भी सम्मान मे उपस्थित रहे।  कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के अध्यक्ष दीपक श्रीवास्तव जी ने की एवं समापन महिला अध्यक्ष श्री मती प्रमिला श्रीवास्तव द्वारा किया गया। कार्यक्रम