लखनऊ। जनमानस में लक्ष्मण को भगवान राम के भाई के रूप में देखा जाता रहा है, लेकिन लक्ष्मण के जीवन के तमाम पहलुओं को एक माला पिरोकर कपिल सांघवी ने एक ऐसी पुस्तक लक्ष्मण-एक महायोद्धा, एक अनकहा पहलू लिखी है, जिसमें लक्ष्मण के महान योद्धा बनने की यात्रा के साथ उनके क्रोध के कारणों, भावनात्मक संघर्षों व उनके अनकहे दृष्टिïकोणों को चित्रित किया गया है। लक्ष्मण को हमेशा भगवान राम के छोटे भाई के रूप में पहचाना जाता है और उन्हें मेघनाद, अतिकाय, प्रहस्त और रावण की सेना के सैकड़ों सैनिकों का वध करने वाले उग्र योद्धा के रूप में देखा जाता है। महाकाव्य रामायण के जोशीले प्रशंसक कपिल सांघवी ने लक्ष्मण के प्रयासों का अनकहा पहलू अपने शब्दों में दुनिया के सामने पेश करने का फैसला किया। लक्ष्मण एक महायोद्धा, एक अनकहा पहलू की कहानी लक्ष्मण के मानवीय मूल्यों और सिद्धांतों पर ध्यान केंद्रित करते हुए उनके जीवन का वर्णन करती है। इस किताब में कपिल ने सभी पात्रों को उनकी दैवीय शक्तियों के बिना नश्वर के रूप में चित्रित किया है जिससे की पाठकों को व्यक्तिगत स्तर पर पात्रों के साथ जुडऩे में सहायता मिल सके।
पुस्तक के विमोचन के अवसर पर लेखक कपिल सांघवी ने कहा मैं इस महान महाकाव्य की व्याख्या लिखने का अवसर प्राप्त करने के लिए अनुगृहित हूं। एक व्यक्ति के रूप में लक्ष्मण मेरे लिए हमेशा एक प्रेरणा स्रोत रहे हैं। जीवन भर सेवा करना तथा केवल बलिदान करने की उनकी तीव्र इच्छा उन्हें महान बनाती है। मैं उन सभी का पूरा सम्मान करता हूँ जो इस कहानी का हिस्सा हैं, मेरा दृढ़ विश्वास है कि यह घटना पौराणिक नहीं, एक ऐतिहासिक घटना है। अत: मैंने पूरे महाकाव्य की फिर से कल्पना करने की कोशिश की है जिसमें मनुष्यों को बिना किसी देवत्व के महान मूल्यों के साथ जीवन जीने के सिद्धांत को सन्दर्भित करने का प्रयत्न किया है। मुझे उम्मीद है कि मैं लक्ष्मण के दृष्टिकोण के साथ न्याय कर पाया हूं और पाठकगण उनके जीवन से कम से कम कुछ सीख ले सकें।
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