Skip to main content

राज्यपाल ने कानपुर एवं जौनपुर विश्वविद्यालय की समीक्षा बैठक की

राज्यपाल ने कानपुर एवं जौनपुर विश्वविद्यालय की समीक्षा बैठक की

  • विश्वविद्यालय महिला अध्ययन केन्द्रों के माध्यम से महिला सशक्तीकरण के कार्यक्रम चलायें
  • रिक्त पदों पर भर्ती हेतु विज्ञापन शीघ्र जारी करें
  • विश्वविद्यालय छात्राओं को नारी निकेतन का भ्रमण करायें
  • विश्वविद्यालय डिजिटाइजेशन को बढ़ावा दें -  श्रीमती आनंदीबेन पटेल

लखनऊ: 10 जून, 2021, विश्वविद्यालय अपने महिला अध्ययन केन्द्रों के माध्यम से महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने के लिये महिला उद्यमिता विकास, स्वास्थ्य एवं पोषण, गर्भ संस्कार, महिला उत्पीड़न जैसे कार्यक्रमों को प्राथमिकता से संचालित करें ताकि महिलायें जागरूक हो तथा आत्मनिर्भर बनें। ये निर्देश उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज राजभवन से आॅनलाइन छत्रपति शाहूजी महाराज कानपुर विश्वविद्यालय, कानपुर तथा वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर की समीक्षा बैठक के दौरान कुलपतियों को दिये। उन्होंने कहा कि जागरूकता कार्यक्रम विश्वविद्यालय आंगनबाड़ी तथा आशा बहुओं के साथ मिलकर विश्वविद्यालय तथा सम्बद्ध महाविद्यालयों के आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों में चलाये जाय, जिसमें नव निर्वाचित महिला ग्राम प्रधानों को भी शामिल करें ताकि उन्हें भी ग्रामीण क्षेत्रों के लिये सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी हो सकें। राज्यपाल जी ने कहा कि महिला ग्राम प्रधानों को आंगनबाड़ी केंद्रों, प्राथमिक विद्यालयों तथा क्षयरोग के निवारण हेतु सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं की भी जानकारी दें ताकि वे ग्राम सभा में आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से कुपोषण तथा क्षयरोग जैसी बीमारियों के निवारण में अपना सक्रिय सहयोग दे सकें।

राज्यपाल ने कहा कि कोविड-19 महामारी का प्रकोप अभी समाप्त नहीं हुआ है इसकी तीसरी लहर आने की सम्भावना व्यक्त की जा रही है जो कि बच्चों के लिये खतरनाक साबित हो सकती है। ऐसी दशा में विश्वविद्यालय महामारी से बचाव के लिये जागरूकता एवं कोविड-19 टीकाकरण के लिये विश्वविद्यालय के एन.सी.सी तथा एन.एस.एस के माध्यम से ग्राम प्रधानों तथा ग्रामीण महिलाओं को भी जागरूक करें उन्हें टीकाकरण के साथ-साथ बचाव के एहतियाती उपायों की भी जानकारी दें। उन्होंने कहा कि उचित होगा कि इसके साथ-साथ महिलाओं को विभिन्न सामाजिक कुरीतियों से भी अवगत कराया जाय तथा विश्वविद्यालय अपनी छात्राओं को नारी बंदी निकेतन, चिकित्सालयों आदि का भी भ्रमण करायें ताकि छात्रायें बंदी महिलाओं से सजा के कारण से भिज्ञ हो सकें भविष्य में होने वाले अपराधों से बच सके।

राज्यपाल जी ने समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि लम्बे समय से लम्बित महालेखाकार की आॅडिट आपत्तियों का शीर्ष प्राथमिक से निस्तारित करें साथ ही लम्बित डिग्री, प्रमाण पत्रों को यथा शीघ्र छात्रों के पतों पर भेजना सुनिश्चत करें उन्होंने कहा कि छात्रों को डिग्री के लिये अनावश्यक विश्वविद्यालयों के चक्कर न लगाना पड़े। उचित होगा कि डिग्रीयों का डिजिटाइजेशन कर दिया जाय। उन्होंने कहा कि उत्तम शिक्षा के लिये नियुक्ति में पारदर्शिता अत्यंत जरूरी है अतः नियमित तथा संविदा एवं गेस्ट लेक्चरर की नियुक्ति में पूर्ण पारदर्शिता बरती जायें तथा रिक्त पदों पर भर्ती हेतु शीघ्र अति शीघ्र विज्ञापन प्रकाशित करायें जाय तथा शैक्षिणक सत्र को नियमित एवं सुचारू रूप से चलाने हेतु एकेडमिक कैलेंडर तैयार कर समय सारणी जारी करें साथ ही नयी शिक्षा नीति को भी विश्वविद्यालय में लागू करें। राज्यपाल ने आगामी योग दिवस एवं वृक्षारोपण महाभियान के लिये कार्य योजना बनाकर राजभवन को यथाशीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।

समीक्षा के दौरान कुलाधिपति ने पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति द्वारा दी गयी जानकारी से संतुष्ट नही हुईं तथा नाराजगी प्रकट करते हुये विश्वविद्यालय की बिन्दुवार  विस्तृत रिपोर्ट पुनः प्रस्तुत करने के निर्देश दिये।

बैठक में राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव महेश कुमार गुप्ता, विशेष कार्याधिकारी डा0 पंकज जानी, विश्वविद्यालय के कुलपतिगण एवं अधिकारीगण उपस्थित थे। एक अन्य कार्यक्रम में राज्यपाल जी ने श्रीमती सीमा त्रिपाठी द्वारा रचित पुस्तक “अनकही अभिव्यक्ति” का विमोचन भी किया।

Comments

Popular posts from this blog

आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है!

-आध्यात्मिक लेख  आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है! (1) मृत्यु के बाद शरीर मिट्टी में तथा आत्मा ईश्वरीय लोक में चली जाती है :विश्व के सभी महान धर्म हिन्दू, बौद्ध, ईसाई, मुस्लिम, जैन, पारसी, सिख, बहाई हमें बताते हैं कि आत्मा और शरीर में एक अत्यन्त विशेष सम्बन्ध होता है इन दोनों के मिलने से ही मानव की संरचना होती है। आत्मा और शरीर का यह सम्बन्ध केवल एक नाशवान जीवन की अवधि तक ही सीमित रहता है। जब यह समाप्त हो जाता है तो दोनों अपने-अपने उद्गम स्थान को वापस चले जाते हैं, शरीर मिट्टी में मिल जाता है और आत्मा ईश्वर के आध्यात्मिक लोक में। आत्मा आध्यात्मिक लोक से निकली हुई, ईश्वर की छवि से सृजित होकर दिव्य गुणों और स्वर्गिक विशेषताओं को धारण करने की क्षमता लिए हुए शरीर से अलग होने के बाद शाश्वत रूप से प्रगति की ओर बढ़ती रहती है। (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है : (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है :हम आत्मा को एक पक्षी के रूप में तथा मानव शरीर को एक पिजड़े के समान मान सकते है। इस संसार में रहते हुए

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का किया ऐलान जानिए किन मांगों को लेकर चल रहा है प्रदर्शन लखनऊ 2 जनवरी 2024 लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार और कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का भी है किया ऐलान इनकी मांगे इस प्रकार है पुनरीक्षित वेतनमान-5200 से 20200 ग्रेड पे- 1800 2- स्थायीकरण व पदोन्नति (ए.सी.पी. का लाभ), सा वेतन चिकित्सा अवकाश, मृत आश्रित परिवार को सेवा का लाभ।, सी.पी. एफ, खाता खोलना।,  दीपावली बोनस ।

आईसीएआई ने किया वूमेन्स डे का आयोजन

आईसीएआई ने किया वूमेन्स डे का आयोजन  लखनऊ। आईसीएआई ने आज गोमतीनगर स्थित आईसीएआई भवम में इन्टरनेशनल वूमेन्स डे का आयोजन किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलन, मोटो साॅन्ग, राष्ट्रगान व सरस्वती वन्दना के साथ हुआ। शुभारम्भ के अवसर पर शाखा के सभापति सीए. सन्तोष मिश्रा ने सभी मेम्बर्स का स्वागत किया एवं प्रोग्राम की थीम ‘‘एक्सिलेन्स / 360 डिग्री’’ का विस्तृत वर्णन किया। नृत्य, गायन, नाटक मंचन, कविता एवं शायरी का प्रस्तुतीकरण सीए. इन्स्टीट्यूट की महिला मेम्बर्स द्वारा किया गया। इस अवसर पर के.जी.एम.यू की सायकाॅयट्रिक नर्सिंग डिपार्टमेन्ट की अधिकारी  देब्लीना राॅय ने ‘‘मेन्टल हेल्थ आफ वर्किंग वूमेन’’ के विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किये। कार्यक्रम में लखनऊ शाखा के  उपसभापति एवं कोषाध्यक्ष सीए. अनुराग पाण्डेय, सचिव सीए. अन्शुल अग्रवाल, पूर्व सभापति सीए, आशीष कुमार पाठक एवं सीए. आर. एल. बाजपेई सहित शहर के लगभग 150 सीए सदस्यों ने भाग लिय।