Skip to main content

प्रभारी अधिकारी कोविड 19 डॉ रोशन जैकब द्वारा स्मार्ट सिटी में बनाए गए इंट्रीग्रेटेड कोविड कन्ट्रोल एंड कमाण्ड सेंटर का निरीक्षण किया

प्रभारी अधिकारी कोविड 19 डॉ रोशन जैकब द्वारा स्मार्ट सिटी में बनाए गए इंट्रीग्रेटेड कोविड कन्ट्रोल एंड कमाण्ड सेंटर का निरीक्षण किया

  • कन्ट्रोल सेंटर के द्वारा किये जा रहे कार्यो की गहन समीक्षा कर  दिशा निर्देश दिए
  • शासनादेश के अनुसार रोगी को हास्पिटल में भर्ती करने के लिए त्ज्ब्त् रिपोर्ट की कोई आवश्यकता नही है
  • कोविड लक्षणात्मक रोगियों को भी तत्काल हास्पिटल में भर्ती करना सुनिश्चित कराया जाए
  • ब्ज् स्कैन या कोविड लक्षण के आधार पर भी रोगी की टेम्प आईडी पोर्टल पर बनाते हुए हास्पिटल एलोकेशन की कार्यवाही की जाएगी
  • हास्पिटलो द्वारा रेफलर वाले मरीजों से उपचार के लिए पैसा वसूला जा रहा है तो उस हास्पिटल के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी
  • सभी हास्पिटल पोर्टल पर आइसोलेशन, ऑक्सीजनयुक्त आइसोलेशन, एच0डी0यू0 एवं आई0सी0यू0 कैटोगरी के अनुसार बेड का विवरण दर्ज करना सुनिश्चित करें

लखनऊ: 04 मई, 2021, आज प्रभारी अधिकारी कोविड 19 डॉ रोशन जैकब द्वारा स्मार्ट सिटी में बनाए गए इंट्रीग्रेटेड कोविड कन्ट्रोल एंड कमाण्ड सेंटर का निरीक्षण किया। प्रभारी अधिकारी द्वारा कन्ट्रोल सेंटर के द्वारा किये जा रहे कार्यो की गहन समीक्षा की व दिशा निर्देश दिए।

 प्रभारी अधिकारी द्वारा बताया गया कि डी0एस0ओ0 पोर्टल की समीक्षा करने पर संज्ञान में आया कि हास्पिटल एलोकेशन के लिए त्ज्च्ब्त् रिपोर्ट की अनिवार्यता पाई गई। त्ज्च्ब्त् रिपोर्ट के आधार पर ही कमाण्ड सेंटर से रोगियों को हास्पिटल का एलोकेशन किया जाता पाया गया। जिसके सम्बन्ध में प्रभारी अधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि शासनादेश के अनुसार रोगी को हास्पिटल में भर्ती करने के लिए त्ज्ब्त् रिपोर्ट की कोई आवश्यकता नही है। कोविड लक्षणात्मक रोगियों को भी तत्काल हास्पिटल में भर्ती करना सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने बताया कि ब्ज् स्कैन या कोविड लक्षण के आधार पर भी रोगी की टेम्प आईडी पोर्टल पर बनाते हुए हास्पिटल एलोकेशन की कार्यवाही की जाएगी।

प्रभारी अधिकारी ने बताया की संज्ञान में आया है कि पोर्टल पर जिन रोगियों की टेम्प आईडी बना कर हास्पिटल एलोकेशन के लिए रिकवेस्ट भेजी जाती है उसको हास्पिटलो द्वारा भर्ती करने के लिए अप्रूवड नही किया जाता है, साथ ही टेम्प आईडी वाले रेफलर को भी अस्पतालों द्वारा माना नही जाता है। जिसके सम्बन्ध में प्रभारी अधिकारी द्वारा मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि जो भी टेम्प आईडी के रेफलर कमाण्ड सेंटर के द्वारा हास्पिटलो को भेजे जाएंगे उनका भी भुगतान विभाग द्वारा सुनिश्चित कराया जाए। ताकि हास्पिटल टेम्प आईडी वाले कोविड रोगियों को भर्ती करने में समस्या न करे।

प्रभारी अधिकारी द्वारा बताया गया कि जनपद के 14 शासकीय हास्पिटल/प्राइवेट मेडिकल कॉलेज को कमाण्ड सेंटर द्वारा भर्ती कराए गए रोगियों के उपचार के लिए विभाग द्वारा भुगतान किया जाता है। उन्होंने बताया कि जिन हास्पिटलो द्वारा भुगतान के लिए मांग नही की गई है वह ब्डव् कार्यालय में भुगतान के लिए मांग कर सकते है। परन्तु कमाण्ड सेंटर के माध्यम से भर्ती कराए गए रोगियों से उपचार के लिए कोई भी मांग नही कर सकते। यदि ऐसा प्रतीत होता है कि हास्पिटलो द्वारा रेफलर वाले मरीजों से उपचार के लिए पैसा वसूला जा रहा है तो उस हास्पिटल के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी।

 प्रभारी अधिकारी द्वारा बताया गया कि की सभी हास्पिटल पोर्टल पर आइसोलेशन, ऑक्सीजनयुक्त आइसोलेशन, एच0डी0यू0 एवं आई0सी0यू0 कैटोगरी के अनुसार बेड का विवरण दर्ज करना सुनिश्चित करेंगे, ताकि बेड की सही स्थिती की जानकारी हास्पिटल हो सके।

Comments

Popular posts from this blog

आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है!

-आध्यात्मिक लेख  आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है! (1) मृत्यु के बाद शरीर मिट्टी में तथा आत्मा ईश्वरीय लोक में चली जाती है :विश्व के सभी महान धर्म हिन्दू, बौद्ध, ईसाई, मुस्लिम, जैन, पारसी, सिख, बहाई हमें बताते हैं कि आत्मा और शरीर में एक अत्यन्त विशेष सम्बन्ध होता है इन दोनों के मिलने से ही मानव की संरचना होती है। आत्मा और शरीर का यह सम्बन्ध केवल एक नाशवान जीवन की अवधि तक ही सीमित रहता है। जब यह समाप्त हो जाता है तो दोनों अपने-अपने उद्गम स्थान को वापस चले जाते हैं, शरीर मिट्टी में मिल जाता है और आत्मा ईश्वर के आध्यात्मिक लोक में। आत्मा आध्यात्मिक लोक से निकली हुई, ईश्वर की छवि से सृजित होकर दिव्य गुणों और स्वर्गिक विशेषताओं को धारण करने की क्षमता लिए हुए शरीर से अलग होने के बाद शाश्वत रूप से प्रगति की ओर बढ़ती रहती है। (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है : (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है :हम आत्मा को एक पक्षी के रूप में तथा मानव शरीर को एक पिजड़े के समान मान सकते है। इस संसार में रहते हुए

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का किया ऐलान जानिए किन मांगों को लेकर चल रहा है प्रदर्शन लखनऊ 2 जनवरी 2024 लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार और कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का भी है किया ऐलान इनकी मांगे इस प्रकार है पुनरीक्षित वेतनमान-5200 से 20200 ग्रेड पे- 1800 2- स्थायीकरण व पदोन्नति (ए.सी.पी. का लाभ), सा वेतन चिकित्सा अवकाश, मृत आश्रित परिवार को सेवा का लाभ।, सी.पी. एफ, खाता खोलना।,  दीपावली बोनस ।

आईसीएआई ने किया वूमेन्स डे का आयोजन

आईसीएआई ने किया वूमेन्स डे का आयोजन  लखनऊ। आईसीएआई ने आज गोमतीनगर स्थित आईसीएआई भवम में इन्टरनेशनल वूमेन्स डे का आयोजन किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलन, मोटो साॅन्ग, राष्ट्रगान व सरस्वती वन्दना के साथ हुआ। शुभारम्भ के अवसर पर शाखा के सभापति सीए. सन्तोष मिश्रा ने सभी मेम्बर्स का स्वागत किया एवं प्रोग्राम की थीम ‘‘एक्सिलेन्स / 360 डिग्री’’ का विस्तृत वर्णन किया। नृत्य, गायन, नाटक मंचन, कविता एवं शायरी का प्रस्तुतीकरण सीए. इन्स्टीट्यूट की महिला मेम्बर्स द्वारा किया गया। इस अवसर पर के.जी.एम.यू की सायकाॅयट्रिक नर्सिंग डिपार्टमेन्ट की अधिकारी  देब्लीना राॅय ने ‘‘मेन्टल हेल्थ आफ वर्किंग वूमेन’’ के विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किये। कार्यक्रम में लखनऊ शाखा के  उपसभापति एवं कोषाध्यक्ष सीए. अनुराग पाण्डेय, सचिव सीए. अन्शुल अग्रवाल, पूर्व सभापति सीए, आशीष कुमार पाठक एवं सीए. आर. एल. बाजपेई सहित शहर के लगभग 150 सीए सदस्यों ने भाग लिय।