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बालिका का महिला के रूप में बड़ा होना, ईश्वर द्वारा सृष्टि और ब्रह्माण्ड की रचना के समतुल्य है- जस्टिस अताउर रहमान मसूदी

बालिका का महिला के रूप में बड़ा होना, ईश्वर द्वारा सृष्टि और ब्रह्माण्ड की रचना के समतुल्य है- जस्टिस अताउर रहमान मसूदी

लखनऊ, 10 मार्च 2021: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर इन्स्टीट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट रिसर्च एण्ड टेक्नोलॉजी (आईएमआरटी) में चल रहे महिला सशक्तीकरण सप्ताह का अंतिम दिन बेहद हर्षोल्लास के साथ शुरू हुआ। इस कार्य्रक्रम में हस्तियों की गरिमामयी उपस्थिति ने इस कार्यक्रम के आयोजन के उद्देश्य को चरितार्थ किया और आयोजन समिति को भविष्य में ऐसे ही कार्यक्रम आयोजित करने के लिए प्रोत्साहित किया।

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन के साथ भगवान के आशीर्वाद के लिए मंगलाचरण से हुई। जानी-मानी सेलिब्रिटी एंकर अनुकृति गोविंद शर्मा ने अंतिम दिन डॉ अनीता भटनागर जैन, आईएएस (आर), (सदस्य प्रशासनिक ट्रिब्यूनल), माननीय श्री न्यायमूर्ति अताउर रहमान मसूदी, (न्यायमूर्ति, उच्च न्यायालय) का स्वागत और परिचय कराया। सुश्री नीरा रावत, आईपीएस (एडीजी, महिला पावरलाइन), श्रीमती मोनिका गर्ग, आईएएस (अतिरिक्त मुख्य सचिव, उच्च शिक्षा), सुश्री किंशुक श्रीवास्तव, पीसीएस (एसडीएम सरोजनी नगर लखनऊ), सुश्री लक्ष्मी सिंह, आईपीएस (आईजी लखनऊ रेंज) और डॉ. सरोजिनी अग्रवाल (लेखिका- यतीम और बेसहारा बच्चियों के लिए अनाथ गृह, मनीषा मंदिर की संस्थापक)।

मुख्य अतिथि माननीय श्री न्यायमूर्ति अताउर रहमान मसूदी ने सफल आयोजन के लिए हर एक को बधाई दी और महिलाओं को जीवन में अपने वांछित लक्ष्य को प्राप्त करने तक लक्ष्य उन्मुख और दृढ़ रहने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा, “आप सभी महिलाओं की जीवंतता और एक दूसरे के प्रति जिम्मेदार हैं। बालिका का महिला के रूप में बड़ा होना ठीक वैसे ही है जैसे भगवान ने इस ब्रह्मांड का निर्माण किया है। आप सभी अपने आप मे एक ब्रहांड समेटे हुए हैं और उसके प्रति अपनी जिम्मेदारी के प्रति जागरूक भी हैं।“ अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए अतिथि वक्ताओं का स्वागत किया गया, इस अवसर पर छात्रों ने अतिथि वक्ताओं से महिला सशक्तीकरण पर कुछ प्रश्न पूछे।

डॉ. अनीता भटनागर जैन ने छात्र-छात्राओं को डॉक्यूमेंट्री "एक दिन की दुर्गा" दिखाई, जिसमें यह संदेश दिया गया कि महिलाओं के प्रति हिंसा को सामाजिक रूप से स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए और यह भी बताया गया है कि लड़कियों को "पराया धन" के रूप में माना जाता है, हमें इसके खिलाफ आवाज उठाने की जरूरत है। आवाज उठाने से ही हमारे बच्चों के बीच भेदभाव को रोका जा सकता है। आईपीएस सुश्री नीरा रावत ने महिला सशक्तीकरण के बारे में एक वीडियो प्रेजेंटेशन दिया और बताया कि सही मायनों में सशक्तीकरण उन्हें शिक्षा, विवाह और दोस्तों के बारे में चुनाव करने की अनुमति देना है और उन्होंने लड़कियों की सुरक्षा के लिए  द्वारा स्थापित वीमेन पॉवर लाइन 1090 की कार्य-प्रणाली और उसके महत्व को समझाया।

आईएएस श्रीमती मोनिका गर्ग ने महिला सुरक्षा और लैंगिक समानता के बारे में चर्चा करते हुए लड़कों के अभिभावकों का आह्वान किया कि वे हर महिला के लैंगिक अधिकारों और उनके सुरक्षा के अधिकारों का सम्मान करने का बिना किसी भेदभाव के शपथ लें। सुश्री लक्ष्मी सिंह, आईपीएस ने कहा कि हम देवी की प्रतिमाओं की पूजा करते हैं, लेकिन जो महिलाएं जीवन के हर चरण में हमारा साथ देती हैं, वे हमेशा ही कमज़ोर रहती हैं। उन्होंने कहा कि इस सोच को बदलने की जरुरत और कहा कि महिलाओं को अपने जीवन में किसी भी तरह के संघर्ष का सामना हिम्मत से करें उन्हें किसी चीज से डरने की जरूरत नहीं है। डॉ। सरोजिनी अग्रवाल ने अपनी जीवन की घटना के बारे में बताते हुए सभी को प्रोत्साहित किया कि 1978 मे उनकी 8 साल की बेटी की मृत्यु के बाद उन्होंने खुद से वादा किया कि वह हर जरूरतमंद लड़की की परवरिश का ख्याल रखेंगी क्योंकि वह आज भी हर बालिका में उन्हें अपनी बेटी को देखती हैं।

सुश्री राधा बहन ने कहा कि हम एक ऐसे देश में रह रहे हैं, जिसे भारत माता कहा जाता है, यहां पुरुष भी निवास करते हैं हैं, जो यह दर्शाता है कि पुरुष महिलाओं के प्रतियोगी नहीं हैं, बल्कि महिला-पुरुष दोनों एक-दूसरे के पूरक हैं। इस अवसर पर छात्रों ने एक भारतीय फ्यूजन डांस एंड ग्रुप सांग प्रदर्शन के माध्यम से सभा का स्वागत किया। अतिथि प्रदर्शन में छात्रों के प्रदर्शन से मंत्रमुग्ध हो गए और एक खड़े ओवेशन के साथ उनके प्रयासों की सराहना की।

इस आयोजन के समापन अवसर पर श्री देश राज बंसल (सेवानिवृत्त IFS), चेयरमैन आईएमआरटी ने सभी अतिथियों को इस आयोजन का हिस्सा बनने और छात्रों को उनके भविष्य के लिए प्रेरित करने के लिए धन्यवाद दिया। वह उन्हें यह भी आश्वासन दिया कि भविष्य में भी आईएमआरटी इस प्रकार के सामाजिक आयोजनों के सिलसिले को जारी रखेगा और समाज के लाभ के लिए भी काम करता रहेगा। उन्होंने समारोह में आए मेहमानों से भविष्य के कार्यक्रमों का भी हिस्सा बनने का अनुरोध भी किया। कार्यक्रम के आयोजन व्यवस्था में लगे संजीव बंसल ने अतिथियों, छात्र-छात्राओं और कॉलेज की प्रबंधन समिति का इस सफल आयोजन के लिए धन्यवाद दिया।

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