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विगत तीन वर्षों में कुल 11 वृहद सिंचाई परियोजनाएं पूर्ण कर 2.21 लाख हेक्टेयर अतिरिक्त सिंचन क्षमता का सृजन हुआ

 विगत तीन वर्षों में कुल 11 वृहद सिंचाई परियोजनाएं पूर्ण कर 2.21 लाख हेक्टेयर अतिरिक्त सिंचन क्षमता का सृजन हुआ 

 मुख्यमंत्री जी ने कहा कि खाण्डसारी लाइसेंसिंग की विकासोन्मुखी नीति के फलस्वरूप ऑनलाइन लाइसेंस व्यवस्था प्रारम्भ करते हुए 25 वर्षों में प्रथम बार कुल 264 खाण्डसारी लाइसेंस निर्गत किए गए। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में 30 हजार रोजगार सृजन के साथ-साथ लगभग 65 हजार टी0सी0डी0 पेराई क्षमता का सृजन हुआ है। प्रदेश की 25 विलुप्तप्राय नदियों के पुनरुद्धार के कार्यक्रम को कन्वर्जेन्स के माध्यम से अभियान के रूप में लिया गया है। इससे नदियों के पुनरुद्धार के साथ ही कृषि एवं अन्य कार्यों हेतु जल की पर्याप्त उपलब्धता भी सुनिश्चित हो रही है। विगत तीन वर्षों में कुल 11 वृहद सिंचाई परियोजनाएं पूर्ण कर 2.21 लाख हेक्टेयर अतिरिक्त सिंचन क्षमता का सृजन हुआ तथा 2.33 लाख किसान लाभान्वित हुए। वर्तमान वित्तीय वर्ष में कुल 09 परियोजनाओं को पूर्ण करने का लक्ष्य है, जिनसे 16.41 लाख हेक्टेयर की अतिरिक्त सिंचन क्षमता सृजित होगी तथा 40.48 लाख कृषक लाभान्वित होंगे। ‘पर ड्रॉप मोर क्रोप-माइक्रो इरीगेशन’ के अन्तर्गत ड्रिप एवं स्प्रिंकलर सिंचाई द्वारा जल संचयन एवं गुणवतायुक्त उत्पादन को बढ़ावा देने हेतु 70,379 हेक्टेयर में 1,10,284 किसानों द्वारा ड्रिप एवं स्प्रिंकलर सिंचाई की स्थापना करायी गयी है। प्रदेश, विशेष रूप से बुन्देलखण्ड क्षेत्र में जल संरक्षण को बढ़ावा देने व कृषकों की सिंचाई सुविधा हेतु वर्ष 2017 से अब तक 13,205 खेत तालाबों का निर्माण कराया गया है।

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