Skip to main content

“रेक्लम हेल्थ”, पोस्ट कोविड सिंड्रोम के रोगियों के लिए रीजेंसी सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल लखनऊ ने लांच किया पोस्ट कोविड क्लिनिक

“रेक्लम हेल्थ”, पोस्ट कोविड सिंड्रोम के रोगियों के लिए रीजेंसी सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल लखनऊ ने लांच किया पोस्ट कोविड क्लिनिक

  • अस्पताल से डिस्चार्ज के बाद ७०% तक मरीज पोस्ट कोविड सिंड्रोम की शिकायत कर रहे हैं
  • पोस्ट आईसीयू सिंड्रोम के लक्षण उन लोगों में भी देखे जा रहे हैं जिनमे बीमारी माइल्ड थी या थी ही नहीं (असिम्पटोमैटिक) और जिनका इलाज घर पर ही किया गया था

5 जनवरी 2021, लखनऊ: हालांकि ज्यादातर कोरोना वायरस रोग (कोविड-१९) से पीड़ित लोग कुछ हफ़्तों में पूरी तरह से ठीक हो जाते हैं, लेकिन कुछ मरीजों में विभिन्न लक्षण बने रहते हैं, जैसे की थकान, दर्द, साँस की तकलीफ,अनिद्रा,याददास्त और एकाग्रता की कमी. ये लक्षण पारिवारिक तथा व्यावसायिक जीवन की गुणवत्ता पर भारी प्रभाव डाल सकते हैं । कोविद से रिकवर हुए लोगो में इन्ही लक्षणों को देखते हुए रीजेंसी सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, लखनऊ पोस्ट कोविड क्लिनिक लांच किया है जिसमे हर मंगलवार और शुक्रवार सुबह 10 बजे से दिन के 2 बजे तक स्पेशल ओपीडी चलेगी जिसमें डॉक्टर्स पोस्ट कोविड सिंड्रोम के रोगियों कंसल्टेशन देंगे ।

कुछ आरंभिक अद्ध्यनो के अनुसार सिर्फ १०% मरीजों में ही पोस्ट कोविड सिंड्रोम के लक्षण प्रकट होते है परन्तु नए अध्यन दिखा रहे है की अस्पताल से डिस्चार्ज के बाद ७०% तक मरीज पोस्ट कोविड सिंड्रोम की शिकायत कर रहे हैं । इन लक्षणों में थकान, मांस पेशियों और जोड़ों में दर्द, सांस का फूलना, खांसी, सीने में दर्द, सीने में जकड़न, धड़कन, सरदर्द,अत्यधिक पसीना आना, एकाग्रता की कमी, अनिद्रा, स्किन रैशेस, बालों का झड़ना है ।

रीजेंसी सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, लखनऊ के डॉ उबैदुर रहमान, इंटरनल मेडिसिन एंड क्रिटिकल केयर स्पेशलिस्ट ने कहा, "ऐसे लक्षण आई.सी.यू. में गंभीर रोगों के इलाज के बाद डिस्चार्ज हुए रोगियों में तो देखा गया है, जिसे पोस्ट आईसीयू सिंड्रोम के रूप में जाना जाता है । परन्तु कोविड-१९ संक्रमण में ये लक्षण उन लोगों में भी देखे जा रहे हैं जिनमे बीमारी की तीव्रता माइल्ड थी या थी ही नहीं (असिम्पटोमैटिक) और जिनका इलाज घर पर ही किया गया था । पचास साल से अधिक आयु के लोग एवं डायबेटीज, ह्रदय रोग, मोटापा, सी.ओ.पी.डी. जैसी पूरानी स्वास्थ्य स्थितियों वाले लोगों में इन लक्षणों के विकसित होने का खतरा ज्यादा देखा गया है । हमने इन्ही जोखिमो को ध्यान में रखते हुए कोविड क्लिनिक लांच किया है ताकि मरीज अपनी हेअल्थी लाइफ में वापस जा सके । हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि सभी कोविद के दौरान मरीजों को इस क्लिनिक के माध्यम से एक उपयुक्त मेडिकल सर्विस प्रदान की जाए।“

वर्त्तमान में इस सिंड्रोम के लिए कोइ स्पष्ट परिभासा नहीं है इसलिए इसे विभिन्न नामो जैसे लॉन्ग कोविड, पोस्ट कोविड सिंड्रोम, पोस्ट एक्यूट कोविद सिंड्रोम इत्यादि से वर्णित किया गया है. पश्चिमी देशो में ऐसे मरीजों को लॉन्ग हालर्स भी कहा गया है । ब्रिटैन की नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ हैल्थकेयर एंड एक्सीलेंस (NICE) ने पोस्ट कोविद सिंड्रोम ऐसे  लक्षणों के रूप में परिभासित किया है जो किसी कोविड संक्रमित मरीज में १२ हफ्ते के बाद भी बने रहते है या आरंभिक लाभ के बाद दुबारा प्रकट होते है ।

रीजेंसी सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, लखनऊ के डॉ उबैदुर रहमान, इंटरनल मेडिसिन एंड क्रिटिकल केयर स्पेशलिस्ट ने कहा, “अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद रोगियों को डिस्चार्ज एडवाइस का पालन करना चाहिए और फॉलो अप क्लिनिक में बराबर रिपोर्ट करना चाहिए । मरीज जिनका उपचार घर पर ही किया गया उन्हें यदि पोस्ट कोविड के लक्षण प्रकट होते है तो फ़ौरन चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए । ज्यादातर पोस्ट कोविड सिंड्रोम से ग्रसित मरीजों को सिर्फ सिम्पटोमैटिक दवा और फिजिकल तथा मेन्टल रिहैबिलिटेशन की जरुरत होती है । पोस्ट कोविड सिंड्रोम से रिकवरी धीरे धीरे होती है और लम्बा समय ले सकती है, जिससे पारिवारिक एवं कारोबारी समस्याऐ परेशान कर सकती है । अत: फॅमिली सपोर्ट, योग, और चिकित्सक की सलाह से क्लीनिकल काउंसलिंग मददगार साबित हो सकती है ।”

Comments

Popular posts from this blog

आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है!

-आध्यात्मिक लेख  आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है! (1) मृत्यु के बाद शरीर मिट्टी में तथा आत्मा ईश्वरीय लोक में चली जाती है :विश्व के सभी महान धर्म हिन्दू, बौद्ध, ईसाई, मुस्लिम, जैन, पारसी, सिख, बहाई हमें बताते हैं कि आत्मा और शरीर में एक अत्यन्त विशेष सम्बन्ध होता है इन दोनों के मिलने से ही मानव की संरचना होती है। आत्मा और शरीर का यह सम्बन्ध केवल एक नाशवान जीवन की अवधि तक ही सीमित रहता है। जब यह समाप्त हो जाता है तो दोनों अपने-अपने उद्गम स्थान को वापस चले जाते हैं, शरीर मिट्टी में मिल जाता है और आत्मा ईश्वर के आध्यात्मिक लोक में। आत्मा आध्यात्मिक लोक से निकली हुई, ईश्वर की छवि से सृजित होकर दिव्य गुणों और स्वर्गिक विशेषताओं को धारण करने की क्षमता लिए हुए शरीर से अलग होने के बाद शाश्वत रूप से प्रगति की ओर बढ़ती रहती है। (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है : (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है :हम आत्मा को एक पक्षी के रूप में तथा मानव शरीर को एक पिजड़े के समान मान सकते है। इस संसार में रहते हुए

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का किया ऐलान जानिए किन मांगों को लेकर चल रहा है प्रदर्शन लखनऊ 2 जनवरी 2024 लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार और कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का भी है किया ऐलान इनकी मांगे इस प्रकार है पुनरीक्षित वेतनमान-5200 से 20200 ग्रेड पे- 1800 2- स्थायीकरण व पदोन्नति (ए.सी.पी. का लाभ), सा वेतन चिकित्सा अवकाश, मृत आश्रित परिवार को सेवा का लाभ।, सी.पी. एफ, खाता खोलना।,  दीपावली बोनस ।

आईसीएआई ने किया वूमेन्स डे का आयोजन

आईसीएआई ने किया वूमेन्स डे का आयोजन  लखनऊ। आईसीएआई ने आज गोमतीनगर स्थित आईसीएआई भवम में इन्टरनेशनल वूमेन्स डे का आयोजन किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलन, मोटो साॅन्ग, राष्ट्रगान व सरस्वती वन्दना के साथ हुआ। शुभारम्भ के अवसर पर शाखा के सभापति सीए. सन्तोष मिश्रा ने सभी मेम्बर्स का स्वागत किया एवं प्रोग्राम की थीम ‘‘एक्सिलेन्स / 360 डिग्री’’ का विस्तृत वर्णन किया। नृत्य, गायन, नाटक मंचन, कविता एवं शायरी का प्रस्तुतीकरण सीए. इन्स्टीट्यूट की महिला मेम्बर्स द्वारा किया गया। इस अवसर पर के.जी.एम.यू की सायकाॅयट्रिक नर्सिंग डिपार्टमेन्ट की अधिकारी  देब्लीना राॅय ने ‘‘मेन्टल हेल्थ आफ वर्किंग वूमेन’’ के विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किये। कार्यक्रम में लखनऊ शाखा के  उपसभापति एवं कोषाध्यक्ष सीए. अनुराग पाण्डेय, सचिव सीए. अन्शुल अग्रवाल, पूर्व सभापति सीए, आशीष कुमार पाठक एवं सीए. आर. एल. बाजपेई सहित शहर के लगभग 150 सीए सदस्यों ने भाग लिय।