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12 जनवरी को युवाओं के प्रेरणा स्रोत स्वामी विवेकानंद की जयंती के शुभ अवसर पर गैर राजनीतिक यात्रा प्रारंभ

12 जनवरी को युवाओं के प्रेरणा स्रोत स्वामी विवेकानंद की जयंती के शुभ अवसर पर गैर राजनीतिक यात्रा प्रारंभ

 राष्ट्रवादी युवा अधिकार मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष शशांक शेखर सिंह पुष्कर ने राजधानी लखनऊ के हजरतगंज स्थित इंडियन कॉफी हाउस में युवा अधिकार एवं न्याय यात्रा के विषय पर प्रेस प्रतिनिधियों से वार्ता करते हुए बताया कि बाबा गोरखनाथ के पावन धरती से 12 जनवरी को युवाओं के प्रेरणा स्रोत स्वामी विवेकानंद की जयंती के शुभ अवसर पर गैर राजनीतिक यात्रा प्रारंभ होकर 23 जनवरी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर विभिन्न जनपदों (आजमगढ़, वाराणसी ,जौनपुर, सुल्तानपुर ,अंबेडकरनगर ,अयोध्या, बाराबंकी,लखनऊ ,सीतापुर, शाहजहांपुर ,बरेली ,रामपुर ,मुरादाबाद,अमरोहा, हापुड़, मेरठ ,गाजियाबाद) के रास्ते नई दिल्ली (जंतर -मंतर )पर संपन्न होगीl दिल्ली में महापुरुषों की स्थली एवं प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर माननीय प्रधानमंत्री जी को 8 सूत्री ज्ञापन सौंपा जाएगा l यात्रा के उद्देश्य के सवाल पर श्री सिंह ने बताया कि युवा अधिकार एवं न्याय यात्रा युवाओं में जागरूकता लाकर अपने अधिकारों के संरक्षण, संवर्धन हेतु एक मंच पर एकत्रित करना है l ताकि जाति ,धर्म ,संप्रदाय के नाम पर साजिश के तहत छात्रों/ नौजवानों की भावनाओं को बेचने वाले राजनीतिक दलों को यह एहसास हो सके कि नौजवानों को सिर्फ वोट बैंक /प्रचार तंत्र के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता lयदि 21वी सदी का नौजवान जाति,धर्म, संप्रदाय व दलगत भावना से ऊपर उठकर एक मंच पर इकट्ठा हो जाएगा तो नए भारत सशक्त भारत का सपना स्वयं पूरा हो जाएगा l 

नई पीढ़ी नया जोश के साथ नौजवान समाज में नई क्रांति लाने में सक्षम है नई उर्जा से ही देश और प्रदेश सही रास्ते पर जा सकता है ना कि युवाओं के ठेकेदारों द्वारा सिर्फ जाति , धर्म ,संप्रदाय के नाम पर गुमराह करने से नौजवानों के चेतना को जगा कर एक मंच पर इकट्ठा किया जाएगा lयात्रा भीड़-भाड़ अथवा मार्केट में पैदल तथा हाईवेज पर चार पहिया वाहन द्वारा प्रस्तावित है lयात्रा के दौरान छात्रों ,नौजवानों, बुजुर्गों ,महिलाओं से संपर्क कर संगठन के उद्देश्यों को उनके माध्यम से जमीन तक पहुंचाना है ताकि देश व प्रदेश में सकारात्मक, सजग व जिम्मेदारी पूर्ण भूमिका निभाई जा सके lश्री सिंह ने राजनीतिक दलों को घेरते हुए कहा कि राजनीतिक दल सकारात्मक राजनीति के बजाय अराजकता /उन्माद फैलाने की कोशिश करते रहे हैं lजनहित के बुनियादी समस्याओं के समाधान की बजाए सिर्फ चुनावी तैयारियां एवं मीडिया की सुर्खियां बटोरती रही है जबकि हकीकत यह है कि देश और प्रदेश का प्रतिभावान रोजगार के लिए सड़कों पर दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है, हर राजनीतिक दल नौजवानों के दम पर सिर्फ चुनाव लड़ना चाहती हैं जबकि नौजवानों की चिंता करने वाला कोई भी नहीं हैl अभी तक युवाओं की कोई ठोस नीति अथवा राष्ट्रीय स्तर पर आयोग का गठन नहीं हो पाया जो दुर्भाग्यपूर्ण है जबकि जाति, धर्म के नाम पर आयोग बने, महंगी शिक्षा के बावजूद सरकारों के पास रोजगार की कोई गारंटी नहीं है ,आउटसोर्सिंग (सेवाप्रदाता) प्रथा से प्रतिभावान नौजवान बंधुआ मजदूर हो गया है, सरकारी संस्थाओं के निजीकरण से राष्ट्र निर्माण की बुनियाद कमजोर होती जा रही है, महंगी शिक्षा से शिक्षा में असमानता होती जा रही है, बेरोजगारी, महंगाई भ्रष्टाचार, अपराध चरम पर है ,देश का अन्नदाता आंदोलनरत है lलाखों बेरोजगार राजधानी में ठगी के शिकार हो रहे हैं l

इसलिए गांव ,गरीब ,मजदूर, नौजवान ,किसान की बुनियादी समस्याओं को अपनी नैतिक व सामाजिक जिम्मेदारी समझते हुए यह प्रयास कर रहे हैं कि नौजवानों के साथ-साथ किसी भी पीड़ित के साथ अन्याय ना होने पाए इसके लिए चौथे स्तंभ की सहयोग की उम्मीद जताते हुए कहा कि लोहिया, चंद्रशेखर और जयप्रकाश जी के सपनों को पूरा करने का कार्य राष्ट्रवादी युवा अधिकार मंच के माध्यम से करेंगे, जिससे जयप्रकाश जी के युवा क्रांति के अधूरे सपनों को पूरा किया जा सकेll

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