मुख्यमंत्री ने कोविड-19 के प्रति निरन्तर सतर्कता बरतने पर बल दिया
- कोविड-19 के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए प्रभावी प्रयास जारी रखे जाएं
- कम रिकवरी दर वाले जनपदों में चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाकर कोविड-19 के मरीजों को बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश
- जिलाधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा सुबह कोविड अस्पताल में तथा शाम को इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर में बैठक नियमित रूप से आहूत की जाए
- लखनऊ में वायरोलाॅजी सेन्टर की आवश्यकता पर बल, इसे नेशनल इन्स्टीट्यूट आॅफ वायरोलाॅजी, पुणे की तर्ज पर विकसित किया जाए
- वर्तमान समय में रोजगार सृजन पर ध्यान केन्द्रित किया जाए
- विद्यार्थी सुगमतापूर्वक प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकें, इसके लिए आॅनलाइन कोचिंग की व्यवस्था बनाई जाए
- किसानों को पराली न जलाने के सम्बन्ध में जागरूक किया जाए, इस सम्बन्ध में पब्लिक एड्रेस सिस्टम का भी इस्तेमाल किया जाए
- धान क्रय केन्द्रों पर किसानों को कोई असुविधा न हो, उन्हें एम0एस0पी0 का लाभ मिले
- मण्डी शुल्क में कमी के निर्णय को शीघ्र लागू करने के निर्देश
- राज्य सरकार के अधीन कार्यरत समस्त कर्मियों को दीपावली पर्व से पहले वेतन भुगतान कराए जाने के निर्देश
लखनऊ: 08 नवम्बर, 2020
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कोविड-19 के प्रति निरन्तर सतर्कता बरतने पर बल दिया है। उन्होंने कहा है कि कोविड-19 के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए प्रभावी प्रयास जारी रखे जाएं। उन्होंने कम रिकवरी दर वाले जनपदों में चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाकर कोविड-19 के मरीजों को बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा सुबह कोविड अस्पताल में तथा शाम को इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर में बैठक नियमित रूप से आहूत की जाए। इस बैठक में कोविड-19 के नियंत्रण के लिए संचालित गतिविधियों की समीक्षा करते हुए आगे की रणनीति तय की जाए। लखनऊ में वायरोलाॅजी सेन्टर की आवश्यकता पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि इसे नेशनल इन्स्टीट्यूट आॅफ वायरोलाॅजी, पुणे की तर्ज पर विकसित किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान समय में रोजगार सृजन पर ध्यान केन्द्रित किया जाए। अधिक से अधिक संख्या में नौकरी प्रदान करने और स्वतः रोजगार की व्यवस्था की जाए। उन्होंने ‘उ0प्र0 कामगार और श्रमिक (सेवायोजन एवं रोजगार) आयोग’ के निर्देशों की जिलों में क्रियान्वयन के सम्बन्ध में जनपद स्तर पर समीक्षा बैठक आयोजित करने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विद्यार्थी सुगमतापूर्वक प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकें, इसके लिए अनुकूल वातावरण सृजित किया जाए। इस सम्बन्ध में छात्र-छात्राओं के लिए आॅनलाइन कोचिंग की व्यवस्था बनाई जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि किसानों को पराली न जलाने के सम्बन्ध में जागरूक किया जाए। इस सम्बन्ध में पब्लिक एड्रेस सिस्टम का भी इस्तेमाल किया जाए। ग्राम प्रधान एवं अन्य लोगों से संवाद तथा सहयोग के माध्यम से पराली जलाने की रोक-थाम की जाए। उन्होंने पराली से बायोफ्यूल बनाने की सम्भावनाओं पर विचार किए जाने पर बल दिया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि धान क्रय केन्द्रों का सुचारु संचालन कराया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि धान क्रय केन्द्रों पर किसानों को कोई असुविधा न हो और उन्हें एम0एस0पी0 का लाभ मिले। उन्होंने मण्डी शुल्क में कमी के निर्णय को शीघ्र लागू करने के निर्देश भी दिए हैं।
मुख्यमंत्री जी ने राज्य सरकार के अधीन कार्यरत समस्त कर्मियों को दीपावली पर्व से पहले वेतन भुगतान कराए जाने के निर्देश दिए हैं। इस अवसर पर स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री अतुल गर्ग, मुख्य सचिव श्री आर0के0 तिवारी, पुलिस महानिदेशक श्री हितेश सी0 अवस्थी, अपर मुख्य सचिव राजस्व श्रीमती रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 एवं सूचना श्री नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डाॅ0 रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज श्री मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव कृषि श्री देवेश चतुर्वेदी, अपर अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री श्री एस0पी0 गोयल, अपर मुख्य सचिव महिला कल्याण एवं बाल विकास श्रीमती एस0 राधा चैहान, प्रमुख सचिव पशुपालन श्री भुवनेश कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना श्री संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्री आलोक कुमार, सचिव मुख्यमंत्री श्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक श्री शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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