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नबी सल्ल0 की पैरवी में ही कामयाबी की कुंजी है: मौलाना जफरुद्दीन दारूल उलूम फरंगी महल में आॅन लाइन जलसे का सिलसिला जारी

नबी सल्ल0 की पैरवी में ही कामयाबी की कुंजी है: मौलाना जफरुद्दीन दारूल उलूम फरंगी महल में आॅन लाइन जलसे का सिलसिला जारी


लखनऊ,  25 अक्तूबर।


इस्लामिक सेन्टर आफ इण्डिया फरंगी महल के अन्र्तगत दारूल उलूम निजामिया फरंगी महल की जामा मस्जिद ईदगाह लखनऊ में 12 दिवसीय ‘‘जलसा सीरतुन्नबी स0 व सीरत-ए-सहाबा रजि और तहफ्फुजे शरीअत’’ के जलसे कोविड-19 के प्रोटोकाल को देखते हुए किसी भी प्रकार की भीड़ जमा न करने की वजह से आन लाइन ही रिले किये जा रहे हैं।


इस अवसर पर छेठे जलसे को सम्बोधन करते हुए मौलाना जफरुद्दीन नदवी ने कहा कि रसूल पाक सल्ल0 की पैरवी करने में ही दुनिया व आखिरत की कामयाबी है। आप सल्ल0 से दीन सीख कर आप सल्ल0 के सच्चे और अच्छे सहाबाक्राम रजि0 ने पूरी दुनिया में दीन-ए-इस्लाम का प्रचार व प्रसार किया।


उन्होने कहा कि रसूल पाक सल्ल0 रहमतुललिलआलमीन हैं। आप सल्ल0 हर मोमिन के लिए रौशनी का एैसा मीनार हैं जिसकी नूरानी किरणें कयामत तक जिन्दगी के हर पहलू को रौशन करती रहेंगी।


मौलाना ने कहा कि रसूल-ए-पाक सल्ल0 बहुत ही अच्छे अखलाक़ वाले थे।  हम सब को रसूल-ए-पाक सल्ल0 की सीरत पर अमल करते हुए अपने अखलाक़ सही करना चाहिए। उन्होने कहा कि नबी पाक सल्ल0 की पैरवी में ही कामयाबी है और यही एक मोमिन का तरीका है और जिसने इस तरीके से मुॅह मोड़ लिया या लापरवाही की वह सही रास्ते से दूर हो गया।


  जलसे का आरम्भ क़ारी कमरूद्दीन अध्यापक दारूल उलूम की तिलावत कलाम पाक से हुआ। नात पाक दारूल उलूम फरंगी महल के विद्यार्थी अब्ुदल मालिक ने पेश किया।


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