वर्ष 2019 में डाक विभाग और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने मिलकर क्षय (टी०बी०) रोग को दूर भगाने की ठानी।
वर्ष 2019 में डाक विभाग और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने मिलकर क्षय (टी०बी०) रोग को दूर भगाने की ठानी।
लखनऊ I डाक विभाग दिनों-ब-दिन अपने को अद्यतन कर रहा है, चाहे वह सेवाओं का मामला हो या टेक्नालॉजी का। वर्ष 2019 में भी डाक सेवाओं में तमाम नवाचार हुए। लखनऊ (मुख्यालय) परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि वर्ष 2019 में ग्रामीण डाकघरों को टेक्नोलॉजी से अद्यतन करने के लिए दर्पण सी०एस०आईं० का रोल आऊट किया गया। शहरों में लेटर बॉक्स को स्मार्ट बनाते हुए पत्र निकासी की सूचना के तात्कालिक अपडेशन के लिए 'नन्यथा' सॉफ्टवेयर की शुरुआत की गई। ग्राहकों को डाक वितरण की वास्तविक समय वितरण सूचना उपलब्ध कराने के लिए 'पोस्टमैन मोबाइल एप्प' की शुरुआत की गई। ई कामर्स के दौर में पार्सल के त्वरित वितरण के लिए लखनऊ जीपीओ व चौक प्रधान डाकघर में नोडल डिलीवरी सेंटर बनाये गए, जहाँ से शहर भर के पार्सलों का वितरण होता है। पार्सल वितरण के लिए मेकेनाइज्ड बीट बनाते हुए मारुति वैन व मोटर साइकिल का इस्तेमाल आरम्भ किया गया।
केंद्र और राज्य सरकार की तमाम जनकल्याणकारी योजनाओं को डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के तहत लोगों से जोड़ने हेतु इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक खाते का इस्तेमाल किया जा रहा है। लखनऊ परिक्षेत्र में 3.27 लाख खाते खुल चुके हैं। डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि "इंडिया पोस्ट पेमेंटस बैंक" के द्वारा संचालित आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम सेवा के अंतर्गत घर बैठे बिना किसी अतिरिक्त चार्ज के किसी भी बैंक से 10,000 रुपये तक निकालने की सुविधा की सितंबर 2019 में शुरुआत हुई । ग्रामीण लोगों को डिजिटल ट्रांसेक्शन के लिए प्रेरित करने के क्रम में IPPB सक्षम ग्राम बनाये गए।
'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' के तहत प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा आरम्भ की गई 'सुकन्या समृद्धि योजना' में लखनऊ डाक परिक्षेत्र ने पहल करते हुए नई इबारत लिखी । 2.41 लाख बेटियों के खाते खोले जा चुके हैं। वर्ष 2019 में इसके तहत 576 गाँवों में सभी योग्य बेटियों के खाते खुलवाकर उन्हें सम्पूर्ण सुकन्या समृद्धि ग्राम बना दिया गया है। गंगाजल बिक्री को प्रधान डाकघरों के साथ-साथ वर्ष 2019 में चयनित उप डाकघरों में भी आरम्भ किया गया।
डाक टिकट संग्रह के प्रति लोगों में रूचि पैदा करने हेतु विभिन्न स्कूलों में फिलेटलिक सेमिनार व वर्कशॉप का आयोजन किया गया। डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव के अनुसार विभिन्न विद्यालयों में फिलेटलिक क्लब बनाकर विद्यार्थियों में रचनात्मक अभिरुचि विकसित करने पर जोर दिया गया। महात्मा गाँधी की 150 वीं जयंती पर लखनऊ जीपीओ में भव्य डाक टिकट प्रदर्शनी "अहिंसापेक्स -2019" का आयोजन, जिसका समापन उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने किया। अयोध्या में दीपोत्सव को यादगार बनाने हेतु राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा "कॉरपोरेट माई स्टाम्प" जारी किया गया। भारतीय इत्र विषय पर ऊद और नारंगी फूल पर आधारित चार सुगंधित स्मारक डाक टिकट जारी हुए। पत्र-लेखन विधा को बढ़ावा देने हेतु ढाई आखर पत्र लेखन प्रतियोगिता के तहत "प्रिय बापू ! आप अमर हैं" विषय पर पत्र लेखन प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। पोस्टकार्ड 1 अक्टूबर, 2019 को वैश्विक स्तर पर 150 साल का हो गया।
"राष्ट्रीय डाक सप्ताह" के दौरान जागरूकता रैली, साईकिल रैली, बिजनेस मीट का आयोजन किया गया। उत्तर प्रदेश डाक परिमंडल में उत्कृष्ट कार्य करने वाले डाक अधिकारियों व कर्मियों को महानिदेशक डाक नई दिल्ली मीरा हॉण्डा और चीफ पोस्ट मास्टर जनरल उ.प्र. परिमंडल कौशलेंद्र कुमार सिन्हा ने डाक सेवा अवार्ड से सम्मानित किया।
लखनऊ जीपीओ में अमिताभ बच्चन अभिनीत गुलाबो सिताबो और हजरतगंज स्थित चीफ पोस्टमास्टर जनरल कार्यालय में पति, पत्नी और वो फिल्म की शूटिंग हुई। डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव ने अभिनेता कार्तिक आर्यन को उनकी तस्वीर वाली 'माई स्टैम्प' भेंट किया, जिसे देखकर अभिनेता काफी रोमांचित हुए।
वर्ष 2019 में डाक विभाग और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने मिलकर क्षय (टी०बी०) रोग को दूर भगाने की ठानी। उत्तर प्रदेश के 4 जनपदों -लखनऊ, आगरा, बदायूं और चंदौली में ये पायलट प्रोजेक्ट 15 जुलाई से आरम्भ हुआ। लखनऊ जीपीओ में आयोजित एक कार्यक्रम में लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ कृष्ण कुमार यादव ने स्टेट टीबी ऑफिसर डॉ संतोष गुप्ता के साथ इसका शुभारम्भ किया। इससे डाकिया के माध्यम से टी०बी० मरीजों के बलगम के नमूने तेजी से स्वास्थ्य विभाग के लैब तक पहुंचेंगे।
लखनऊ (मुख्यालय) परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि चूँकि डाकघरों की पहुँच सर्वत्र है, अत: सरकार की तमाम कल्याणकारी योजनाओं से समाज के अंतिम व्यक्ति को जोड़ने में इसकी अहम भूमिका है। वर्ष 2019 में इसी भावना के अनुरूप डाक सेवाओं ने तमाम नए आयाम रचे।
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