प्रदेश सरकार द्वारा निरन्तर किसानों की आय को दोगुना करने के लिए कार्य किया जा रहा है: मुख्यमंत्री
लखनऊ: 29 दिसम्बर, 2019, उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज गोरखपुर में दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के दीक्षा भवन में आयोजित नाबार्ड किसान समारोह एवं किसानों के राज्य स्तरीय सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा निरन्तर किसानों की आय को दोगुना करने के लिए कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यदि किसान खुशहाल रहेंगे तो देश और प्रदेश भी खुशहाल रहेगा। वर्ष 2014 में देश में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद से किसानों के हित में लगातार कार्य किये जा रहे हैं। प्रदेश सरकार द्वारा भी किसानों के ऋण माफ किये गये और ड्रिप इरिगेशन को बढ़ावा देने के लिए भी कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि लघु एवं सीमान्त कृषकों के लिए कृषक उत्पादक संगठन (एफ.पी.ओ.) बनाने से काफी लाभ मिलेगा। उन्होंने कृषि उत्पादों में मूल्य श्रंृखला तथा किसानों की आमदनी बढ़ाने पर बल देते हुए कहा कि कृषक उत्पादक संगठन इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए एक प्रभावशाली माध्यम हो सकते हैं। प्रदेश सरकार द्वारा किसानों की समृद्धि के लिए वास्तविक समस्याओं को हल करने का कार्य किया जा रहा है जिसका बेहतर परिणाम देखने को मिल रहा है। किसानों से सीधे न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान एवं गेहूं की खरीद की जा रही है। साथ ही, आलू एवं दलहन-तिलहन के भी समर्थन मूल्य घोषित किये जा रहे हैं। सिंचाई के साधनों को भी बढ़ाया जा रहा है। काफी वर्षों से लंबित बाणसागर परियोजना का भी लोकार्पण प्रधानमंत्री जी द्वारा किया गया जिससे काफी किसानों को लाभ मिल रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा सिंचाई की अन्य परियोजनाओं में भी एकमुश्त धन आवंटित कर तेजी से कार्यों को सम्पन्न कराया जा रहा है। सभी परियोजनाएं पूर्ण हो जाने से प्रदेश की सिंचन क्षमता में 20 लाख हे0 की वृद्धि होगी। सिंचाई क्षमता बढ़ने से किसान लाभान्वित होंगे। मेहनतकश किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए बेहतर कार्य किया जा रहा है। एफ.पी.ओ. और बैंकिंग मिलकर किसानों का सहयोग करें और उन्हें लाभान्वित करें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कृषि के साथ-साथ पशुपालन, दुग्ध उत्पादन एवं अन्य कार्य करने के लिए भी किसानों को प्रेरित करने की आवश्यकता है। प्रदेश सरकार द्वारा किसानों की फसलों को गोवंश से होने वाली हानि से बचाने के लिए गोआश्रय स्थलों की स्थापना करायी गयी है, जिसमें साढ़े तीन लाख गोवंश रखे गये हंै। यदि कोई कृषक निराश्रित गोवंश को पालता है तो प्रदेश सरकार द्वारा उसे प्रति गोवंश 900 रुपए प्रतिमाह दिया जायेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि किसानों को बेहतर लाभ देने के लिए नवाचार करने की आवश्यकता है, जिसमें कृषि विज्ञान केन्द्र महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। प्रदेश सरकार द्वारा 38 वनटांगियां गांव को राजस्व ग्राम घोषित कर उन्हें सभी सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने कृषि क्षेत्र में अच्छा कार्य करने वालों को पुरस्कृत भी किया।
इस अवसर पर कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने नाबार्ड को राज्य स्तरीय सम्मेलन आयोजित करने के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा किसानों के हित के लिए कार्य किया जा रहा है तथा किसानों की आय बढ़ाने के लिए जगह-जगह जैव उत्पादों की मार्केटिंग के लिए भी कार्य किया जा रहा है। इस वर्ष अब तक प्रदेश में 23,28,403 किसानों को विभिन्न योजनाओं का लाभ दिया गया है।
सम्मेलन में गाजियाबाद के श्री सुन्दर चैहान, देवरिया के श्री वेद प्रकाश राय, बरेली के श्री रमेश कुमार, महाराष्ट्र के श्री योगेश थोराट एवं मध्य प्रदेश के श्री आर.आर. शाही ने भी अपने कार्यों एवं अनुभवों के बारे में बताया।
इस अवसर पर नाबार्ड के सी.जी.एम. श्री शंकर ए0 पाण्डेय ने नाबार्ड के कार्यों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। कार्यक्रम में विधायक डाॅ0 राधा मोहन दास अग्रवाल, श्री शीतल पाण्डेय, श्री संत प्रसाद, श्रीमती संगीता यादव, जनप्रतिनिधिगण सहित जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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