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अन्तर्राष्ट्रीय पर्यावरण ओलम्पियाड (आई.ई.ओ.-2019) का भव्य समापन


अन्तर्राष्ट्रीय पर्यावरण ओलम्पियाड (आई.ई.ओ.-2019) का भव्य समापन


लखनऊ । सिटी मोन्टेसरी स्कूल, गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) द्वारा आयोजित चार दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय पर्यावरण ओलम्पियाड (आई.ई.ओ.-2019) का भव्य समापन आज सायं सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर देश-विदेश के प्रतिभागी विजयी छात्रों को शील्ड, मैडल व सार्टिफिकेट प्रदान कर पुरष्कृत कर सम्मानित किया गया। 'आई.ई.ओ.-2019' की प्रतियोगिताओं में भवन्स बी.पी. विद्या मंदिर, नागपुर, महाराष्ट्र की छात्र टीम ने ओवरआॅल चैम्पियनशिप जीतकर अपने ज्ञान विज्ञान का परचम लहराया। इस छात्र टीम ने जूनियर व सीनियर दोनों वर्गों की चैम्पियनशिप पर अपना कब्जा जमाया जबकि सी.एम.एस. राजाजीपुरम (प्रथम कैम्पस) की छात्र टीम जूनियर वर्ग में एवं सी.एम.एस. गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) की छात्र टीम सीनियर वर्ग में रनरअप रही। विदित हो कि सी.एम.एस. गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय पर्यावरण ओलम्पियाड का आयोजन 12 से 15 दिसम्बर तक सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में किया गया, जिसमें देश-विदेश के प्रतिभागी छात्र विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से पर्यावरण संवर्धन का संदेश दिया।


 इससे पहले, मुख्य अतिथि डा. राकेश कपूर, डायरेक्टर, मेदांता हास्पिटल, ने दीप प्रज्वलित कर समापन समारोह का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में मुख्य अतिथि डा. राकेश कपूर ने कहा कि विश्व का बदलता पर्यावरण आज मानवता के लिए चुनौती है, ऐसे में यह नितान्त आवश्यक है कि किशोर व युवा पीढी पर्यावरणीय चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हो। सी.एम.एस. की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि यह ओलम्पियाड देश-विदेश के छात्रों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने का सराहनीय प्रयास है।


 समापन समारोह में सी.एम.एस. छात्रों ने शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रमों की सतरंगी छटा बिखेर कर देश-विदेश से पधारे छात्रों व टीम लीडरों को झूमने पर मजबूर कर दिया। इन शानदार कार्यक्रमों को देखकर विदेशी मेहमान गद्गद व प्रफुल्लित दिखाई दिये एवं तालियों की गड़गड़ाहट से आडिटोरियम गूँज उठा। इससे पहले, देश-विदेश से पधारे बाल पर्यावरणविद्ों ने अपने अनुभवों को बताते हुए कहा कि इस ओलम्पियाड में उन्होंने पर्यावरण के विभिन्न पहलुओं  से अवगत हुए तो वहीं दूसरी ओर उन्होंने यह भी जाना कि शिक्षा सामाजिक परिवर्तन का एक सशक्त माध्यम भी है।


 समापन अवसर पर देश-विदेश से पधारे प्रतिभागी छात्रों का आभार व्यक्त करते हुए अन्तर्राष्ट्रीय पर्यावरण ओलम्पियाड की संयोजिका व सी.एम.एस. गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) की वरिष्ठ प्रधानाचार्या सुश्री मंजीत बत्रा ने कहा कि यह ओलम्पियाड लखनऊ के ही छात्रों में नहीं अपितु पूरे विश्व के छात्रों व युवा पीढ़ी में पर्यावरण संवर्धन की ऐसी लहर प्रवाहित की है, जो इस प्रकृति प्रदत्त धरती को हरी-भरी व खुशहाल बनाने में मददगार होगा। आई.ई.ओ.-2019 की सह-संयोजिका एवं सी.एम.एस. गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) की प्रधानाचार्या श्रीमती संगीता बनर्जी ने विश्वास व्यक्त किया कि यह अन्तर्राष्ट्रीय पर्यावरण ओलम्पियाड युवा पीढ़ी को पर्यावरणीय सुरक्षा का अग्रदूत बनाने के अपने लक्ष्य में सफल रहा है। इस अवसर पर सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने सभी प्रतिभागी छात्रों को अपना आशीर्वाद दिया व उन्हें सभी मतभेद मिटाकर विश्व नागरिक बनकर समाज की सेवा करने के लिए प्रेरित किया।


 सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने बताया कि चार दिन तक चले इस अन्तर्राष्ट्रीय पर्यावरण ओलम्पियाड में देश-विदेश के लगभग 500 बाल पर्यावरणविद्ों ने विभिन्न रोचक प्रतियोगिताओ में अपने ज्ञान-विज्ञान का अभूतपूर्व प्रदर्शन करने के साथ ही सारे विश्व में हरित क्रान्ति का बिगुल फूँका। श्री शर्मा ने कहा कि हालाँकि यह अन्तर्राष्ट्रीय ओलम्पियाड आज सम्पन्न हो गया परन्तु इसके माध्यम सी.एम.एस. ने पर्यावरण संवर्धन की जो मशाल जलाई है, उसकी रोशनी सारे विश्व में अवश्य फैलेगी।


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