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प्रदेश सरकार राज्य में कानून का राज स्थापित कर अपराधमुक्त, अन्यायमुक्त एवं भयमुक्त वातावरण सृजित करने के लिए प्रतिबद्ध: मुख्यमंत्री



प्रदेश सरकार राज्य में कानून का राज स्थापित कर अपराधमुक्त, अन्यायमुक्त एवं भयमुक्त वातावरण सृजित करने के लिए प्रतिबद्ध: मुख्यमंत्री


लखनऊ: 24 नवम्बर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद मुरादाबाद स्थित डाॅ0 भीमराव आम्बेडकर उत्तर प्रदेश पुलिस अकादमी में पुलिस उपनिरीक्षक सीधी भर्ती-2018 के आधारभूत कोर्स के दीक्षान्त परेड समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए। उन्होंने इस अवसर पर परेड की सलामी भी ली।


इस अवसर पर अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री ने प्रषिक्षुगण को सफल प्रषिक्षण पूर्ण करने पर बधाई देते हुए कहा कि प्रदेष सरकार राज्य में कानून का राज स्थापित कर अपराधमुक्त, अन्यायमुक्त एवं भयमुक्त वातावरण सृजित करने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रदेष में कानून व्यवस्था सुदृढ़ कर जनमानस मंे सुरक्षा की भावना पैदा करना और अपराधियों के अन्दर कानून का भय व्याप्त करना प्रदेष षासन की प्रमुख नीति है। इससे लोगों मेें सुरक्षा की भावना का व्यापक संचार हुआ है।


मुख्यमंत्री जी ने प्रषिक्षुगण से प्रदेष में दक्ष व्यावसायिक, संवेदनषील तथा उत्तरदायी पुलिसिंग व्यवस्था सुनिष्चित कर दोषी व्यक्तियों को दण्ड दिलाने एवं पीड़ित व्यक्तियों को न्याय दिलाने का आह्वान किया। उन्होंने प्रषिक्षुगण से कहा कि आप देष के सबसे बडे़ पुलिस बल में एक जिम्मेदार पद पर नियुक्त हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस बल में आपकी एक महत्वपूर्ण भूमिका है। आपसे अपने कार्य में जबावदेही, पारदर्षिता, जनसेवा के प्रति संवेदनषीलता, सत्यनिष्ठा एवं कठोर परिश्रम अपेक्षित है।



मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पुलिस आपराधिक न्याय प्रणाली का एक महत्वपूर्ण अंग है। पुलिस का दायित्व अपराधों का त्वरित अनावरण करके दोषी व्यक्ति को दण्ड दिलाना एवं पीड़ित व्यक्ति को न्याय दिलाना होना चाहिए। उन्होेंने कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता अपराधमुक्त समाज की स्थापना है। उपनिरीक्षकगण को इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। सुषासन की नींव, कानून व्यवस्था की मजबूती, अपराधों की रोकथाम तथा अपराधियों को दण्ड दिलाने से मजबूत होती है। यह कार्य तभी संभव है, जब प्रदेष में एक दक्ष व्यावसायिक संवेदनषील तथा उत्तरदायी पुलिसिंग व्यवस्था सुनिष्चित हो। उत्तर प्रदेष पुलिस का इस परिपे्रक्ष्य में एक गौरवषाली इतिहास रहा है। जब-जब प्रदेष के समक्ष कोई गंभीर कानून व्यवस्था स्थिति आयी है, तब-तब पुलिस बल द्वारा अपनी योग्यता, साहस, परिश्रम एवं आत्मबल के आधार पर उसका निराकरण किया गया है।


मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नवप्रशिक्षित उपनिरीक्षणगण अपनी क्षमता, प्रतिभा एवं व्यावसायिक दक्षता का सकारात्मक प्रयोग कर आमजन के विष्वास पर खरा उतरने का प्रयास करें। जीवन में सदैव सत्य का पालन कर ईमानदारी से कर्तव्यों एवं दायित्वों का निवर्हन करें। आज पुलिस सेवा के प्रथम दिवस पर जो षपथ उनके द्वारा इस समारोह में ली गई है, उसका पूर्ण पालन करते हुए उसके उद्देष्यों को सही अर्थो में चरितार्थ करें। राज्य की कानून व्यवस्था का अनुरक्षण करने के साथ-साथ एक भयमुक्त तथा अपराधमुक्त समाज के निर्माण में भी सक्रिय एवं प्रभावी सहयोग दें।



मुख्यमंत्री जी ने इस अवसर पर इंडोर पुरस्कार विजेताओं श्री विनीत पंवार, श्री अमित कुमार सिंह, श्री अवनीष षुक्ल, श्री अतुल कुमार तिवारी, श्री सुनील कुमार मिश्र, श्री मनोज कुमार यादव, श्री संजीव कुमार, श्री सुमित त्रिपाठी, श्री सैफ अहमद अंसारी, श्री योगेष बाबू, श्री अवधेष तथा आउटडोर पुरस्कार विजेताओं श्री दीपक मिश्र, श्री सुरजीत यादव, श्री सौरभ सिंह, श्री अविनाष कुमार मिश्र, श्री षषिकान्त यादव, श्री षमी अषरफ षेख, श्री अंकित यादव, श्री दिलीप कुमार, श्री कुलवन्त यादव, श्री जितेन्द्र कुमार, श्री अतुल वर्मा एवं श्री राजेन्द्र सिंह को पुरस्कार प्रदान किया। ओवर आल इंडोर में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले श्री सुनील कुमार मिश्र तथा ओवर आल आउटडोर में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले श्री संदीप यादव सहित सर्वांग सर्वोत्तम श्री हरिजीत सिंह को भी मुख्यमंत्री जी द्वारा पुरस्कृत किया गया। दीक्षान्त परेड का नेृतत्व करने वाले प्रथम परेड कमाण्डर श्री गौरव चैधरी, द्वितीय परेड कमाण्डर श्री आदित्य गौतम तथा तृतीय परेड कमाण्डर श्री अंकित सिंह को भी मुख्यमंत्री जी द्वारा पुरस्कृत किया गया।


पुलिस महानिदेषक श्री ओ0पी0 सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य सरकार ने कानून व्यवस्था पर जीरो टाॅलरेन्स की नीति अपनायी है। कानून व्यवस्था का नियमित अनुश्रवण करके प्रभावी व्यवस्था सुनिष्चित की गयी है। इससे अपराधों पर नियत्रंण हुआ है और प्रदेष में विकास का माहौल बना है। सभी प्रमुख त्यौहार, मेले आदि सकुषलता पूर्वक संपन्न हुए हैं। इससे पुलिस की छवि उज्जवल हुई है। उन्होंने कहा कि प्रदेष में पहली बार हर जिले में एंटी रोमियो स्क्वाड का गठन किया गया। बेहतर पुलिसिंग, फुट पेट्रोलिंग तथा साइबर पेट्रोलिंग द्वारा बेहतर कानून व्यवस्था का वातावरण निर्मित किया गया। सरकार द्वारा संदिग्ध चरित्र वाले पुलिस अधिकारियों एवं कर्मियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति देकर एक सकारात्मक संदेष दिया गया है। निदेषक पुलिस अकादमी श्री राजीव कृष्ण ने वर्ष 2018 बैच के सभी 299 नवप्रशिक्षित उपनिरीक्षकगण को सफल प्रषिक्षण पर षुभकामना देते हुए कहा कि प्रषिक्षण के दौरान आपराधिक विधियों सहित पुलिस आचरण के सिद्धान्त, पुलिस के कर्तव्यों के प्रति संवेदनषीलता, अपराध नियंत्रण एवं अपराधों के त्वरित अनावरण आदि विषयों पर सैद्धान्तिक एवं व्यावहारिक प्रषिक्षण दिया जाता है। इन्हें षारीरिक रूप से सुदृढ़ बनाने के लिए व्यायाम, खेलकूद, तैराकी, घुड़सवारी आदि का प्रषिक्षण भी प्रदान किया गया।


इस अवसर पर राज्य सरकार में मंत्री श्री चैधरी भूपेन्द्र सिंह, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री अषोक कटारिया, राज्यमंत्री श्री बल्देव सिंह औलख सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा प्रशासन व पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।






 




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