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पिछली सरकारें चीनी मिलों को बेचती एवं बंद कराती थीं, हम नई मिलें लगाते और रोजगार देते हैं: योगी आदित्यनाथ

पिछली सरकारें चीनी मिलों को बेचती एवं बंद कराती थीं, हम नई मिलें लगाते और रोजगार देते हैं: योगी आदित्यनाथ


17 नवम्बर, गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछली संवेदनहीन सरकारों को नौजवानों, व्यापारियों एवं किसानों की चिंता नहीं थी। वे चीनी मिलों को बेचती एवं बंद कराती थीं। भाजपा सरकार बंद चीनी मिलों को चलाती हैं और नई चीनी मिलें लगाती हैं।


मुख्यमंत्री योगी रविवार को गोरखपुर के पिपराइच में उत्तर प्रदेश राज्य चीनी एवं गन्ना विकास निगम के अंतर्गत पांच हजार टी.सी.डी. पेराई क्षमता की नई चीनी मिल एवं 27 मेगावाट को-जनरेशन प्लांट का लोकार्पण किया। इस अवसर पर आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पिपराइच चीनी मिल को बंद करने की शुरुआत 2008 में हो गई थी और 2010-11 में इसे पूरी तरह बंद कर दिया गया। इसको लेकर हम लोग आंदोलन करते थे। जिसमें बीजेपी के सभी क्षेत्रीय नेता और हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ता शामिल होते थे।


योगी ने कहा कि 2017 में सरकार बनते ही पहली बैठक में पिपराइच की नई चीनी मिल लगाने का फैसला ले लिया गया था। उन्होंने कहा कि एक चीनी मिल के बंद होने का मतलब 50 हजार किसानों को बेकार कर देना, एक हजार नौजावानों से उनका रोजगार छीन लेना होता है। योगी ने कहा कि पिपराइच चीनी मिल के पहले चरण में 50 हजार कुन्तल गन्ना की पेराई प्रतिदिन की जाएगी और सल्फर फ्री चीनी बनाई जाएगी। इसके साथ ही यहां 27 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जाएगा। जिससे 30 हजार करोड़ रुपये की आमदनी होगी। इससे समय पर किसानों के गन्ना मूल्य का भुगतान हो सकेगा और लोगों को बिजली भी प्राप्त हो सकेगी।


ये चीनी मिल किसानों की खुशहाली और युवाओं के रोजगार का आधार बनेगी। उन्होंने कहा कि द्वितीय चरण में यहां अत्याधुनिक डिस्टलरी लगाई जाएगी और ईथेनॉल का उत्पादन भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने सबका साथ और सबका विकास के नारे को साकार करते हुए सॉयल हेल्थ कार्ड, पीएम फसल बीमा योजना, किसान को लागत का डेढ़ गुना दाम, 6 हजार रुपये सालाना देने की व्यवस्था की। उन्होंने 26 वर्षों से बंद पड़े कारखाने की 2016 में फिर से आधारशिला रखने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद किया।


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