भारतीय लोकतंत्र सारी दुनियाँ का सबसे बड़ा लोकतंत्र
लखनऊ I आज उत्तर प्रदेश के अध्ययन और भ्रमण पर आयें गोवा विधान सभा के अध्यक्ष राजेश पाटनेकर एवं विधान सभा की गोवा लेजिस्लेटर फोरम कमेटी के संसदीय शिष्ट मण्डल ने उत्तर प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित से भेंट किया। उत्तर प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष ने गोवा विधान सभा के अध्यक्ष एवं उनके साथ आये सदस्यों का स्वागत किया। और कहा कि गोवा विधान सभा की कार्यप्रणाली और एक सशक्त संगठन के माध्यम से पूर्व एवं वर्तमान सांसदों व विधायकों के अनुभवों का साझा करते हुए उनके अच्छे सुझावों को सरकार को उपलब्ध कराया जाने की प्रक्रिया को और विधान सभा की कार्यपद्धति संसदीय कार्यप्रणाली व लोकतांत्रिक विषयों पर अध्यक्ष श्री दीक्षित से गोवा विधान सभा की गोवा लेजिस्लेटर फोरम कमेटी गोवा विधान सभा के श्री अध्यक्ष ने बताया कि उनके यहां 40 सदस्यों वाली विधान सभा है। यह विधान सभा पेपरलेस है। पेपरलेस विधान सभा होने का गौरव सर्वप्रथम गोवा विधान सभा को प्राप्त हुआ है। गोवा विधान सभा के अध्यक्ष ने गोवा विधान सभा की कार्यप्रणाली के बारे में विस्तार से चर्चा किया। उन्होंने बताया कि गोवा विधान सभा में अध्यक्ष की अध्यक्षता में वर्तमान विधान सभा सदस्यों व पूर्व सदस्यों की गोवा लेजिस्लेटर फोरम नाम से एक समिति गठित की गई है। इस समिति में सभी राजनैतिक दलों के लोकसभा के वर्तमान एवं पूर्व सदस्यों व विधान सभा के वर्तमान व पूर्व सदस्य हैं समिति गोवा राज्य के सामाजिक आर्थिक विकास एवं संसदीय लोकतंत्र के बारे में अध्यक्ष को सुझाव देती है। सेलेक्ट कमेटी इन महत्वपूर्ण विषयों को कार्यान्वित करने का सुझाव देती है। श्री दीक्षित ने कहा कि भारतीय लोकतंत्र सारी दुनियाँ का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। भारत आकार में बड़ा होने के साथ-साथ भाषा, रूप रंग, आस्था, आचार, व्यवहार, देवी देवताओं आदि को लेकर बहुत ही विविधता रखता है। इन विविधताओं के बावजूद भारत के लोग विभिन्न संवैधानिक संस्थाओं के माध्यम से एक सुन्दर लोकतंत्र चलाते हैं। भारतीय संस्कृति के बारे में चर्चा करते हुए श्री अध्यक्ष ने डा०अम्बेडकर के कथन का उदाहरण देते हुए कहा कि भारत की संस्कृति सबको एक सूत्र में बांधे रहती है। हमारे पूर्वजों ने बहुत शोध आचार-विचार व्यवहार और अभिव्यक्ति से एक सुन्दर संस्कृति गढ़ी है। यही संस्कृति भारतीय जनतंत्र को और मजबूत करने का कार्य करती है।गोवा विधान सभा के माननीय अध्यक्ष ने श्री दीक्षित को गोवा विधान सभा में पधारकर विधायकों को मार्गदर्शन देने के लिए आमंत्रित किया। श्री दीक्षित ने इसे सहर्ष स्वीकार करते हुए संसदीय कार्य मंत्री एवं प्रमुख सचिव विधान सभा एवं प्रमुख सचिव विधान परिषद के साथ यथाशीघ्र गोवा आने के लिए आश्वस्त किया। श्री दीक्षित ने राजेश पाटनेकर अध्यक्ष. गोवा विधान सभा एवं समिति के अन्य सदस्यों को शाॅल पहनाकर स्मृति चिन्ह व साहित्य भेंट कर स्वागत किया। श्री अध्यक्ष ने गोवा विधान सभा के अध्यक्ष एवं पूर्व विधान सभा सदस्यों को अपनी लिखित पुस्तक हिन्द स्वराज्य का पुर्नपाठ गीता रिविजिटेड एवं विधान सभा से प्रकाशित की जाने वाली पत्रिका संसदीय दीपिका भेंट किया। इस अवसर पर प्रदेश के संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने गोवा विधान सभा के अध्यक्ष एवं अन्य सदस्यों का स्वागत करते हुयें विधान सभा के विभिन्न विषयों पर चर्चा किया। श्री खन्ना ने गोवा विधान सभा के पेपरलेस होने व देश में सर्वश्रेष्ठ प्रति व्यक्ति आय वाला प्रथम स्थान प्राप्त करने की प्रशंसा किया। और गोवा और उत्तर प्रदेश के संबंधों पर भी चर्चा किया।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश विधान सभा के प्रमुख सचिव प्रदीप कुमार दुबे. उत्तर प्रदेश विधान परिषद के प्रमुख सचिव डाॅ० राजेश सिंह व उत्तर प्रदेश विधान सभा के अन्य अधिकारीगण बैठक में मौजूद रहें।
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