आजमगढ़ मार्ग के चौड़ीकरण को गरजा बुलडोजर
आजमगढ़ : वाराणसी मुख्य मार्ग के चौड़ीकरण कार्य को रफ्तार देने के लिए गुरुवार को भी रानी की सराय बाजार में बुलडोजर गरजा। मकान तोड़े जाने लगे तो लोग विरोध पर उतर आए। भारी फोर्स मौके पर मौजूद होने के कारण लोग उग्र नहीं हो सके। बाजार में अतिक्रमण की जद में आने वाले भवनों पर कार्रवाई नहीं हो पाने से चौड़ीकरण कार्य की रफ्तार सुस्त पड़ गई थी। जौनपुर-आजमगढ़ मार्ग के चौड़ीकरण में अतिक्रमण हटाने के दौरान रानी की सराय कस्बा अंतर्गत ब्लाक के समीप बुलडोजर चलने पर आवंटित कोलोनी के भवन को तोड़ दिया गया। भवन स्वामियों का कहना था कि उनके भवन जद में नहीं है। भवनस्वामियों से लोक निर्माण विभाग के अवर अभियंता नंदलाल से मौके पर वार्ता करते रहे। उस दौरान प्रतिवाद भी होता रहा। हालांकि इंजीनियर उनके दावे को खारिज कर अतिक्रमण की बात पर अडिग रहे। यूबीआइ बैंक की एक शाखा की सीढ़ी भी तोड़ी गई।
-आध्यात्मिक लेख आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है! (1) मृत्यु के बाद शरीर मिट्टी में तथा आत्मा ईश्वरीय लोक में चली जाती है :विश्व के सभी महान धर्म हिन्दू, बौद्ध, ईसाई, मुस्लिम, जैन, पारसी, सिख, बहाई हमें बताते हैं कि आत्मा और शरीर में एक अत्यन्त विशेष सम्बन्ध होता है इन दोनों के मिलने से ही मानव की संरचना होती है। आत्मा और शरीर का यह सम्बन्ध केवल एक नाशवान जीवन की अवधि तक ही सीमित रहता है। जब यह समाप्त हो जाता है तो दोनों अपने-अपने उद्गम स्थान को वापस चले जाते हैं, शरीर मिट्टी में मिल जाता है और आत्मा ईश्वर के आध्यात्मिक लोक में। आत्मा आध्यात्मिक लोक से निकली हुई, ईश्वर की छवि से सृजित होकर दिव्य गुणों और स्वर्गिक विशेषताओं को धारण करने की क्षमता लिए हुए शरीर से अलग होने के बाद शाश्वत रूप से प्रगति की ओर बढ़ती रहती है। (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है : (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है :हम आत्मा को एक पक्षी के रूप में तथा मानव शरीर को एक पिजड़े के समान मान सकते है। इस संसार में रहते हुए
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