Skip to main content

रीजेंसी हेल्थ ने एडवांस्ड किडनी कैंसर के लिए लैप्रोस्कोपिक रेडिकल नेफ्रेक्टोमी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया

रीजेंसी हेल्थ ने एडवांस्ड किडनी कैंसर के लिए लैप्रोस्कोपिक रेडिकल नेफ्रेक्टोमी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया

लखनऊ , 28 दिसंबर 2024: रीजेंसी हेल्थ को गोंडा के 65 वर्षीय व्यक्ति के सफल इलाज़ की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है। इस व्यक्ति को एडवांस्ड किडनी का कैंसर था। जब उन्हें लक्षणों से तकलीफ हुई तो उन्हें  अस्पताल लाया गया। उनके मूत्र में रुक-रुक कर खून आ रहा था और उसके दाहिने हिस्से में लगातार दर्द हो रहा था। स्थानीय डॉक्टरों द्वारा जांच किए जाने के बाद आगे की जांच और विशेष देखभाल के लिए रीजेंसी हेल्थ के यूरोलॉजी और रीनल ट्रांसप्लांट डिपार्टमेंट में भेजा गया।

विधिवत जांच से पता चला कि उनके दाहिनी किडनी में लगभग 7 सेमी का जानलेवा ट्यूमर था। अनियंत्रित डायबिटीज के कारण बीमारी और भी गंभीर हो गई थी। इस बीमारी के इलाज के लिए किसी भी सर्जरी  ट्रीटमेंट से पहले सावधानीपूर्वक मैनेजमेंट की आवश्यकता थी। पूरी तरह से योजना बनाने के बाद मेडिकल टीम ने लैप्रोस्कोपिक रेडिकल नेफरेक्टोमी करने का फैसला किया। यह प्रक्रिया ट्यूमर के साथ प्रभावित किडनी को हटाने के लिए एक न्यूनतम इनवेसिव सर्जरी है।

सर्जरी सफल रही। मरीज़ की हालत में सुधार हुआ, उनकी किडनी सामान्य रूप से काम कर रही है और उनकी डायबिटीज भी नियंत्रित हो गई है। लेप्रोस्कोपिक दृष्टिकोण के कारण उनकी रिकवरी तेज़ी से हुई, दर्द कम हुआ और अस्पताल में रहने का समय भी कम रहा। मरीज़ जल्दी ही अपनी सामान्य दिनचर्या में वापस आ गए और चूंकि सर्जरी में बहुत कम चीरफाड़ हुई इसलिए शरीर पर उनके बहुत कम निशान भी पड़े। 

रीजेंसी हेल्थ में यूरोलॉजी और रीनल ट्रांसप्लांट डिपार्टमेंट के प्रिंसिपल कंसल्टेंट डॉ. सिद्धार्थ सिंह ने कहा, "यह केस किडनी के कैंसर के एडवांस्ड और जटिल मामलों के मैनेजमेंट में न्यूनतम इनवेसिव सर्जरी की भूमिका को दर्शाती है। मरीज के डायबिटीज को स्थिर करके और लेप्रोस्कोपिक रेडिकल नेफरेक्टोमी की सावधानीपूर्वक योजना बनाकर हमने एक सुरक्षित और प्रभावी परिणाम सुनिश्चित किया। मरीज़ की तेजी से रिकवरी और बेहतर स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए सटीक देखभाल प्रदान करने में इस दृष्टिकोण ने काफी बेहतर लाभ दिखाया है।”

पिछले कुछ सालों में किडनी कैंसर सर्जरी में काफ़ी प्रगति हुई है। सर्जिकल ट्रीटमेंट को किडनी ट्यूमर के इलाज के लिए गोल्डन स्टैंडर्ड माना जाता है। बीमारी के आधार पर डॉक्टर सिर्फ़ ट्यूमर (पार्शियल नेफरेक्टोमी) या ट्यूमर के साथ पूरी किडनी (रेडिकल नेफरेक्टोमी) निकाल सकते हैं। दोनों प्रक्रियाएं अब एडवांस्ड मिनिमली इनवेसिव लैप्रोस्कोपिक तकनीकों का उपयोग करके की जा सकती हैं, जिससे मरीजों को तेज़ी से रिकवरी और कम कॉम्प्लिकेशन होता हैं।

यह केस किडनी कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का सामना कर रहे मरीजों के लिए प्रभावी देखभाल प्रदान करने के लिए रीजेंसी हेल्थ के समर्पण को दर्शाता है। हॉस्पिटल के विशेषज्ञों की अनुभवी टीम, एडवांस्ड सर्जिकल तकनीकों के साथ यह सुनिश्चित करती है कि मरीजों को हाइएस्ट स्टैंडर्ड देखभाल मिले और उन्हें सर्वोत्तम हर संभव परिणाम प्राप्त हों।

Comments

Popular posts from this blog

आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है!

-आध्यात्मिक लेख  आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है! (1) मृत्यु के बाद शरीर मिट्टी में तथा आत्मा ईश्वरीय लोक में चली जाती है :विश्व के सभी महान धर्म हिन्दू, बौद्ध, ईसाई, मुस्लिम, जैन, पारसी, सिख, बहाई हमें बताते हैं कि आत्मा और शरीर में एक अत्यन्त विशेष सम्बन्ध होता है इन दोनों के मिलने से ही मानव की संरचना होती है। आत्मा और शरीर का यह सम्बन्ध केवल एक नाशवान जीवन की अवधि तक ही सीमित रहता है। जब यह समाप्त हो जाता है तो दोनों अपने-अपने उद्गम स्थान को वापस चले जाते हैं, शरीर मिट्टी में मिल जाता है और आत्मा ईश्वर के आध्यात्मिक लोक में। आत्मा आध्यात्मिक लोक से निकली हुई, ईश्वर की छवि से सृजित होकर दिव्य गुणों और स्वर्गिक विशेषताओं को धारण करने की क्षमता लिए हुए शरीर से अलग होने के बाद शाश्वत रूप से प्रगति की ओर बढ़ती रहती है। (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है : (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है :हम आत्मा को एक पक्षी के रूप में तथा मानव शरीर को एक पिजड़े के समान मान सकते है। इस संसार में रहते ...

आईसीएआई ने किया वूमेन्स डे का आयोजन

आईसीएआई ने किया वूमेन्स डे का आयोजन  लखनऊ। आईसीएआई ने आज गोमतीनगर स्थित आईसीएआई भवम में इन्टरनेशनल वूमेन्स डे का आयोजन किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलन, मोटो साॅन्ग, राष्ट्रगान व सरस्वती वन्दना के साथ हुआ। शुभारम्भ के अवसर पर शाखा के सभापति सीए. सन्तोष मिश्रा ने सभी मेम्बर्स का स्वागत किया एवं प्रोग्राम की थीम ‘‘एक्सिलेन्स / 360 डिग्री’’ का विस्तृत वर्णन किया। नृत्य, गायन, नाटक मंचन, कविता एवं शायरी का प्रस्तुतीकरण सीए. इन्स्टीट्यूट की महिला मेम्बर्स द्वारा किया गया। इस अवसर पर के.जी.एम.यू की सायकाॅयट्रिक नर्सिंग डिपार्टमेन्ट की अधिकारी  देब्लीना राॅय ने ‘‘मेन्टल हेल्थ आफ वर्किंग वूमेन’’ के विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किये। कार्यक्रम में लखनऊ शाखा के  उपसभापति एवं कोषाध्यक्ष सीए. अनुराग पाण्डेय, सचिव सीए. अन्शुल अग्रवाल, पूर्व सभापति सीए, आशीष कुमार पाठक एवं सीए. आर. एल. बाजपेई सहित शहर के लगभग 150 सीए सदस्यों ने भाग लिय।

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का किया ऐलान जानिए किन मांगों को लेकर चल रहा है प्रदर्शन लखनऊ 2 जनवरी 2024 लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार और कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का भी है किया ऐलान इनकी मांगे इस प्रकार है पुनरीक्षित वेतनमान-5200 से 20200 ग्रेड पे- 1800 2- स्थायीकरण व पदोन्नति (ए.सी.पी. का लाभ), सा वेतन चिकित्सा अवकाश, मृत आश्रित परिवार को सेवा का लाभ।, सी.पी. एफ, खाता खोलना।,  दीपावली बोनस ।