Skip to main content

जीएसआईएल एजुकेशनल सोसाइटी के द्वारा हुआ आचार्य देवो भव अवार्ड्स 2024 का भव्य आयोजन

जीएसआईएल एजुकेशनल सोसाइटी के द्वारा हुआ आचार्य देवो भव अवार्ड्स 2024 का भव्य आयोजन

  • बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता मुकेश खन्ना जी ने किया शिक्षकों, पत्रकारों और आचार्यों को किया सम्मानित

दिल्ली,..जी-सिल एजुकेशनल सोसाइटी द्वारा आयोजित 'आचार्य देवो भव:2 अवार्ड्स 2024 ' का आठवां संस्करण भव्यता के साथ ए○स○के क्लाइड होटल गाजियाबाद में संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में देश और विदेश से आए 100 से अधिक शिक्षक पत्रकार आचार्यों को सम्मानित किया गया। यह आयोजन पिछले आठ वर्षों से निरंतर हो रहा है, जिसका उद्देश्य समाज में उत्कर्ष कार्य करने वाले शिक्षकों पत्रकारों और समाज सेवकों के अमूल्य योगदान को मान्यता देना है। पत्रकारिता और सामाजिक क्षेत्र में विशेष योगदान देने के लिए उत्तर प्रदेश के रफ्तार मीडिया के ब्यूरो हेड शाहिद सिद्दीकी को आचार्य देवो भव अवार्ड्स 2024 प्रख्यात अभिनेता मुकेश खन्ना जी द्वारा सम्मानित किया गया समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में बॉलीवुड के प्रख्यात अभिनेता मुकेश खन्ना जी ने शिरकत की, जिन्होंने महाभारत में भीष्म पितामह की यादगार भूमिका निभाई थी और भारत के पहले सुपरहीरो शक्तिमान के रूप में बच्चों और बड़ों के दिलों में खास जगह बनाई थी। अन्य विशिष्ट अतिथियों में अखिल भारतीय हिंदू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज, सुप्रसिद्ध राजनीतिज्ञ एवं सामाजिक कार्यकर्ता शशिकांत कौशिक, मेजर जनरल पी.के. सहगल, पद्मश्री जितेंद्र सिंह शंटी, ब्रिगेडियर सुनील कुमार, ब्राइट स्कॉलर स्कूल की प्रिंसिपल डॉ. किरण दलाल, नरेन वशिष्ठ, नीरज जैन, मनोज कौशिक, और डॉ. मुकेश साहू जैसे सम्मानित व्यक्तित्व उपस्थित थे।

इस कार्यक्रम में संतों और महंतों की गरिमामयी उपस्थिति ने आयोजन की शोभा को और बढ़ा दिया। हिमाचल प्रदेश के माता ज्वाला देवी सिद्धपीठ से पंडित अभिनव शर्मा, तीर्थ प्रयाग से स्वामी अभिरामाचार्य, घराना भद्रकाली के गद्दीनशीन महंत के.एल. शर्मा, महंत सुमन गोस्वामी, साध्वी समाहिता देवी और स्वामी चिंतामणि जी ने उपस्थित जनसमूह को आशीर्वाद प्रदान किया।

बॉलीवुड की कई प्रतिष्ठित हस्तियों ने भी इस आयोजन की शोभा बढ़ाई, जिनमें प्रसिद्ध गायक शरद शर्मा, हरियाणवी गायक हरजीत दीवाना, एम.एस. निज़ामी ब्रदर्स, अंजली99, सुशील मस्ताना, दीपक शर्मा, प्रिंस सूफी, और अमन शामिल थे। सीटा इंस्टीट्यूट के संस्थापक मधोक जी, जलज जी, प्रवेंद्र दहिया, शालू त्यागी, सोमवीर कोदान, डॉ. पाराश, गंधर्व आनंद, और जसजीत जैसी प्रमुख हस्तियों ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया।

यह आयोजन विशेष रूप से उन 100 शिक्षकों, पत्रकारों और आचार्यों के सम्मान में समर्पित था जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अप्रतिम योगदान दिया है। इस कार्यक्रम को व्यापक सराहना मिली है और यह समाज में अपनी सुदृढ़ पहचान स्थापित करने में सफल रहा है।

समारोह के समापन पर जी-एस○आई○एल एजुकेशनल सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ. गौरव शर्मा ने शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शिक्षा किसी भी समाज और राष्ट्र की रीढ़ होती है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि शिक्षा से बढ़कर शिक्षकों का महत्व होता है, और एक सच्चे गुरु के बिना ज्ञान की प्राप्ति संभव नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि हम आज जिस भी ऊंचाई पर हैं, उसमें हमारे गुरुजनों का अहम योगदान है, और इस तरह के कार्यक्रमों के माध्यम से हम शिक्षकों को निरंतर प्रेरित करते रहेंगे।

Comments

Popular posts from this blog

आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है!

-आध्यात्मिक लेख  आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है! (1) मृत्यु के बाद शरीर मिट्टी में तथा आत्मा ईश्वरीय लोक में चली जाती है :विश्व के सभी महान धर्म हिन्दू, बौद्ध, ईसाई, मुस्लिम, जैन, पारसी, सिख, बहाई हमें बताते हैं कि आत्मा और शरीर में एक अत्यन्त विशेष सम्बन्ध होता है इन दोनों के मिलने से ही मानव की संरचना होती है। आत्मा और शरीर का यह सम्बन्ध केवल एक नाशवान जीवन की अवधि तक ही सीमित रहता है। जब यह समाप्त हो जाता है तो दोनों अपने-अपने उद्गम स्थान को वापस चले जाते हैं, शरीर मिट्टी में मिल जाता है और आत्मा ईश्वर के आध्यात्मिक लोक में। आत्मा आध्यात्मिक लोक से निकली हुई, ईश्वर की छवि से सृजित होकर दिव्य गुणों और स्वर्गिक विशेषताओं को धारण करने की क्षमता लिए हुए शरीर से अलग होने के बाद शाश्वत रूप से प्रगति की ओर बढ़ती रहती है। (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है : (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है :हम आत्मा को एक पक्षी के रूप में तथा मानव शरीर को एक पिजड़े के समान मान सकते है। इस संसार में रहते हुए

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का किया ऐलान जानिए किन मांगों को लेकर चल रहा है प्रदर्शन लखनऊ 2 जनवरी 2024 लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार और कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का भी है किया ऐलान इनकी मांगे इस प्रकार है पुनरीक्षित वेतनमान-5200 से 20200 ग्रेड पे- 1800 2- स्थायीकरण व पदोन्नति (ए.सी.पी. का लाभ), सा वेतन चिकित्सा अवकाश, मृत आश्रित परिवार को सेवा का लाभ।, सी.पी. एफ, खाता खोलना।,  दीपावली बोनस ।

अकबरनगर जन सेवा समिति लखनऊ उत्तर प्रदेश की कार्यकारिणी की बैठक

अकबरनगर जन सेवा समिति लखनऊ उत्तर प्रदेश की कार्यकारिणी की बैठक LUCKNOW  आज अकबरनगर जन सेवा समिति लखनऊ उत्तर प्रदेश की कार्यकारिणी की बैठक हुई बैठक में सर्व समाज से जुड़े सभी मद्दों को लेकर वार्ता हुई और तय हुआ कि अकबरनगर जन सेवा समिति लखनऊ उत्तर प्रदेश का एक डेलिगैसन जन समस्या को लेकर लखनऊ की कमिश्नर मैडम जैकब रोशन जी और लखनऊ के डीएम से बहुत जल्द मुलाकात करेगा स्कूल क्लिनिक धार्मिक स्थल ओर आधार कार्ड एड्रेस चेंज करने और अपने नाम में करेकसन करने के लिए तत्काल कैंप लगाया जाए साफ पानी और लाइट टंकी पर ढहक्कन टंकी की सफाई ओर नगर निगम द्वारा कचरा गाड़ी ओर सफ़ाई की व्यवस्था की जाए जो लोग बसंत कुंज सेक्टर आई में बिल्डिंग बनाने वाली कंपनी ओर फर्म ने जो कार्य किया है उसकी जांच कराई जाए और।   गुड़बत्ता की जांच करा कर कठोर कार्रवाई की जाए और जो लोग बसंत कुंज योजना में आकर फंसी लगाकर या ऊपर से गिर कर या बीमारी से मर गए उनकी आर्थिक मदद की जाए और सरकार द्वारा उनके परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए ये मांग अकबर नगर जन सेवा समिति लखनऊ उत्तर प्रदेश ने की हमारी मांगों पर जल्द उचित कार्रवाई की जाए  आज की कार