Skip to main content

राज्यपाल ने उत्तर प्रदेश राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय कार्यालय का शिलान्यास किया

राज्यपाल ने उत्तर प्रदेश राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय कार्यालय का शिलान्यास किया



  • काम के साथ पढ़ाई करने वालों के लिए मुक्त विश्वविद्यालय वरदान है-राज्यपाल


लखनऊ: 16 अक्टूबर, 2020


उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज राजभवन से उत्तर प्रदेश राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज के क्षेत्रीय कार्यालय कानपुर के नये निर्मित होने वाले भवन का आॅनलाइन शिलान्यास करते हुए कहा कि कानपुर में विश्वविद्यालय का अपना क्षेत्रीय कार्यालय भवन बन जाने से उस क्षेत्र के विद्यार्थियों को सुविधा हो जायेगी। उन्होंने कहा कि समाज का एक ऐसा वर्ग है, जो घरेलू दिनचर्या या व्यावसायिक व्यस्तताओं के कारण कक्षाओं में नियमित अध्ययन नहीं कर सकता, वह मुक्त विश्वविद्यालय के माध्यम से गुणात्मक शिक्षा ग्रहण कर सकता है।


राज्यपाल ने कहा कि देश के स्वाधीनता आन्दोलन में कानपुर की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इसे उत्तर प्रदेश की औद्योगिक राजधानी भी कहा जाता है। यह नगर सूती वस्त्र, ऊनी वस्त्र और जूट की मिलों के रूप में प्रसिद्ध रहा है। प्लास्टिक उद्योग, इंजीनियरिंग तथा इस्पात के कारखानों, बिस्कुट आदि बनाने के कारखाने पूरे जनपद में लगे हुए हैं। यहां बड़े उद्योगों के साथ छोटे-छोटे अनेक कल-कारखानें स्थापित हैं। उन्होंने कहा कि इन कारखानों में लाखों लोग काम करते हैं। वे लोग काम के साथ अपनी पढ़ाई भी करना चाहते हैं तो उनके लिए उत्तर प्रदेश राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय एक वरदान साबित हो सकता है।


श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में शिक्षा के सभी स्तरों पर वंचित समूहों की समान सहभागिता सुनिश्चित की गयी है एवं उनमें विशेष रूप से वंचित महिलाओं की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया है, जिसमें पहला कदम शिक्षा में बालिकाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए जेन्डर समावेशी फण्ड की व्यवस्था की गयी है। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति सबके लिए आसान पहुंच, समानता, गुणवत्ता और जवाबदेही के आधारभूत स्तंभों पर निर्मित है। इस शिक्षा नीति में प्रत्येक विद्यार्थी में रचनात्मक सोच, तार्किक निर्णय और नवाचार की भावना को प्रोत्साहित कर, उसमें निहित अद्वितीय क्षमताओं को सामने लाना है।


राज्यपाल ने उच्च शिक्षण संस्थाओं से अपेक्षा व्यक्त करते हुए कहा कि गुणवत्तापूर्ण ई-पाठयवस्तु क्षेत्रीय भाषाओं में शिक्षकों द्वारा विकसित किए जाएं। उच्चतर शिक्षा प्रणाली में शिक्षण तथा पठन-पाठन ऐसा होना चाहिए, जो विद्यार्थियों में अन्वेषण, समाधान, तार्किकता और रचनात्मकता विकसित करें। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को ऐसी शिक्षा दी जाए जो चरित्र निर्माण, नैतिकता, करूणा और संवेदनशीलता का भाव विकसित करे और रोजगार योग्य भी बनाए। उन्होंने कहा कि वास्तव में शिक्षा के माध्यम से हमें ऐसे विद्यार्थियों को गढ़ना है जो राष्ट्र-गौरव के साथ-साथ विश्व-कल्याण से ओत-प्रोत हो और वे सही मायने में ‘ग्लोबल सिटिजन’ बन सकें।


कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री एवं उच्च शिक्षा मंत्री डा0 दिनेश शर्मा का वीडियो संदेश भी प्रसारित किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 कामेश्वर नाथ सिंह, अनेक विद्वतजन एवं शिक्षकगण भी आनलाइन जुड़े हुए थे।


Comments

Popular posts from this blog

आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है!

-आध्यात्मिक लेख  आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है! (1) मृत्यु के बाद शरीर मिट्टी में तथा आत्मा ईश्वरीय लोक में चली जाती है :विश्व के सभी महान धर्म हिन्दू, बौद्ध, ईसाई, मुस्लिम, जैन, पारसी, सिख, बहाई हमें बताते हैं कि आत्मा और शरीर में एक अत्यन्त विशेष सम्बन्ध होता है इन दोनों के मिलने से ही मानव की संरचना होती है। आत्मा और शरीर का यह सम्बन्ध केवल एक नाशवान जीवन की अवधि तक ही सीमित रहता है। जब यह समाप्त हो जाता है तो दोनों अपने-अपने उद्गम स्थान को वापस चले जाते हैं, शरीर मिट्टी में मिल जाता है और आत्मा ईश्वर के आध्यात्मिक लोक में। आत्मा आध्यात्मिक लोक से निकली हुई, ईश्वर की छवि से सृजित होकर दिव्य गुणों और स्वर्गिक विशेषताओं को धारण करने की क्षमता लिए हुए शरीर से अलग होने के बाद शाश्वत रूप से प्रगति की ओर बढ़ती रहती है। (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है : (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है :हम आत्मा को एक पक्षी के रूप में तथा मानव शरीर को एक पिजड़े के समान मान सकते है। इस संसार में रहते हुए

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का किया ऐलान जानिए किन मांगों को लेकर चल रहा है प्रदर्शन लखनऊ 2 जनवरी 2024 लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार और कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का भी है किया ऐलान इनकी मांगे इस प्रकार है पुनरीक्षित वेतनमान-5200 से 20200 ग्रेड पे- 1800 2- स्थायीकरण व पदोन्नति (ए.सी.पी. का लाभ), सा वेतन चिकित्सा अवकाश, मृत आश्रित परिवार को सेवा का लाभ।, सी.पी. एफ, खाता खोलना।,  दीपावली बोनस ।

अकबरनगर जन सेवा समिति लखनऊ उत्तर प्रदेश की कार्यकारिणी की बैठक

अकबरनगर जन सेवा समिति लखनऊ उत्तर प्रदेश की कार्यकारिणी की बैठक LUCKNOW  आज अकबरनगर जन सेवा समिति लखनऊ उत्तर प्रदेश की कार्यकारिणी की बैठक हुई बैठक में सर्व समाज से जुड़े सभी मद्दों को लेकर वार्ता हुई और तय हुआ कि अकबरनगर जन सेवा समिति लखनऊ उत्तर प्रदेश का एक डेलिगैसन जन समस्या को लेकर लखनऊ की कमिश्नर मैडम जैकब रोशन जी और लखनऊ के डीएम से बहुत जल्द मुलाकात करेगा स्कूल क्लिनिक धार्मिक स्थल ओर आधार कार्ड एड्रेस चेंज करने और अपने नाम में करेकसन करने के लिए तत्काल कैंप लगाया जाए साफ पानी और लाइट टंकी पर ढहक्कन टंकी की सफाई ओर नगर निगम द्वारा कचरा गाड़ी ओर सफ़ाई की व्यवस्था की जाए जो लोग बसंत कुंज सेक्टर आई में बिल्डिंग बनाने वाली कंपनी ओर फर्म ने जो कार्य किया है उसकी जांच कराई जाए और।   गुड़बत्ता की जांच करा कर कठोर कार्रवाई की जाए और जो लोग बसंत कुंज योजना में आकर फंसी लगाकर या ऊपर से गिर कर या बीमारी से मर गए उनकी आर्थिक मदद की जाए और सरकार द्वारा उनके परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए ये मांग अकबर नगर जन सेवा समिति लखनऊ उत्तर प्रदेश ने की हमारी मांगों पर जल्द उचित कार्रवाई की जाए  आज की कार