ओ0डी0ओ0पी0 कार्यक्रम के तहत अब तक लगभग 3,000 कारीगरों/इकाइयों को 15,000 करोड़ रुपये का ऋण दिया गया
- 41,000 से अधिक ओ0डी0ओ0पी0 कारीगरों को प्रशिक्षित कराते हुएलगभग 40,000 कारीगरों में टूलकिट का वितरण
- 34 जनपदों में सी0एफ0सी0 स्थापना को मिला अप्रूवल, 48 अन्य सी0एफ0सी0 के लिए सैद्धांतिक सहमति -डा0 नवनीत सहगल
लखनऊ: 18 अक्टूबर, 2020
अपर मुख्य सचिव, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम डा0 नवनीत सहगल ने बताया कि एक जिला-एक उत्पाद ओ0डी0ओ0पी0 कार्यक्रम के तहत मार्जिनमनी स्कीम से कारीगरों/इकाइयों को 20 लाख तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है। पिछले तीन वर्षों से लेकर अब तक लगभग 3,000 कारीगरों/इकाइयों को योजना के तहत 15,000 करोड़ रुपये का ऋण दिया गया, जिससे ् 15,000 लोगों को रोजगार मिला। उन्होंने बताया कि कौशल विकास और टूलकिट वितरण योजना के तहत ओ0डी0ओ0पी0 कारीगरों को 10 दिनों तक मुफ्त प्रशिक्षण देने की व्यवस्था है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेने वाले कारीगरों को फ्री में आधुनिक टूलकिट भी दिये जा रहे है। उन्होंने बताया कि अब तक 41,000 से अधिक ओ0डी0ओ0पी0 कारीगरों को प्रशिक्षित कराते हुए लगभग 40,000 कारीगरों को टूलकिट उपलब्ध कराया गया है।
डा0 सहगल ने बताया कि ओ0डी0ओ0पी0 कार्यक्रम के तहत संचालित सामान्य सुविधा केंद्र (सीएफसी) योजना के तहत प्रत्येक जिले में सीएफसी की स्थापना कराई जा रही है। सीएफसी के माध्यम से ओडीओपी कारीगरों/इकाइयों को डिजाइन, कच्चे माल, पैकेजिंगं, सहित व्यापार से जुड़ी तमाम प्रकार की सुविधाएं दी जा रही हैं। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत परियोजना लागत का 90 प्रतिशत (अधिकतम 13.5 करोड़ रुपये) की वित्तीय सहायता अनुदान देने का प्राविधान हैं। अब तक 13 जनपदों में सी0एफ0सी0 के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हा गई। इनके अलावा 34 जनपदों में सी0एफ0सी0 को इन-प्रिंसिपल अप्रूवल प्रदान किया गया है। साथ ही 48 अन्य सी0एफ0सी0 की स्थापना के लिए सैद्धांतिक सहमति प्रदान की जा चुकी है।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि बाजार विकास सहायता योजना स्थानीय, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मेलों एवं प्रदर्शनियों में ओडीओपी कारीगरों/इकाइयों की भागीदारी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आवास, यात्रा और स्टाल शुल्क प्रतिपूर्ति भी की जा रही है। इसके अतिरिक्त ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर आने के लिए ओडीओपी कारीगरों/इकाइयों को वित्तीय सहायता भी प्रदान की जा रही है। विभाग ने 450 से अधिक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनियों को चिहिन्त किया गया है। जिसमें ओ0डी0ओ0पी0 कारीगर/इकाइयां हिस्सा ले सकती हैं। उन्होंने बताया कि 20,000 से अधिक ओ0डी0ओ0पी0 उत्पाद विभिन्न ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों पर बेंचे भी जा रहे हैं।
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