राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 पर वीडियो काॅन्फ्रेसिंग द्वारा कार्यशाला सम्पन्न
- राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सफल क्रियान्वयन हेतु कार्ययोजना तैयार कर ली जाय
- राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सफल क्रियान्वयन हेतु प्रधानाचार्यो, शिक्षकों, अभिभावकों, शिक्षाविदों से सुझाव आमंत्रित किये जायें -श्रीमती आराधना शुक्ला
- बेहतर शिक्षा के लिए माध्यमिक शिक्षा में पाठ्यक्रम, परीक्षा प्रणाली, शिक्षक प्रशिक्षण, आधारभूत सुविधाएं, गुणवत्तापरक शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा में सुधार की अपार सम्भावनाएं -श्री अशोक गाॅगुली
लखनऊ: 10 सितम्बर, 2020
उत्तर प्रदेश की अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा श्रीमती आराधना शुक्ला की अध्यक्षता में प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन के सम्बन्ध में आज योजना भवन में वीडियो काॅफ्रेन्सिंग के माध्यम से कार्यशाला आयोजित की गयी। वीडियों काॅन्फ्रेसिंग में निदेशालय, मण्डल तथा जिले के समस्त शिक्षा अधिकारी उपस्थित थे। वीडियो काॅन्फ्रेसिंग के मुख्य वक्ता श्री अशोक गाॅगुली, पूर्व चेयरमैन, केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, (सी0बी0एस0ई0) नई दिल्ली एवम् पूर्व शिक्षा निदेशक, उत्तर प्रदेश द्वारा नई शिक्षा नीति 2020 के मुख्य बिन्दुओं पर प्रकाश डाला गया।
श्रीमती आराधना शुक्ला नेे उपस्थित सभी शिक्षा अधिकारियों से अपेक्षा की कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति का गहनता से अध्ययन कर लें तथा जमीनी स्तर पर कैसे क्रियान्वयन करना है, उसकी रूपरेखा अभी से तैयार कर लंे। उन्होंने उपस्थित समस्त शिक्षा अधिकारियों को बताया कि इस विषय में दिनांक 09 सितम्बर, 2020 को राजाज्ञा निर्गत की जा चुकी है, जिसमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के व्यापक प्रसार एवम् क्रियान्वयन की रणनीति विकसित करने हेतु वर्चुअल कार्यशाला/वेबीनार कराने के निर्देश दिये गये हैं। इस वर्चुअल कार्यशालाओं/वेबीनार के द्वारा माध्यमिक शिक्षा के सभी स्टेकहोल्डर्स को जागरूक एवम् संवेदित करके राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन की रणनीति विकसित करने के लिए सुझाव एवम् कार्ययोजना प्राप्त की जाय। उन्होंने यह भी कहा कि भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 प्रभावी की गयी है, जिसकी भावना और प्रयोजन को आत्मसात कर माध्यमिक शिक्षा विभाग में चरणवद्ध तरीके से क्रियान्वित किया जाना है।
कार्यशाला में मुख्य वक्ता श्री अशोक गाॅगुली ने कहा कि बेहतर शिक्षा के लिए माध्यमिक शिक्षा में पाठ्यक्रम, परीक्षा प्रणाली, शिक्षक प्रशिक्षण, आधारभूत सुविधाएं, गुणवत्तापरक शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा में सुधार की अपार सम्भावनाएं हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में इन विषयों पर विस्तृत दिशा निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने रूचिकर एवम् रचनात्मक गतिविधियों को सम्मिलित कर अधिक संवादात्मक तरीके से शिक्षण विधि अपनाने पर बल दिया। उन्होंने माध्यमिक शिक्षा परिषद उ0प्र0, प्रयागराज को नई शिक्षा नीति 2020 के सफल क्रियान्वयन हेतु अग्रणी भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया।
इस अवसर पर विशेष सचिव माध्यमिक शिक्षा श्रीमती आर्यका अखौरी, श्री जय शंकर दुबे, श्री कुॅवर राघवेन्द्र सिंह एवं शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) श्री विनय कुमार पाण्डेय सहित निदेशालय तथा शासन के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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