Skip to main content

मुख्यमंत्री ने जनपद वाराणसी में कोविड-19 महामारी से बचाव हेतु किए जा रहे कार्यों एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा की


मुख्यमंत्री ने जनपद वाराणसी में कोविड-19 महामारी से बचाव हेतु किए जा रहे कार्यों एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा की



  • जनपद वाराणसी के कोविड अस्पतालों में बेड्स की कमी नहीं होनी चाहिए: मुख्यमंत्री

  • एल-2 व एल-3 श्रेणी के कोविड अस्पतालों को सुदृढ़ किया जाए

  • कोविड तथा नाॅन कोविड मरीजों के लिए अलग-अलग डायलिसिस मशीनों की व्यवस्था की जाए

  • वाराणसी में 4,000 से 4,500 टेस्ट प्रतिदिन किए जाएं

  • सर्विलांस, काॅन्टैक्ट टेªसिंग तथा डोर-टू-डोर सर्वे गतिविधियों के लिए आवश्यकतानुसार अतिरिक्त मैन पावर की तैनाती की जाए

  • निजी चिकित्सालयों में निर्धारित दरों पर ही उपचार की व्यवस्था हो: मुख्यमंत्री 


लखनऊ: 29 अगस्त, 2020


     उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि जनपद वाराणसी के कोविड अस्पतालों में बेड्स की कमी नहीं होनी चाहिए। होम आइसोलेशन की व्यवस्था अनुमन्य किए जाने के बाद एल-1 कोविड चिकित्सालय की आवश्यकता में कमी आयी है। इसलिए एल-2 व एल-3 श्रेणी के कोविड अस्पतालों को सुदृढ़ किया जाए।


     मुख्यमंत्री जी आज जनपद वाराणसी के भ्रमण के अवसर पर बी0एच0यू0 सभागार में आहूत एक बैठक में कोविड-19 महामारी से बचाव हेतु किए जा रहे कार्यों एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिन अस्पतालों में डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध है, वहां कोविड तथा नाॅन कोविड मरीजों के लिए अलग-अलग डायलिसिस मशीनों की व्यवस्था की जाए। कोविड-19 की टेस्टिंग में वृद्धि के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि वाराणसी में 4,000 से 4,500 टेस्ट प्रतिदिन किए जाएं। यह सुनिश्चित किया जाए कि सैम्पल का जांच परिणाम 24 घण्टे में आ जाए, ताकि जांच में पाॅजिटिव पाए गए मरीज का इलाज तत्काल शुरू हो सके।


    सर्विलांस, काॅन्टैक्ट टेªसिंग तथा डोर-टू-डोर सर्वे गतिविधियों को बढ़ाने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इसके लिए आवश्यकतानुसार अतिरिक्त मैन पावर की तैनाती की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि डाॅक्टर एवं नर्सिंग स्टाफ वाॅर्ड में नियमित राउण्ड लें। उन्होंने कहा कि एच0एफ0एन0सी0 (हाई फ्लो नेज़ल कैन्युला) के अच्छे परिणाम आ रहे हैं। इस उपचार विधि को बढ़ावा दिया जाए।


    मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए कि होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों से नियमित संवाद रखते हुए उनके स्वास्थ्य की जानकारी प्राप्त की जाए। यह कार्य इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर के माध्यम से सम्पन्न किया जाए। किसी मरीज में लक्षण मिलने पर उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती करते हुए उपचार किया जाए। उन्होंने इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर की व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के निर्देश भी दिए।


    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बी0एच0यू0 पूर्वी उत्तर प्रदेश सहित समीपवर्ती अन्य राज्यों के मरीजों के बेहतर इलाज के लिए जाना जाता है। इसलिए इस संस्थान को अपनी पूरी क्षमता का उपयोग करते हुए अपनी प्रतिष्ठा के अनुरूप परिणाम देने चाहिए। इस सम्बन्ध में प्रदेश सरकार से जो मदद की अपेक्षा होगी, वह उपलब्ध करायी जाएगी।


   मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि निजी चिकित्सालयों में निर्धारित दरों पर ही उपचार की व्यवस्था हो। इसके लिए वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा समय-समय पर निरीक्षण किया जाए। उन्होंने कहा कि रोगी के अस्पताल में आने पर सबसे पहले उसका एन्टीजन टेस्ट कराकर कोविड के सम्बन्ध में जांच की जाए। इस व्यवस्था को निजी चिकित्सालयों में भी लागू कराया जाए।  


   बैठक में जिलाधिकारी द्वारा जनपद वाराणसी के कोविड अस्पतालों में बेड्स की व्यवस्था, सैम्पलिंग, सर्वे, दवा वितरण आदि के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया। जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में अब तक 1,06,840 सैम्पल की जांच हो चुकी है। जनपद का रिकवरी रेट 75.5 प्रतिशत है।


     इस अवसर पर राज्य सरकार के मंत्री डाॅ0 नीलकण्ठ तिवारी एवं श्री रवीन्द्र जायसवाल सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे


Comments

Popular posts from this blog

आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है!

-आध्यात्मिक लेख  आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है! (1) मृत्यु के बाद शरीर मिट्टी में तथा आत्मा ईश्वरीय लोक में चली जाती है :विश्व के सभी महान धर्म हिन्दू, बौद्ध, ईसाई, मुस्लिम, जैन, पारसी, सिख, बहाई हमें बताते हैं कि आत्मा और शरीर में एक अत्यन्त विशेष सम्बन्ध होता है इन दोनों के मिलने से ही मानव की संरचना होती है। आत्मा और शरीर का यह सम्बन्ध केवल एक नाशवान जीवन की अवधि तक ही सीमित रहता है। जब यह समाप्त हो जाता है तो दोनों अपने-अपने उद्गम स्थान को वापस चले जाते हैं, शरीर मिट्टी में मिल जाता है और आत्मा ईश्वर के आध्यात्मिक लोक में। आत्मा आध्यात्मिक लोक से निकली हुई, ईश्वर की छवि से सृजित होकर दिव्य गुणों और स्वर्गिक विशेषताओं को धारण करने की क्षमता लिए हुए शरीर से अलग होने के बाद शाश्वत रूप से प्रगति की ओर बढ़ती रहती है। (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है : (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है :हम आत्मा को एक पक्षी के रूप में तथा मानव शरीर को एक पिजड़े के समान मान सकते है। इस संसार में रहते हुए

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का किया ऐलान जानिए किन मांगों को लेकर चल रहा है प्रदर्शन लखनऊ 2 जनवरी 2024 लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार और कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का भी है किया ऐलान इनकी मांगे इस प्रकार है पुनरीक्षित वेतनमान-5200 से 20200 ग्रेड पे- 1800 2- स्थायीकरण व पदोन्नति (ए.सी.पी. का लाभ), सा वेतन चिकित्सा अवकाश, मृत आश्रित परिवार को सेवा का लाभ।, सी.पी. एफ, खाता खोलना।,  दीपावली बोनस ।

भगवान चित्रगुप्त व्रत कथा पुस्तक का भव्य विमोचन

भगवान चित्रगुप्त व्रत कथा पुस्तक का भव्य विमोचन लखनऊ, जुलाई 2023, अयोध्या के श्री धर्महरि चित्रगुप्त मंदिर में भगवान चित्रगुप्त व्रत कथा पुस्तक का भव्य विमोचन  किया गया। बलदाऊजी द्वारा संकलित तथा सावी पब्लिकेशन लखनऊ द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक का विमोचन संत शिरोमणी श्री रमेश भाई शुक्ल द्वारा किया गया जिसमे आदरणीय वेद के शोधक श्री जगदानंद झा  जी भी उपस्थित रहै उन्होने चित्रगुप्त भगवान् पर व्यापक चर्चा की।  इस  अवसर पर कई संस्था प्रमुखो ने श्री बलदाऊ जी श्रीवास्तव को शाल पहना कर सम्मानित किया जिसमे जेo बीo चित्रगुप्त मंदिर ट्रस्ट,  के अध्यक्ष श्री दीपक कुमार श्रीवास्तव, महामंत्री अमित श्रीवास्तव कोषाध्यक्ष अनूप श्रीवास्तव ,कयस्थ संध अन्तर्राष्ट्रीय के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिनेश खरे, अ.भा.का.म के प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश कुमार जी एवं चित्रांश महासभा के कार्वाहक अध्यक्ष श्री संजीव वर्मा जी के अतिरिक्त अयोध्या नगर के कई सभासद भी सम्मान मे उपस्थित रहे।  कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के अध्यक्ष दीपक श्रीवास्तव जी ने की एवं समापन महिला अध्यक्ष श्री मती प्रमिला श्रीवास्तव द्वारा किया गया। कार्यक्रम