मुख्यमंत्री ने कोविड अस्पतालों में 01 लाख 51 हजार बेड की उपलब्धता तथा प्रतिदिन 25 हजार से अधिक टेस्ट की टेस्टिंग क्षमता अर्जित किए जाने पर संतोष व्यक्त किया तथा सबकों बधाई दी
मुख्यमंत्री ने कोविड अस्पतालों में 01 लाख 51 हजार बेड की उपलब्धता तथा प्रतिदिन 25 हजार से अधिक टेस्ट की टेस्टिंग क्षमता अर्जित किए जाने पर संतोष व्यक्त किया तथा सबकों बधाई दी
- टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाकर 30 हजार टेस्ट प्रतिदिन करने तथा कोविड चिकित्सालयों की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने के निर्देश
- ट्रूनेट मशीने निजी चिकित्सालयों में उपलब्ध हो इसके लिए आई0सी0एम0आर0 से अनुरोध किया जाये
- इससे नान कोविड चिकित्सालयों के मरीजों को लाभ मिलेगा
- गाजियाबाद में कोविड टेस्टिंग की एक बड़ी लैब स्थापित करने के निर्देश
- प्रदेश में अब तक 6500 कोविड हेल्प डेस्क बनाये गये
- मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश में 10,000 कोविड हेल्प डेस्क बनाने के निर्देश दिए
- जनपदों में सभी कार्यालयों, थानों, तहसीलों, विकास खण्डों, सरकारी तथा निजी चिकित्सालयों में कोविड हेल्प डेस्क स्थापित किया जाए
- मास्क पहनना जरूरी है, मास्क न पहनने वालों का चालान किया जाए
- रात्रि कफ्र्यू का पालन किया जाए
- बाजारों में सोशल डिस्टेसिंग का पालन किया जाए
- प्रदेश में कोरोना संक्रमण को नियंत्रित रखा जाए
- स्क्रीनिंग के कार्याें में तेजी लायी जाए
- मेरठ मण्डल में 50 हजार रैपिड एन्टीजेंट टेस्ट की व्यवस्था की गई
- स्क्रीनिंग टीम से सभी को सहायता मिलेगी इसलिए सभी लोग इसका सहयोग करे
- अनलाॅक-2 के दौरान भी कोविड-19 के संक्रमण से बचने के लिए निरन्तर सावधानी बरतना जरूरी
- मेडिकल स्क्रीनिंग टीम के डाटा की माॅनिटरिंग की जाए, इससे कोविड-19 के संक्रमण से निपटने के लिए बेहतर रणनीति तय करने में मदद मिलेगी
- रैपिड एन्टीजेन टेस्ट को बढ़ावा दिए जाने के निर्देश
- कोेरोना के साथ-साथ संचारी रोगों से बचाव का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए
- सभी सरकारी तथा निजी संस्थानों में कोविड हेल्प डेस्क स्थापित की जाए
- मेरठ मण्डल पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता, मण्डल के सभी जनपदों में दस दिवसीय विशेष अभियान संचालित करने के निर्देश
- मनरेगा के माध्यम से जल संचयन के कार्य कराए जाएं
- संक्रमण से सुरक्षा के प्रोटोकाॅल का पालन कराते हुए औद्योगिक इकाइयों को पूरी क्षमता से संचालित किया जाए
- प्रदेश में कल 5,856 परिवहन निगम की बसों से 8,78,607 लोगों ने यात्रा किया
- प्रदेश में 51,280 ग्राम पंचायतों में कार्य प्रारम्भ, इनमें 46,27,392 अकुशल श्रमिक कार्यरत, जो राष्ट्रीय औसत का 21 प्रतिशत है
- ग्राम पंचायतों में 74,68,548 लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया हैै, जो राष्ट्रीय औसत का 12 प्रतिशत है
- प्रदेश में लगभग 13.06 करोड़ मानव दिवस सृजित करते हुए लगभग 74.69 लाख लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है
- ग्राम पंचायतों में श्रमिकों को अब तक 2594.82 करोड़ रूपये का भुगतान किया गया है
- ग्राम पंचायतों में रोजगार उपलब्ध कराने एवं मजदूरी भुगतान में उत्तर प्रदेश देश में प्रथम स्थान पर
- ग्रीन जोन के जनपदों के अन्तर्गत 15,552 ग्राम पंचायतों में कार्य प्रारम्भ, जिसमें 13,19,224 अकुशल श्रमिक काम कर रहे
- ग्रीन जोन के जनपदों में 436.93 लाख मानव दिवस सृजित करते हुए 23,82,396 लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया
- आॅरेंज जोन के जनपदों के अंतर्गत 26,304 ग्राम पंचायतों मंे कार्य प्रारम्भ, जिसमें 24,66,718 अकुशल श्रमिक काम कर रहे है
- आॅरेंज जोन के जनपदों में 676.08 लाख मानव दिवस सृजित करते हुए 37,01,102 लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है
- रेड जोन के अन्तर्गत 11,424 ग्राम पंचायतों में कार्य प्रारम्भ, जिसमें 8,41,450 अकुशल श्रमिक काम कर रहे है
- रेड जोन के जनपदों में 192.69 लाख मानव दिवस सृजित करते हुए 13,85,050 लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है
- प्रदेश में खाद्यान्न वितरण योजना के अन्तर्गत माह अप्रैल में नियमित वितरण के अन्तर्गत 3,53,63,963 राशन कार्डों पर 7,47,324.65 मी0 टन खाद्यान्न, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत 3,57,39,226 राशन कार्डों पर 6,86,145.66 मी0 टन चावल एवं 33,426.582 मी0टन चना का वितरण किया गया
- मई माह में नियमित वितरण के अन्तर्गत 3,53,19,530 राशन कार्डों पर 7,56,626.49 मी0टन खाद्यान्न, पी0एम0जी0के0ए0वाई0 के अन्तर्गत 3,55,43,683 राशन कार्डों पर 6,94,468.06 मी0टन चावल, 33205.245 मी0टन चना, आत्मनिर्भर योजना के अन्तर्गत 2,15,265 राशन कार्डों पर 2195.415 मी0टन गेहूॅ और चावल तथा
190.123 मी0टन चना का वितरण किया गया - माह जून में नियमित वितरण के अन्तर्गत 3,55,98,401 राशन कार्डों पर 7,70,841.196 मी0टन खाद्यान्न, पी0एम0जी0के0ए0वाई0 के अन्तर्गत 3,56,28,696 राशन कार्डों पर 7,00,872.84 मी0टन चावल, 33203.781 मी0टन चना तथा आत्मनिर्भर योजना के अन्तर्गत 2,87,870 राशन कार्डों पर 3,765.312 मी0टन गेहूॅ एवं चावल तथा 343.153 मी0टन चना का वितरण किया गया है।
- भारत सरकार निःशुल्क खाद्यान्न वितरण योजना को नवम्बर, 2020 तक बढ़ा दिया गया -श्री अवनीश कुमार अवस्थी
- मुख्यमंत्री जी ने आज एक माह के संचारी रोग नियंत्रण अभियान का शुभारम्भ किया
- प्रदेश के सभी 75 जनपदों में यह अभियान आज प्रारम्भ किया गया
- 01 जुलाई से 31 जुलाई तक संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जायेगा
- प्रदेश में पिछले 03 वर्षों में जे0ई0 एवं ए0ई0एस0 से मृत्यु में गिरावट आई
- एल-1, एल-2 तथा एल-3 अस्पतालों में 1,51,000 से अधिक बेड की व्यवस्था
- 02 जुलाई से 12 जुलाई तक मेरठ मण्डल के समस्त जनपदों में विशेष सर्विलांस अभियान
- 05 जुलाई से 15 जुलाई तक शेष 17 मण्डलों में इस अभियान को चलाया जायेगा
- प्रदेश में कोरोना के 6,709 मामले एक्टिव
- अब तक 16,629 मरीज पूरी तरह से उपचारित
- प्रदेश में कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट 69.12 प्रतिशत जो सर्वाधिक है
- आरोग्य सेतु ऐप से अब तक 97,416 लोगों को कन्ट्रोल रूम द्वारा फोन कर जानकारी प्राप्त की गयी है
- प्रदेश के 11 जनपदों मे रेपिड एन्टीजेन्ट टेस्ट से जांच की जा रही है -श्री अमित मोहन प्रसाद
लखनऊ: 01 जुलाई, 2020
उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी ने आज यहां लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कोविड अस्पतालों में 01 लाख 51 हजार बेड की उपलब्धता तथा प्रतिदिन 25 हजार से अधिक टेस्ट की टेस्टिंग क्षमता अर्जित किए जाने पर संतोष व्यक्त किया है। उन्होंने टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाकर 30 हजार टेस्ट प्रतिदिन किए जाने तथा कोविड चिकित्सालयों की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि गाजियाबाद में एक बड़ी कोविड टेस्टिंग की लैब स्थापित की जाए। निजी चिकित्सालयों में ट्रूनेट मशीने उपलब्ध हो इसके लिए आई0सी0एम0आर0 से अनुरोध किया जाए। इससे नाॅन कोविड मरीजों को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा है कि अनलाॅक-2 के दौरान भी कोविड-19 के संक्रमण से बचने के लिए निरन्तर सावधानी बरतना जरूरी है। इसके दृष्टिगत कोविड-19 प्रोटोकाॅल का सख्ती से पालन कराया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि लोग मास्क अथवा फेस कवर का अनिवार्य रूप से उपयोग करें। उन्होंने निर्देश दिए कि पुलिस द्वारा नियमित पेट्रोलिंग करते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी भीड़ न एकत्र होने पाए। बाजारो ंमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जाए। उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग को प्रभावी रूप से लागू कराए जाने पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि दो गज की दूरी, मास्क पहनना है जरूरी का अनिवार्य रूप से पालन कराया जाये। उन्होंने निर्देश दिये है कि नाईट कफ्र्यू का पूर्णतया पालन हो तथा मास्क न पहनने वालों का चालान किया जाए।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि कोविड-19 के संक्रमण को नियंत्रित करने में मेडिकल स्क्रीनिंग की महत्वपूर्ण भूमिका है। स्क्रीनिंग के कार्याें में तेजी लायी जाये। इसके दृष्टिगत मेडिकल स्क्रीनिंग टीम द्वारा घर-घर जाकर लोगों की मेडिकल स्क्रीनिंग की जाए। स्क्रीनिंग के उपरान्त जिन्हें उपचारित करने की आवश्यकता हो, उनके उपचार की समुचित व्यवस्था की जाए। उन्होंने मेडिकल स्क्रीनिंग टीम के डाटा की माॅनिटरिंग करने के निर्देश देते हुए कहा कि इससे कोविड-19 के संक्रमण से निपटने के लिए बेहतर रणनीति तय करने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने रैपिड एन्टीजन टेस्ट को बढ़ावा दिए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि मेरठ मण्डल में 50,000 रेपिड एन्टिजन टेस्ट की व्यवस्था चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गयी है। उन्होंने कहा है कि कोेरोना के साथ-साथ संचारी रोगों से बचाव का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। सभी सरकारी तथा निजी संस्थानों में कोविड हेल्प डेस्क स्थापित की जाए। मुख्यमंत्री जी ने 10,000 कोविड हेल्प डेस्क स्थापित किये जाने के निर्देश दिये है। उन्होंने बताया कि सभी विभागों एवं जिलाधिकारियों को सभी स्थानों पर कोविड हेल्प डेस्क स्थापित किये जाने के निर्देश दे दिये गये है। प्रदेश में अब तक 6500 कोविड हेल्प डेस्क स्थापित किये जा चुके है। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि जनपदों में सभी कार्यालयों, थानांे, तहसीलों, विकास खण्डों, सरकारी एवं निजी चिकित्सालयों में कोविड हेल्प डेस्क स्थापित किये जाये।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मेरठ मण्डल पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। मण्डल के सभी जनपदों में दस दिवसीय विशेष अभियान संचालित करते हुए घर-घर जाकर मेडिकल स्क्रीनिंग की जाए। लक्षणों के आधार पर संदिग्ध पाए गए लोगों के उपचार की व्यवस्था की जाए। सभी प्रमुख स्थानों पर संक्रमण से बचाव के व्यापक प्रबन्ध भी किए जाएं। उन्होंने बताया कि कल से मेरठ मण्डल के सभी जनपदों में सर्विलांस का अभियान प्रारम्भ हो रहा है। सर्विलांस टीम घर-घर जाकर स्क्रीनिंग करते हुए डेटा तैयार करेगी। सर्विलांस टीम द्वारा जिन घरो की स्क्रीनिंग की जायेगी उन घरों पर एस(े) मार्क और तिथि अंकित करेगी। उन्होंने कहा कि यदि किसी का घर इसमें छूट जाता है तो वह अवश्य सूचित करे, जिससे स्क्रीनिंग का कार्य किया जा सके। स्क्रीनिंग टीम से सभी को सहायता मिलेगी इसलिए सभी लोग इसका सहयोग करे। मुख्यमंत्री जी ने मनरेगा के माध्यम से जल संचयन एवं वृक्षारोपण आदि के कार्य को आगे बढ़ाये जाने के निर्देश दिये है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कल उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की 5,856 बसों के माध्यम से लगभग 8,78,607 लोगों ने यात्रा की।
श्री अवस्थी ने बताया कि मनरेगा के अन्तर्गत प्रदेश केें 58,906 ग्राम पंचायतों में से 51,280 ग्राम पंचायतों में कार्य प्रारम्भ कर दिये गये हैं। इनमें 46,27,392 अकुशल श्रमिक कार्य कर रहे है। जो राष्ट्रीय औसत का 21 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायतों में 74,68,548 लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया हैै, जो राष्ट्रीय औसत का 12 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में लगभग 13.06 करोड़ मानव दिवस सृजित करते हुए लगभग 74.69 लाख लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने बताया कि श्रमिकों को अब तक करोड़ 2594.82 रूपये का भुगतान कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश रोजगार उपलब्ध कराने एवं मजदूरी भुगतान में देश में प्रथम स्थान पर है। जबकि राजस्थान राज्य में 12.63 करोड़ मानव दिवस सृजित करते हुए लगभग 63.98 लाख लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है। जो कि दूसरे स्थान पर है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 20 जनपद ग्रीन जोन, 36 जनपद आॅरेेंज जोन, तथा 19 जनपद रेड जोन में सम्मिलित है। उन्होंने बताया कि ग्रीन जोन के जनपदों के अन्तर्गत 15,619 ग्राम पंचायतों में से 13,552 ग्राम पंचायतों में कार्य चल रहा है। जिसमें 13,19,224 अकुशल श्रमिक काम कर रहे है। इस प्रकार इन 20 ग्रीन जोन के जनपदों में 436.93 लाख मानव दिवस सृजित करते हुए 23,82,396 लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है। आॅरेंज जोन के जनपदों के अंतर्गत 29,738 ग्राम पंचायतों में से 26,304 ग्राम पंचायतों मंे कार्य प्रारम्भ हो गया है। जिसमें 24,66,718 अकुशल श्रमिक काम कर रहे है। इस प्रकार 36 आॅरेंज जोन के जनपदों में 676.08 लाख मानव दिवस सृजित करते हुए 37,01,102 लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है। रेड जोन के अन्तर्गत 13,549 ग्राम पंचायतों में से 11,424 ग्राम पंचायतों में कार्य प्रारम्भ हो गया है जिसमें 8,41,450 अकुशल श्रमिक काम कर रहे है। इस प्रकार 19 रेड जोन के जनपदों में 192.69 लाख मानव दिवस सृजित करते हुए 13,85,050 लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है।
श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में खाद्यान्न वितरण योजना के अन्तर्गत माह अप्रैल में नियमित वितरण के अन्तर्गत 3,53,63,963 राशन कार्डों पर 7,47,324.65 मी0 टन खाद्यान्न, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत 3,57,39,226 राशन कार्डों पर 6,86,145.66 मी0 टन चावल एवं 33,426.582 मी0टन चना का वितरण किया गया है। मई माह में नियमित वितरण के अन्तर्गत 3,53,19,530 राशन कार्डों पर 7,56,626.49 मी0टन खाद्यान्न, पी0एम0जी0के0ए0वाई0 के अन्तर्गत 3,55,43,683 राशन कार्डों पर 6,94,468.06 मी0टन चावल, 33205.245 मी0टन चना, आत्मनिर्भर योजना के अन्तर्गत 2,15,265 राशन कार्डों पर 2195.415 मी0टन गेहूॅ और चावल तथा 190.123 मी0टन चना का वितरण किया गया है। उन्होंने बताया कि माह जून में नियमित वितरण के अन्तर्गत 3,55,98,401 राशन कार्डों पर 7,70,841.196 मी0टन खाद्यान्न, पी0एम0जी0के0ए0वाई0 के अन्तर्गत 3,56,28,696 राशन कार्डों पर 7,00,872.84 मी0टन चावल, 33203.781 मी0टन चना तथा आत्मनिर्भर योजना के अन्तर्गत 2,87,870 राशन कार्डों पर 3,765.312 मी0टन गेहूॅ एवं चावल तथा 343.153 मी0टन चना का वितरण किया गया है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार निःशुल्क खाद्यान्न वितरण योजना को नवम्बर, 2020 तक बढ़ा दिया गया है।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री जी ने आज 05 कालिदास मार्ग, स्थित अपने सरकारी आवास पर संचारी रोग नियंत्रण अभियान का शुभारम्भ किया। उन्होंने बताया कि 01 जुलाई से 31 जुलाई तक प्रदेश के सभी 75 जनपदों में संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जायेगा। उन्होंने बताया कि बरसात का मौसम प्रारम्भ हो रहा है। इसमें चिकनगुनिया, मलेरिया, जेई, एवं ए0ई0एस0 इत्यादि बीमारियां फैलती है। उन्होंने बताया कि इसके अन्तर्गत लोगों में जागरूकता उत्पन्न करने एवं साफ-सफाई करने के लिए अभियान चलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि पिछले तीन साल में संचारी रोग नियंत्रण अभियान के कारण जे0ई0 एवं ए0ई0एस0 से मृत्यु में गिरावट आई है। उन्होंने आज चिकित्सक दिवस के अवसर पर सभी डाॅक्टर एवं अन्य स्टाफ के साथ कोविड संक्रमण के बचाव एवं उपचार में सहयोग करने के लिए सभी लोगों का अभिनन्दन एवं बधाई दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग द्वारा 4,444 हेल्प डेस्क स्थापित किये गये है। चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा सभी मेडिकल काॅलेज एवं संस्थानों में तथा राजस्व विभाग द्वारा सभी कलेट्रेट में कोविड हेल्प डेस्क स्थापित कर दिये गये है। गृह विभाग द्वारा 1569, पी0ए0सी0 140, जेल में 71 तथा उद्योग विभाग द्वारा 23 कोविड हेल्प डेस्क अब तक स्थापित कर दिये गये है।
श्री प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में टेस्टिंग का कार्य तेजी से किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा निर्धारित 25,000 प्रतिदिन टेस्ट को पार करते हुए कल एक दिन में 26,489 सैम्पल की जांच की गयी। उन्होंने बताया कि अब तक कुल 7,58,915 सैम्पल की जांच की गयी है। प्रदेश के 11 जनपदों में रेपिड एण्टीजेंट टेस्ट से जांच की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 6,709 कोरोना के मामले एक्टिव हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 16,629 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट 69.12 प्रतिशत है, जो सर्वाधिक है। उन्होंने बताया कि पूल टेस्ट के अन्तर्गत कुल 2096 पूल की जांच की गयी, जिसमें 1773 पूल 5-5 सैम्पल के तथा 323 पूल 10-10 सैम्पल की जांच की गयी। उन्होंने बताया कि एल-1, एल-2 तथा एल-3 अस्पतालों में 1,51,000 से अधिक बेड की व्यवस्था हो गयी है।
उन्होंने बताया कि ग्राम एवं मोहल्ला निगरानी समितियों के द्वारा निगरानी का कार्य सक्रियता से किया जा रहा है। अब तक 1,54,797 लाख सर्विलांस टीम द्वारा 1,13,51,609 घरों के 5,78,50,335 लोगों का सर्वेक्षण किया गया है। उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु ऐप से अलर्ट जनरेट आने पर कन्ट्रोल रूम द्वारा निरन्तर फोन किया जा रहा है। अलर्ट जनरेट होने पर अब तक 97,416 लोगों को कन्ट्रोल रूम द्वारा फोन कर जानकारी प्राप्त की गयी। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा सर्विलांस का एक विशेष अभियान प्रारम्भ किया जा रहा है। इसके तहत 02 जुलाई से 12 जुलाई तक मेरठ मण्डल के समस्त जनपदों में सर्विलांस कार्य किया जायेगा। 05 जुलाई से 15 जुलाई तक बाकी 17 मण्डलों में इस अभियान को चलाया जायेगा। इस विशेष अभियान के अन्तर्गत सर्विलांस की टीम डोर-टू-डोर जाकर सभी लोगों के लक्षणों के बारे में जानकारी लेंगे तथा परिवार के सदस्यों में को-मोबिलिटी के बारे में भी जानकारी प्राप्त कर डेटा तैयार करेंगें।
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