Skip to main content

लखनऊ के रीजेंसी सुपरस्पेसिशलिटी हॉस्पिटल के डाक्टरों ने कोविड 19 महामारी के दौरान मरीजों से अपने हेपेटाइटिस ट्रीटमेंट को बंद न करने का आग्रह किया


विश्व हेपेटाइटिस दिवस


लखनऊ के रीजेंसी सुपरस्पेसिशलिटी हॉस्पिटल के डाक्टरों ने कोविड 19 महामारी के दौरान मरीजों से अपने हेपेटाइटिस ट्रीटमेंट को बंद न करने का आग्रह किया


किसी भी लीवर रोग से पीड़ित मरीजों को कोविड 19 से इन्फेक्ट होने पर गंभीर स्वास्थ्य कॉम्प्लीकेशंस का खतरा होता है।


अगर आपने पिछले 6 महीने में एक बार भी लीवर का हेल्थ चेक नहीं कराया है तो लीवर हेल्थ को चेक कराना महत्वपूर्ण हैं। ऑउटस्टेशन मरीजों को ऑनलाइनए वीडियो या टेलीकंसल्टेशन सर्विस का इस्तेमाल करना चाहिए।


डॉक्टरों ने सभी को ‘अपने लीवर की रक्षा और हेल्थी लाइफस्टाइल को एडॉप्ट करने’ का संकल्प लेने को कहा।


रीजेंसी सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल हेपेटाइटिस के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए हेपेटाइटिस सप्ताह का आयोजन किया जाएगा जिसमे लोगों को हेपेटाइटिस की जांच मुफ्त में की जायेगी।


लखनऊ 29 जुलाई 2020, - उत्तर प्रदेश में कोरोनोवायरस इन्फेक्शन के केसेस बढ़ रहे हैं। रीजेंसी सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, लखनऊ के डॉक्टरों ने पीड़ित मरीजों से हेपेटाइटिस या सिरोसिस सहित अन्य किसी भी एडवांस लीवर रोग के ट्रीटमेंट को जारी रखने का आग्रह किया। अगर ऐसे मरीज कोविड 19 से इन्फेक्ट हो जाते हैं तो उन्हें गंभीर स्वास्थ्य कॉम्प्लीकेशंस का ज्यादा खतरा हो सकता है। एक हेल्थी लाइफस्टाइल को बनाए रखना लीवर की बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।


रीजेंसी सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, लखनऊ के गैस्ट्रोएन्टेरोलॉजी, डी एम,  डॉ प्रवीण झा ने कहा, “हेपेटाइटिस बी या सी से पीड़ित मरीज वर्तमान में ट्रीटमेंट करवा रहे हैं, उन्हें तब तक ट्रीटमेंट नहीं बंद नहीं करना चाहिए। जब तक उनका ट्रीटमेंट करने वाले डॉक्टर उन्हें कुछ सलाह न दें। ऐसे मरीजों में कोविड 19 से इन्फेक्ट होने से ज्यादा जोखिम रहता है। कोविड 19 डिरेन्ज्ड लीवर एंजाइम और यहाँ तक कि हेपेटाइटिस के रूप में हो सकता है। अगर कोई हॉस्पिटल जाने से डर रहा है या वह बाहर रहता है, तो वह टेली या वीडियो कन्सल्टेशन्स की मदद ले सकता हैं ताकि वे  डॉक्टरों के संपर्क में रह सकें। हाथ की स्वच्छता, सोशल डिस्टेंसिंग इस महामारी से बचने का आधार हैं। इस बीमारी से संक्रमित अधिकांश लोगों को यह भी पता नहीं है कि वे संक्रमित हैं। आईसीएमआर द्वारा लगाए गए आंकड़ों के अनुसार, भारत में लगभग 4 करोड़ लोग हेपेटाइटिस बी से पीड़ित हैं और लगभग 1.2 करोड़ लोगों को हेपेटाइटिस सी है। इस बीमारी से हर साल 1.5 लाख लोग मरते हैं। सबको हेल्थी लाइफस्टाइल बनाए रखनी चाहिए, हेल्थी भोजन करना चाहिए, रोज एक्सरसाइज करनी चाहिए और बाहरी लोगों के साथ अनावश्यक एक्सपोजर से बचना चाहिए।“


अगर आप वर्तमान में हेपेटाइटिस बी या सीए या अन्य क्रोनिक कंडीशन के लिए ट्रीटमेंट करा रहे हैं, तो सुनिश्चित करें आप हेल्थ सर्विसेस या फार्मेसी में कम से कम जाएँ और आपके पास पर्याप्त दवाईयाँ हों। वैक्सीनेशन के बारे में अपने हेल्थ सर्विस प्रोवाइडर से बात करें। क्रोनिक लीवर से पीड़ित लोग हेपेटाइटिस ए, हेपेटाइटिस बी, इन्फ्लूएंजा (फ्लू) और न्यूमोकोकल के खिलाफ वैक्सीनेशन प्राप्त करते है। धूम्रपान करने से बचें क्योंकि यह आपके श्वसन तंत्र पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है।


रीजेंसी सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, लखनऊ के एम सीएच, जी आई सर्जरी, डॉ प्रदीप जोशी ने कहा, “हेपेटाइटिस से लड़ना मुश्किल है क्योंकि हेपेटाइटिस बी और सी दोनों जीर्ण संक्रमण हैं जो अक्सर जिगर को नुकसान पहुंचाने से पहले सालों तक शरीर में निष्क्रिय रहते हैं। इस घातक बीमारी से लड़ने में दूसरी बड़ी चुनौती इससे जुड़ी भ्रांतियां और कलंक हैं। कोविड 19 महामारी के दौरान आपके हेल्थ को मॉनिटर करना महत्वपूर्ण रहेगा। अगर आपके पास अपने डॉक्टर के साथ अपॉइंटमेंट हैं , अगर आपने पिछले 6 महीने में अपने लीवर हेल्थ को न चेक कराया हो तो यह अपने डॉक्टर से लीवर हेल्थ के बारें में पूछना अच्छा होता है । लीवर डैमेज उन लोगों में आम होता है जिन्हें गंभीर कोविड 19 बीमारी होती है। हालांकि यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि लिवर एंजाइम के लेवल में बढ़ोत्तरी हुई है वह सीधे उस वायरस से संबंधित है जो कोविड19 (SARS-CoV-2) लीवर में या लीवर के डैमेज होने का कारण अन्य फैक्टर्स से नुकसान का रिजल्ट होता है। मौजूदा क्रोनिक कंडीशन के साथ रहने वाले लोग अगर कोविड 19 से इन्फेक्ट होते हैं तो उन्हें कई गंभीर हेल्थ कॉम्प्लीकेशंस हो सकते हैं।“


डिस्कशन और सवाल - जवाब सेशन के बाद डॉक्टरों द्वारा ‘अपने लीवर की रक्षा और हेल्थी लाइफस्टाइल को एडॉप्ट करने’ के लिए एक संकल्प लिया गया। डॉक्टरों ने मीडियाकर्मियों से भी आग्रह किया कि वे लोगों में इस बारें में जागरूकता लाएं क्योंकि वे ही समाज में परिवर्तन के कैटलिस्ट माने जाते हैं। पेटाइटिस ए और ई से सुरक्षित रहने के लिए, दूषित भोजन और पानी से बचें, इंजेक्शन के लिए सुरक्षित सुई का उपयोग करें, टैटू और बॉडी पियर्सिंग करवाते समय सुरक्षित सुईयों को उपयोग करें । हेपेटाइटिस बी और सी भी संभोग के माध्यम से अनुबंधित किया जा सकता है। तो, कंडोम का उपयोग करके सुरक्षित सेक्स का अभ्यास करना महत्वपूर्ण है।


रीजेंसी सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने घोषणा भी की कि वे हेपेटाइटिस के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए हेपेटाइटिस  सप्ताह का आयोजन 28 जुलाई 2020 से 1 अगस्त 2020 तक किया जाएगा और लोगों की फ्री हेपेटाइटिस जांच करने की सर्विस प्रोवाइड करवाएंगे । लोग ओपीडी के दौरान हॉस्पिटल जा सकते हैं और जांच करवा सकते हैं।


इस मुहिम का मुख्य उद्देश्य कोविड19 के खिलाफ खुद को बचाने के लिए बुनियादी उपायों का उपयोग करना है। अगर आप किसी ऐसे व्यक्ति के आसपास हैं जिसने हाल ही में विदेश यात्रा की हो तो अपने रिस्क के बारे में संदेह होने पर हेल्थकेयर प्रोवाइडर से संपर्क करें।


Comments

Popular posts from this blog

आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है!

-आध्यात्मिक लेख  आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है! (1) मृत्यु के बाद शरीर मिट्टी में तथा आत्मा ईश्वरीय लोक में चली जाती है :विश्व के सभी महान धर्म हिन्दू, बौद्ध, ईसाई, मुस्लिम, जैन, पारसी, सिख, बहाई हमें बताते हैं कि आत्मा और शरीर में एक अत्यन्त विशेष सम्बन्ध होता है इन दोनों के मिलने से ही मानव की संरचना होती है। आत्मा और शरीर का यह सम्बन्ध केवल एक नाशवान जीवन की अवधि तक ही सीमित रहता है। जब यह समाप्त हो जाता है तो दोनों अपने-अपने उद्गम स्थान को वापस चले जाते हैं, शरीर मिट्टी में मिल जाता है और आत्मा ईश्वर के आध्यात्मिक लोक में। आत्मा आध्यात्मिक लोक से निकली हुई, ईश्वर की छवि से सृजित होकर दिव्य गुणों और स्वर्गिक विशेषताओं को धारण करने की क्षमता लिए हुए शरीर से अलग होने के बाद शाश्वत रूप से प्रगति की ओर बढ़ती रहती है। (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है : (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है :हम आत्मा को एक पक्षी के रूप में तथा मानव शरीर को एक पिजड़े के समान मान सकते है। इस संसार में रहते हुए

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का किया ऐलान जानिए किन मांगों को लेकर चल रहा है प्रदर्शन लखनऊ 2 जनवरी 2024 लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार और कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का भी है किया ऐलान इनकी मांगे इस प्रकार है पुनरीक्षित वेतनमान-5200 से 20200 ग्रेड पे- 1800 2- स्थायीकरण व पदोन्नति (ए.सी.पी. का लाभ), सा वेतन चिकित्सा अवकाश, मृत आश्रित परिवार को सेवा का लाभ।, सी.पी. एफ, खाता खोलना।,  दीपावली बोनस ।

भगवान चित्रगुप्त व्रत कथा पुस्तक का भव्य विमोचन

भगवान चित्रगुप्त व्रत कथा पुस्तक का भव्य विमोचन लखनऊ, जुलाई 2023, अयोध्या के श्री धर्महरि चित्रगुप्त मंदिर में भगवान चित्रगुप्त व्रत कथा पुस्तक का भव्य विमोचन  किया गया। बलदाऊजी द्वारा संकलित तथा सावी पब्लिकेशन लखनऊ द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक का विमोचन संत शिरोमणी श्री रमेश भाई शुक्ल द्वारा किया गया जिसमे आदरणीय वेद के शोधक श्री जगदानंद झा  जी भी उपस्थित रहै उन्होने चित्रगुप्त भगवान् पर व्यापक चर्चा की।  इस  अवसर पर कई संस्था प्रमुखो ने श्री बलदाऊ जी श्रीवास्तव को शाल पहना कर सम्मानित किया जिसमे जेo बीo चित्रगुप्त मंदिर ट्रस्ट,  के अध्यक्ष श्री दीपक कुमार श्रीवास्तव, महामंत्री अमित श्रीवास्तव कोषाध्यक्ष अनूप श्रीवास्तव ,कयस्थ संध अन्तर्राष्ट्रीय के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिनेश खरे, अ.भा.का.म के प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश कुमार जी एवं चित्रांश महासभा के कार्वाहक अध्यक्ष श्री संजीव वर्मा जी के अतिरिक्त अयोध्या नगर के कई सभासद भी सम्मान मे उपस्थित रहे।  कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के अध्यक्ष दीपक श्रीवास्तव जी ने की एवं समापन महिला अध्यक्ष श्री मती प्रमिला श्रीवास्तव द्वारा किया गया। कार्यक्रम