चालक सहित दो साधुओं की क्रूरतम हत्या को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश से दुनियां में पड़ा है भारत की छवि पर असर
चालक सहित दो साधुओं की क्रूरतम हत्या को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश से दुनियां में पड़ा है भारत की छवि पर असर --रामगोविन्द चौधरी
- पवित्र रमजान को लेकर सरकार दे लाकडाउन में हर दिन दो घन्टे की ढील-रामगोविन्द चौधरी
- चालक सहित दो साधुओं की क्रूरतम हत्या को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश से दुनियां में पड़ा है भारत की छवि पर असर
- स्वामी कल्पवृक्ष, स्वामी सुशील गिरी, चालक नीलेश तेलगड़े, इंस्पेक्टर सुबोध सिंह, इकलाख, पहलू खान, तरबेज अंसारी आदि सभी मामलों में दोषियों को कड़ी सजा सुनिश्चित कराएं प्रधानमंत्री
लखनऊ। नेता प्रतिपक्ष श्री रामगोविन्द चौधरी ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया है कि वह रमजान के पवित्र महीने को ध्यान में रखते हुए रोजेदारों की नियमित जरूरी खरीददारी के लिए लाकडाउन में प्रतिदिन कम से कम दो घन्टे की ढील दें और देश में दो साधुओं सहित हुए क्रूरतम भीड़ हिंसा के सभी मामलों में दोषियों को जल्द से जल्द कड़ी से कड़ी सज़ा सुनिश्चित कराएं।
गुरुवार को जारी आनलाइन प्रेसनोट में श्री रामगोविन्द चौधरी ने कहा है कि 24 अप्रैल से रमजान का पवित्र महीना शुरू हो रहा है। अपनी आस्था के बल पर रोजेदार इस महीने में पूरे दिन बिना दानी पानी के इबादत करेंगे। इसके लिए उन्हें कुछ जरूरी सामान की जरूरत रोज पड़ती है। लाकडाउन की वजह वे अपनी रोज की इस खरीददारी को नहीं कर पाएंगे। रोजेदारों को इबादत करने में दिक्कत न हो, इसलिए रमजान के दौरान लाकडाउन में कम से कम दो घन्टे की ढील प्रतिदिन बहुत जरूरी है जो उन्हें मिलना चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष श्री रामगोविन्द चौधरी ने स्वामी कल्पवृक्ष गिरी, स्वामी सुशील गिरी और चालक नीलेश तेलगड़े की क्रूरतम हत्या की भर्त्सना करते हुए कहा है कि इंस्पेक्टर सुबोध सिंह, इखलाक, पहलू खान और तरबेज अंसारी आदि भीड़ हिंसा के क्रूरतम मामलों में दोषियों को कड़ी सज़ा मिली होती तो भीड़ चालक सहित दो साधुओं की निर्मम हत्या की हिम्मत नहीं कर पाती। उन्होंने कहा है कि महाराष्ट्र की इस अतिनिन्दनीय घटना के बाद राष्ट्रीय स्तर पर इसे साम्प्रदायिक रंग देने की कोशिश भी हुई है। स्थित यहां तक आ गई कि महाराष्ट्र के गृहमंत्री को इसे लेकर सफाई देनी पड़ी कि घटना साम्प्रदायिक नहीं है।
नेता प्रतिपक्ष श्री रामगोविन्द चौधरी कहा है कि वर्तमान समय में देश कोरोना के भीषण संकट से गुजर रहा है। सभी लोग मिलकर आपके नेतृत्व में कोरोना को हराने की लड़ाई लड़ रहे हैं। ऐसे समय में महाराष्ट्र की यह निंदनीय घटना और इस घटना को लेकर साम्प्रदायिक खेल खेलने की जो कोशिश हुई है, उससे पूरी दुनियां में भारत की छवि पर असर तो पड़ा ही है, देश के भीतर भी यह सन्देश गया है कि जिस घटना स्थल के आस पास मुसलमानों की परछाईं भी नहीं है, उसमें भी उसका नाम घसीटा जा सकता है और घसीटने वालों का बाल बांका नहीं होगा।
नेता प्रतिपक्ष श्री राम गोविंद चौधरी ने कहा है कि यदि ऐसा हुआ तो सद्भाव में विश्वास करने वाली ताकतों का सरकार से यकीन उठ जाएगा जो देश हित में नहीं होगा। इसलिए आपको इन मामलों को खुद संज्ञान में लेना चाहिए। उन्होंने पवित्र रमजान माह में लाकडाउन में दो घन्टे प्रतिदिन ढील की मांग करते हुए रोजेदारों से भी अपील की है कि वे लाकडाउन में ढील मिलने की स्थिति में भी लाक डाउन के नियमों का पालन करते हुए आपस में फिजिकल दूरी बनाएं रहें, ताकि कोरोना को हराया जा सके।
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