उत्तर प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हुई बैठक
लखनऊ I पर्यटन विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से फेडरेशन ऑफ इंडियन चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) ने 17 जनवरी को लखनऊ के होटल हिल्टन में टूरिज्म इंडस्ट्री स्टेकहोल्डर्स की बैठक का आयोजन किया। जिसमें उत्तर प्रदेश के टूरिज्म उद्योग की समग्र स्थिति-परिस्थितियों पर चर्चा की गयी। इस बैठक के दौरान उत्तर प्रदेश के डायरेक्टर जनरल पर्यटन श्री रविकुमार एन.जी आईएएसए जनरल सेक्रेटरी यूपीएचआरए, श्री गिरीश ओबेरॉय, पार्टनर रूबरू वॉक, श्री समीर खेर, आगरा के टूरिज्म गाइड, श्री हरि सुकुमार, अध्यक्ष आईएटीओ यूपी श्री प्रतीक हीरा और टूरिज्म विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
दो घंटे चली इस बैठक पर पर्यटन से जुड़े बुद्धिजीविओं द्वारा यूपी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर चर्चा की गयी। जिसमें पर्यटन को लेकर सुझाव, इसके आधार और तौर-तरीके, सर्वाधिक पर्यटक जगहों व इसकी प्रचार रणनीतियों की शॉर्टलिस्टिंग,देश-विदेश में यूपी के पर्यटन को बढ़ावा देने और साथ ही नए जगहों मेंपर्यटन की संभावनाओं की खोज के लिए होटल व्यवसायियों और टूर ऑपरेटरों के साथचर्चाओं पर जोर दिया गया। यूपी सरकार ने अन्य शहरों के साथ चित्रकूट की रणनीतियों पर भी चर्चा की।
जनरल सेक्रेटरी यूपीएचआरए, श्री गिरीश ओबेरॉय ने बताया कि पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के लिए सरकार कई रणनीतियों पर काम कर रही है। यूपी में पर्यटन के लिहाज से आगरा सबसे ऊपर रहता है। हालांकि यूपी में कई ऐसे छोटे कस्बे और शहर हैं जो ऐतिहासिक रूप से काफी महत्वपूर्ण हैं। लेकिन पर्यटन के लिहाज से इंफ्रास्ट्रक्चर न होने के कारण यहां ज्यादा पर्यटक नहीं आते हैं। ऐसे टूरिस्ट क्षेत्रों को हम चिह्नित करेंगे। हमें इसपर मिलकर काम करने की आवश्यकता है।
डायरेक्टर जनरल पर्यटन श्री रविकुमार एनजी आईएएस ने कहा कि, “बैठक के लिए मुख्य रूप से हमने लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी और आगरा के सभी होटल व्यवसायियों, टूर ऑपरेटरों और ट्रैवल एजेंटों को आमंत्रित किया। जहां पर्यटन से जुड़े सभी लोगों ने डायरेक्टर जनरल पर्यटन श्री रविकुमार एनजी से यात्रा के लिए नए जगह और इसे और भी बेहतर बनाने के लिए पर्यटन नीति पर चर्चा की। जिससे उन्हें पर्यटन को अधिक से अधिक आगे बढ़ाने के बेहतर विकल्प मिले।
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