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राष्ट्रीय युवा महोत्सव: ‘सुविचार एवं युवा समागम‘ कार्यक्रम के तहत स्वामी निखिलेश्वरानंद ने युवाओं को किया सम्बोधित

राष्ट्रीय युवा महोत्सव: ‘सुविचार एवं युवा समागम‘ कार्यक्रम के तहत स्वामी निखिलेश्वरानंद ने युवाओं को किया सम्बोधित



स्वामी विवेकानन्द के विचारों से प्रेरणा लें युवा, स्वामी विवेकानंद का पूरा जीवन सकारात्मक ऊर्जा से ओतप्रोत -स्वामी निखिलेश्वरानंद


लखनऊ: 14 जनवरी, 2020



राष्ट्रीय युवा महोत्सव के तीसरे दिन आज सुविचार एवं युवा समागम कार्यक्रम के अंतर्गत इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान के स्वामी विवेकानंद मंडप में रामकृष्ण मिशन आश्रम के स्वामी निखिलेश्वरानंद और युवा आईकॉन श्री हरि भाई ने राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों को संबोधित किया। कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रीय सेवा योजना लक्ष्य गीत से हुआ, तत्पश्चात अतिथियों द्वारा स्वामी विवेकानंद को पुष्पांजलि अर्पित की गई और शांति दीप प्रज्ज्वलित किया गया।


राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए स्वामी निखिलेश्वरानंद ने कहा कि स्वामी विवेकानंद का पूरा जीवन सकारात्मक ऊर्जा से ओतप्रोत था। यही कारण है कि उन्होंने पूरी दुनिया को प्रेम और भाईचारे का संदेश दिया। राष्ट्र निर्माण के लिए युवा विषय पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष 1985 से स्वामी विवेकानंद की जयंती 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है, इसका मूल उद्देश्य युवाओं में राष्ट्रीय चेतना जागृत करना है और युवाओं को राष्ट्र के विकास के कार्यों से जुड़ने के लिए प्रेरित एवं प्रोत्साहित करना है। उन्होंने स्वामी विवेकानंद के शिकागो भाषण को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि शिकांगो सम्मेलन के उपरांत जब स्वामी विवेकानंद स्वदेश लौटे तो उनका भव्य स्वागत एक विश्व विजेता के रूप में किया गया था .स्वामी विवेकानंद के विचारों को जीवन का सूत्र वाक्य बनाने हेतु राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों का उन्होंने आह्वान किया।


 उन्होंने स्वामी विवेकानंद जी के राष्ट्र निर्माण की परिकल्पना को साकार करते हुए युवाओं को मनसा, वाचा, कर्मणा एक होने का संदेश दिया स्वामी विवेकानंद जी ने शिव ज्ञान से जीव सेवा के संकल्प को चरितार्थ करने हेतु जिन संदेशों का युवाओं तक प्रसार किया वह तभी संभव है, जब हमारे युवा आत्म संयम और आत्मनिर्भरता के मूल मंत्र को समझ पाएंगे और उसे अपनाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने चरित्र निर्माण राष्ट्र निर्माण और विश्व निर्माण को साकार करने हेतु शिक्षण संस्थानों के प्रमुखों के साथ साथ माता-पिता और शिक्षकों की अहम भूमिका को रेखांकित किया और कहा कि भारत के युवा अपने आत्मज्ञान से दुनिया को एक नई दिशा प्रदान करेंगे ऐसी परिकल्पना है।


 सुविचार एवं युवा समागम कार्यक्रम के दूसरे प्रमुख वक्ता श्री हरि भाई ने युवाओं का आह्वान किया कि राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के थ्पज ल्वनजी थ्पज प्दकपं   मूवमेंट को सफल बनाने हेतु समाज और राष्ट्र के हर क्षेत्र में विकास के सभी मानदंडों को अपनाने और उस पर प्रमुखता के साथ कार्य करने का संकल्प लें।


उन्होंने कहा कि भारत दुनिया भर में अग्रणी राष्ट्र है जिसकी सांस्कृतिक विविधता  ही  उसकी असली पहचान है। .श्री हरि ने कहा कि जिस देश के युवा यह समझ जाएंगे कि उनका जीवन देश को समर्पित है तो उस देश को श्रेष्ठ बनने से कोई रोक नहीं सकता. उन्होंने युवाओं को यह संदेश दिया कि उनके जीवन का मूल उद्देश्य अपने राष्ट्र की सेवा करना और राष्ट्र की जन जन को जो तमाम सुविधाएं सरकार द्वारा मुहैया कराई गई है उन तक पहुंचाने हेतु कार्य करना है।


उन्होंने कहा कि सरकार का मूल उद्देश्य अपनी जनता को सभी सुविधाएं मुहैया कराना है और राष्ट्र को अस्थिर करने वाली शक्तियों को कमजोर करना और उसे देश से बाहर निकालना है। .उन्होंने जाली नोटों का व्यापार करने वालों, तस्करी करने वालों और जालसाजी करने वालों को देश से समूल नष्ट करने हेतु युवाओं को संगठित होकर कार्य करने का आह्वान किया। सुविचार एवं युवा समागम कार्यक्रम की विषय उपस्थापना करते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना क्षेत्रीय केंद्र लखनऊ के निदेशक डॉ अशोक कुमार श्रोती ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन का मूल उद्देश्य राष्ट्रीय सेवा योजना के सेवकों को एक बेहतर प्लेटफार्म प्रदान करना है।


अतिथियों का स्वागत राज्य सरकार के विशेष कार्य अधिकारी डॉ अंशुमाली  शर्मा ने किया। इस अवसर पर कार्यक्रम में काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कार्यक्रम समन्वयक, इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कार्यक्रम अधिकारी और क्षेत्रीय केंद्रों के निदेशक उपस्थित थे। इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों ने वक्ताओं से कई मूलभूत प्रश्न किए जिनका उत्तर वक्ताओं ने दिया, और युवाओं का मार्गदर्शन किया इसके उपरांत विवेकानंद के जीवन पर पर राष्ट्रीय युवा पुरस्कार विजेताओं और यूथ आईकॉन द्वारा संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें अनेक राष्ट्रीय युवा पुरस्कार विजेताओं और युवाओं ने हिस्सा लिया।


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