धन उगाही में बाधक बन रहे पत्रकार पर मुकदमा, अब जान से मारने की मिली धमकी
प्रयागराज । लोक तंत्र के चौथे स्तम्भ कहे जाने बाले पत्रकार पर फर्जी मुकदमा कायम करने का एक और मामल सामने आया है। प्रयागराज पुलिस की इस कार्यप्रणाली पर पत्रकार संगठनों सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों में आक्रोश व्याप्त है। जी हां शासन के आदेश के बाद एडीजी लाॅ एण्ड आॅडर उत्तर प्रदेश के शख्त हिदायत के बाद भी पुलिस महकमा अपनी कार्यशैली में बदलाव नहीं ला रहा है। यही वजह रही कि प्रयागराज से प्रकाशित हिन्दी दैनिक समाचार पत्र के सम्पादक अनुराग तिवारी की शिकायत पर कार्यवाही न कर अपराधिक प्रवृत्त के व्यक्ति के षडयंत्र में शामिल पुलिस ने कई गम्भीर धाराओं में मुकदमा लिख दिया।
गौरतलब हो कि अखबार से लेकर सोशल मीडिया तक में अपने क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं को लेकर सजग रहने वाले कलमकार अनुराग पर काबू न पा पाने की कसक अपराधियों पर साफ दिखती है। विगत कई माह से क्षेत्र में नशाखोरी, लूटपाट, अवैधवसूली करने वालों के खिलाफ मुहिम छेड रखी थी। इसकी शिकायत लगातार थानापुलिस को किया जाता रहा। पत्रकार पर प्राथमिकी दर्ज करने के बाद विभिन्न पत्रकार संगठनों ने आर-पार की लडाई के लिए कमर कस ली है। जबकि पुलिस जिस दिन का घटनाक्रम दिखा रही है उस दिन 15 जनवरी पत्रकार अनुराग तिवारी लगातार मेला क्षेत्र में मकर संक्रांति स्नान की कवरेज करते रहे। एफआईआर में जिस घटना स्थल को दिखाया जा रहा है उस समय मीडियाकर्मी की लोकेशन कहीं और थी।
कालीकोट के पीछे चला रहा नशाखोरी का अड्डा
स्थानीय लोगों को झूठे मुकदमे में फंसाने का माहिर नीशु सोनकर और वीरेन्द्र सोनकर ने कीडगंज थाना क्षेत्र के रहने वाले एक पत्रकार के ऊपर एससी-एसटी सहित लूट का मुकदमा दर्ज कराया है। सूत्रों की मानें तो कृष्णानगर कीडगंज का रहने वाला नीशू सोनकर कई असामाजिक कार्यों में संलिप्त रहता हैं। अपने आप पास के गरीब, कमजोर, असहाय लोगों से असामाजिक कार्य करने के लिए जोर देता है। न करवाने पर बुरा अंजाम भुगतने की धमकी देना उसकी दिनचर्या में शुमार है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अपने आप को अधिवक्ता बताकर धमकाता रहा है। जानकारी के अनुसार कीडगंज थाना क्षेत्र के कृष्णानगर का रहने वाला नीशू सोनकर पत्रकार अनुराग तिवारी को कई बार स्थानीय खबर प्रकाशित करने पर जान से हाथ धो बैठने की धमकी दे चुका है । उसने कई बार पत्रकार को जातिसूचक शब्दों के साथ गालियां भी दी लेकिन पत्रकार ने उसको गम्भीरता से नहीं लिया। अन्ततः उसका मनोबल बढ़ता गया और नशाखोरी के बाद पत्रकार को उसका विरोध करने पर एसी-एसटी का मुकदमें में फसाने की धमकी देने लगा। उसकी हरकतों से परेशान होकर पत्रकार ने एसएसपी को प्रार्थनापत्र दे दिया। पत्रकार के इस कदम से बौखलाकर नीशू सोनकर व उसके रिस्तेदार भाई वीरेन्द्र सोनकर ने एक पुलिस अधिकारी की मिलीभगत से एससी-एसटी एवं लूट सहित कई गम्भीर धाराओं में झूठा मुकदमा दर्ज करवा दिया।
पत्रकार अनुराग ने बताया कि एफआईआर दर्ज कराने के बाद पैसे की डिमांड की जा रही है। कहा जा रहा है कि मुकदमा खत्म करने के लिए एक मुस्त पैसा दे दो अन्यथा जेल जाने के लिए तैयार रहो। गौरतलब हो की इस पर जब क्षेत्रवासियों से पूछतांछ किया गया तो लोगों ने बताया कि नीशू सोनकर अपने भाई वीरेन्द्र सोनकर की सह पाकर क्षेत्र में नशाखोरी करवाकर लोगों में लडाई, झगडा करवाना और एफआईआर दर्ज कराकर अवैध वसूली का आदी है और अधिवक्ता होने की धौंस देकर निकल जाता है। कुछ दिन पहले पार्क में खुलेआम दारू पीकर हुड़दंगई करने पर स्थानीय चौकी इंचार्ज ने उसको फटकार लगाई थी उस समय भी विरेन्द्र ने आकर मामले को सम्भाला था।
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उत्तर प्रदेश मीडिया असोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष परवेज़ आलम ने कहा कि अगर वह अधिवक्ता है तो उसके असामाजिक कृत्य को ध्यान में रखते हुए बार काउंसिल उत्तर प्रदेश और बार काउंसिल आफ इंडिया से पंजीकरणा रद्द करने की मुहिम छेडी जायेगा। ऐसे अधिवक्ताओं की वजह से सभी अधिवक्ताओं पर सवाल खडे होते होते है। लिहाजा अधिवक्ता के मान सम्मान को भी शर्मसार होने से बचाया जा सके।
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