डा0 दिनेश शर्मा ने सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रानिक विभाग द्वारा आज यहाँ इन्दिरा गाँधी प्रतिष्ठान, गोमती नगर में आयोजित "यूपी स्टार्टअप कान्क्लेव" के समापन -समारोह पर विजेताओं को पुरस्कार वितरित किया
उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े स्टार्टअप इवेंट यूपी स्टार्टअप कॉन्क्लेव का सफल आयोजन किया गया
सावी न्यूज़ लखनऊ,
लखनऊ के इंदिरा गाँधी प्रतिष्ठान में सूचना एवं प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रानिक्स विभाग और लखनऊ मैनेजमेंट एसोसिएशन के संयुक्त सहयोग से उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े स्टार्टअप इवेंट यूपी स्टार्टअप कॉन्क्लेव का सफल आयोजन किया गया, देश भर सबसे बेहतरीन स्टार्टअप्स ने लिया भाग, प्रदेश में एक हजार करोड़ रूपये से उत्तर प्रदेश स्टार्टअप फण्ड की स्थापना की जा रही है।
डा0 दिनेश शर्मा ने सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रानिक विभाग द्वारा आज यहाँ इन्दिरा गाँधी प्रतिष्ठान, गोमती नगर में आयोजित "यूपी स्टार्टअप कान्क्लेव" के समापन -समारोह पर विजेताओं को पुरस्कार वितरित करते हुए दिनांक 12 सितम्बर 2019 को मथुरा दौरे में माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा सिंगल यूज प्लास्टिक का विकल्प देने वाले स्टार्टअप शुरू करने के लिए देश के नव-उद्यमी स्टार्ट-अप्स से आईडिया देने के आग्रह का उल्लेख किया और प्रदेश में नये-नये स्टार्ट-अप्स की आशा और अभिलाषा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि स्टार्ट-अप किसी भी क्षेत्र से हो सकते हैं। उन्होंने विभिन्न विद्यालयों से बड़ी संख्या में आये छात्र-छात्राओं को जिसमें से अनेक युवाओं मंे भविष्य के सफल उद्यमी बनने की सम्भावनायें हैं, उन्हें इन्क्यूबेटर्स और स्टार्ट-अप्स के लिए प्रदेश सरकार की स्टार्ट-अप नीति के अन्तर्गत अनुमन्य प्रोत्साहनों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि केवल उत्तर प्रदेश के स्टार्टअप्स के लिए वित्तीय पहुँच सुगम बनाने के लिए 1000 करोड़ रू0 से उत्तर प्रदेश स्टार्ट-अप फण्ड की स्थापना की जा रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में स्टार्टअप क्रांति को उत्प्रेरित करने के लिए देश के विशालतम इन्क्यूबेटर की स्थापना लखनऊ में की जायेगी।
कार्यक्रम के दौरान सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रानिक्स राज्यमंत्री श्री अजीत पाल सिंह, अपर मुख्य सचिव आईटी एवं इलेक्ट्रानिक्स श्री अलोक सिन्हा, इण्डिया एंजेल नेटवर्क के संस्थापक डा0 सौरभ श्रीवास्तव, श्री अरुण माथुर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष लखनऊ मैनेजमेंट एसोसिएशन सहित अन्य प्रतिष्ठित गणमान्य अतिथियों सहित भारी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विभिन्न राज्यों के स्टार्टअप समुदाय, इन्क्यूबेटर्स, मेन्टर्स सरकारी अधिकारियों, बैंकर्स काॅरपोरेट/नियामक निकायों, शिक्षिक संस्थानों, छात्रों इत्यादि सहित, अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा प्रतिभाग कियाा जाय। उत्तर प्रदेश में विकासमान स्टार्टअप इकोसिस्टम विकसित करने पर पैनल चर्चा में वक्ताओं द्वारा उत्तर प्रदेश में स्टार्टअप से सम्बन्धित महत्वपूर्ण मुद्दों का आदान-प्रदान किया गया। कार्यक्रम के अन्तर्गत इन्दिरा गाॅधी प्रतिष्ठान के अलग-अलग श्रेणियों के लिए स्टार्टअप पिच-इन प्रतियोगिता आयोजित की गई तथा विचारों के चरण और उत्पादों के लिए स्टार्टअप्स को लगभग रू० 7.65 लाख की पुरस्कार राशि वितरित की गई। सर्वश्रेष्ठ महिला उद्यमी और सर्वश्रेष्ठ छात्र स्टार्टअप्स इत्यादि जैसे विशेष पुरस्कार भी दिये गये।
डा0 शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में स्टार्टअप के लिए एक अनुकूल इकोसिस्टम विकसित करने हेतु महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि कृषि, चिकित्सा, एवं स्वास्थ्य, ऊर्जा, खादी, शिक्षा, पर्यटन, परिवहन इत्यादि सभी क्षेत्रों के उद्योगों के लिए एक स्वतन्त्र एवं समग्र स्टार्ट-अप नीति बना रही है जो शीघ्र ही घोषित की जायेगी। इस पृष्ठभूमि में विभाग द्वारा यूपी स्टार्टअप कान्क्लेव का आयोजन अत्यन्त प्रासंगिक है। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ने स्टार्ट-अप बस को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।
उत्तर प्रदेश के यशस्वी उप मुख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश को एक नये स्टार्टअप हब के रूप में भारत के मानचित्र पर स्थापित करने के प्रति प्रदेश सरकार कटिबद्ध हैं। प्रदेश सरकार उद्यमिता और नवाचार को उद्योग के स्तम्भ के रूप में बढ़ावा देने हेतु निरन्तर प्रयास कर रही है तथा प्रदेश सरकार कृषि, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, ऊर्जा, खादी, शिक्षा, पर्यटन, परिवहन इत्यादि सभी क्षेत्रों के उद्योगों के लिए एक स्वतन्त्र एवं समग्र स्टार्ट-अप नीति बना रही है जो शीघ्र ही घोषित की जायेगी।
उप मुख्यमंत्री डा0 शर्मा ने यह भी अवगत कराया कि प्रदेश में स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए वर्तमान सरकार के संकल्प-पत्र में उल्लिखित 1000 करोड़ रु0 के स्टार्टअप फण्ड की स्थापना हेतु उ0प्र0 शासन द्वारा सिडबी के साथ हस्ताक्षरित समझौता-ज्ञापन का औपचारिक आदान प्रदान भी कार्यक्रम के दौरान किया जायेगा तथा 15 करोड़ रु0 की धनराशि का चेक सिडबी को उपलब्ध कराया जायेगा।
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