आईएनआईएफडी संस्थान ने डिजाइन के क्षेत्र में फैशन डिजाइनरों की प्रतिभा विकास के लिए वर्कशाप का आयोजन किया
इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फ़ैशन डिज़ाइन (आईएनआईएफडी) संस्थान ने डिजाइन के क्षेत्र में फैशन डिजाइनरों की प्रतिभा विकास एवं उनके व्यक्तित्व निखार के लिए वर्कशाप का आयोजन
सावी न्यूज़ लखनऊ 16 जुलाई 2019 : इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फ़ैशन डिज़ाइन (आईएनआईएफडी) संस्थान ने डिजाइन के क्षेत्र में फैशन डिजाइनरों की प्रतिभा विकास एवं उनके व्यक्तित्व निखार के लिए दिनांक 16 जुलाई दिन मंगलवार को एक महत्वपूर्ण वर्कशाप का आयोजन अपने लखनऊ परिसर में सकुशल सम्पन्न किया। इस कार्यशाला को सफल बनाने हेतु बटन मसाला नाम से सुप्रसिद्ध अन्तर्राष्ट्रीय फैशन डिजाइनर की पदवी से विभूषित श्री अनुज शर्मा को आमंत्रित किया गया था। बुके के माध्यम से श्री अनुज शर्मा का संस्थान में अभिनन्दन एवं स्वागत किया गया। इसके पश्चात वर्कशाप का शुभारम्भ उत्तर प्रदेश एवं उत्तरांचल के रीजनल डायरेक्टर श्री विनय बहल के द्वारा किया गया।
अनुज शर्मा ने अपने कलेक्शन बटन मसाला का प्रदर्शन संस्थान के डिजाइनरों तथा मीडिया के समक्ष प्रस्तुत किया। बटन मसाला का प्रस्तुतीकरण काटन, निटिंग, मलमल एवं जार्जट के कपड़ों में किया गया था तथा लाल, काले हल्के सफेद बटकों का यथा स्थान प्रयोग करके परिधानों को एक नया स्वरूप प्रदान किया गया था।
विशेषतः परिधानों को बिना सिलाई के तथा बटन एवं रबरबैण्ड का प्रयोग करते हुए उन्हें एक अद्भुत स्वरूप दे दिया गया था। जिसको शरीर पर धारण करने से एक पूर्णतया गारमेन्ट का स्वरूप दे रहा था। जो सब प्रकार से शरीर के उपर फिट था। यह उनकी सबसे महानतम कला रही है।
अनुज शर्मा ने डिजाइनरों को डिजाइन क्षेत्र में सफलता के महत्वपूर्ण गुण बताये
1. सर्वप्रथम उन्होंने लक्मे फैशन वीक की महत्ता पर विशेष प्रकार डाला तथा इस फैशन वीक में सफल होने के अनेको तरीके बताये।
2. उन्होंने बताया कि सदैव अच्छी एवं प्रचलित डिजाइन का प्रयोग करना चाहिये। परिधान की फिनिशिंग उसका दूसरा स्वरूप है।
3. डिजाइन के तत्वों एवं डिजाइन के आधार पर अपने को एकाग्रचित करके कार्य करना चाहिये।
4. डिजाइनर को अपने लक्ष्य पर ध्यान देना चाहिये सभी पर ध्यान नहीं देना चाहिये।
5. मैटेरियल का समावेश किसी कपड़े की गुणवत्ता को उतना नहीं बढ़ाता है बल्कि यह देखा जाता है कि कपड़े का किस प्रकार से यथा स्थान प्रयोग किया गया है।
6. दो कपड़ों का स्टिचिंग के माध्यम से जोड़ देना यह कोई महत्वपूर्ण कार्य नहीं है बल्कि किसी गारमेन्ट को ड्रेपिंग के माध्यम से उसे फैशन स्टाइल में परिवर्तित कर देना यह डिजाइनर की कला को दर्शाता है।
फ़ैशन डिज़ाइनर शर्मा जी ने अपनी वर्कशाप में डिजाइनरों को ड्रेपिंग करने के अनेकों तरीके बताये डिजाइनरों के कलेक्शन तथा उनके द्वारा निर्मित पोर्टफोलियों का विधिवत अवलोकन किया तथा उनकी कला में और कैसे निखार आये इस पर भी महत्वपूर्ण चर्चा की। वर्कशाप के अन्त में श्री विनय बहल जी ने श्री अनुज शर्मा जी का पुनः हार्दिक अभिनन्दन किया तथा हृदय से आभार व्यक्त किया और बताया कि श्री अनुज शर्मा जी ने अपना अमूल्य समय हमारे संस्थान के डिजाइनरों के लिए प्रदान किया। इसके हम सब आभारी है। इस कार्यशाला को सफल बनाने हेतु सभी संकाय के प्रवक्तागण एवं प्रबन्धकगण उपस्थित थे।
संक्षिप्त परिचय श्री अनुज शर्मा:- अनुज शर्मा नेशनल इंस्ट्ीट्यूट ऑफ डिजाइन के अपैरल डिजाइन में परास्नातक है। उच्चतर स्तर के स्पोर्ट्स डिजाइन में मास्टर डिग्री की उपाधि ग्रहण करने के लिए इन्हें डर्वी विश्व विद्यालय (यू.के) ने चार्ल्स वैलिक इंडिया ट्रस्ट छात्रवृत्ति से विभूषित किया गया। अनुज शर्मा लक्मे फैशन वीक के प्रसिद्ध डिजाइनर है। लक्मे फैशन वीक में उनके परिधान कलेक्शन को राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय डिजाइनरों के द्वारा सराहा गया।
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