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दुकान के लिए पिता की बोटी बोटी काट डाली 

लालच के लिए उठाया यह खौफनाक क़दम 


 



सावी न्यूज़।  यह कलयुग है इस युग में जो न हो जाय कम है एक क्रूर बेटे ने जिसकी एक दूकान पहले से थी उसमे वह अमन फुकरे नाम से खाने पीने की कैफे चलाता था लेकिन वो अपने पिता की दूकान जिसमे वे स्वयं बैठते थे उसको भी हथियाना चाहता था उसे लगता था पिता अकेले रहते है कोई जान नहीं पाएगा लेकिन कानून के हाथ और ईश्वर की लाठी बहुत लम्बी होती है शायद यह भूल गया। 


मामला दिल्ली के शाहदरा के फर्श बाजार में सोमवार रात हुई 48 वर्षीय संदेश की हत्या की जांच में पुलिस के समक्ष कई हैरतअंगेज तथ्य सामने आए हैं। पिता की हत्या करने के बाद आरोपी 22 वर्षीय अमन रातभरशव के टुकड़े करता रहा, लेकिन नीचे वाली मंजिल पर रहने वाली किराएदार धर्मवती तक को इसकी भनक नहीं लगी। मंगलवार रात जब पुलिस ने दोनों आरोपियों अमन और उसके दोस्त 22 वर्षीय आयुष को गिरफ्तार किया तो उन्हें वारदात का पता चला। पुलिस के अनुसार, मृतक संदेश को शराब पीने की लत थी। इसके अलावा, उन्हें अपनी पत्नी के चरित्र पर भी शक था। इस बात पर संदेश का अक्सर पत्नी से झगड़ा होता था। इसे लेकर पत्नी कंचन ने भी करीब 10 साल पहले प्रॉपर्टी को लेकरपति संदेश के खिलाफ अदालत में याचिका दायार की थी। अदालत ने इस मामले में संदेश से पत्नी और बच्चों का आधी प्रॉपर्टी देने के लिए कहा था। इसपर संदेश ने मकान के भूतल पर बनी दो दुकान में से एक दुकान बेटे अमन को दी हुई थी। इसमें वह अमन फुकरे नाम से खाने पीने की कैफे चलाता था। वहीं, दूसरी पर संदेश खुद बैठते थे जोकि कॉस्मेटिक की थी। लेकिन, अमन पिता की दुकान भी अपने कब्जे में लेना चाहते थे। इसी बात पर उसकी पिता से अनबन रहती थी। इसी वजह से संदेश भी घर में अलग कमरे में रहते थे। मृतक संदेश के जीजा सतीश ने बताया कि संदेश कॉस्मेटिक की दुकान खुद चला रहे थे। इस दुकान से ही वह अपना खर्च चलाते थे। पत्नी और बच्चे उन्हें खाना नहीं देते थे। ऐसे में वह बाहर खाते या फिर भाई रिश्तेदार उन्हें खिलाते थे। संदेश की पत्नी और बच्चे उनसे दुकान लेना चाहते थे, लेकिन वह दुकान नहीं देना चाहते थे। इसी को लेकरझगड़े हो रहे थे। वहीं, आरोपी अमन ने पुलिस पुछताछ में बताया कि उसके पिता खुद ही अलग रहते थे। वह परिवार के साथ खाना नहीं खाते थे।  मृतक संदेश के दो छोटे भाई है राकेश और आदेश हैं, जो घर के पास ही रहते हैं। संदेश रोजाना अपनी दुकान खोलकर बैठते थे, लेकिन मंगलवार को उनकी दुकान नहीं खुली। ऐसे में आदेश ने अमन से संदेश के बारे में पूछा। इस दौरान अमन ने पिता की कोई भी जानकारी होने की बात से इनकार कर दिया। साथ ही, आदेश को ऊपर जाने से भी मना कर दिया। आदेश ने पहली मंजिल पर अपने वाले हिस्से में सीसीटीवी कैमरे लगाए हुए थे। उन्होंने फुटेज देखा तो संदेश ऊपर जाते दिखे, लेकिन नीचे आए। आदेश को अमन पर शक हुआ। इसके बाद उसने पुलिस को मंगलवारशाम को भाई के गायब होने की सूचना दी। इसके बाद से आदेश सीसीटीवी से घर पर नजर बनाए हुए थे। इस बीच रात करीब 1 बजे उन्होंने सीसीटीवी में देखा कि अमन बैग लेकर नीचे उतर रहा है। उन्हें शक हुआ तो तुरंत पुलिस को इस बात की सूचना दे दी। पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं, आदेश ने कंचन और बच्चों को बाहर घूमने ले जाने की बात को साजिश बताया है। इस कलयुगी बेटे ने ज़रा भी नहीं सोचा की वो जिस बाप की औलाद उसी ने पाल पोश के बड़ा किया । इस कलयुगी बेटे को अपने ही पिता मौत के घाट उतार दिया और उनकी बोटी बोटी काट डाली ज़रा भी रहम नहीं आया अलग अलग बैगों में बाप की बोटियों को बड़ी ही सावधानी से पैक किया और उन बैगों को कूड़े के ढेर में फेंकने की तैयारी कर रहा था कलयुगी बेटा ।


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